वाराणसी: राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्टाम्प एवं पंजीयन रविंद्र जायसवाल ने बुधवार को वाराणसी कैन्ट और शिवपुर रेलवे स्टेशन के विकास व सौंदर्यीकरण को लेकर उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी व एडीआरएम अश्वनी कुमार श्रीवास्तव के साथ विधानसभा स्थित कार्यालय पर बैठक की. इस दौरान मंत्री ने कहा कि बनारस स्टेशन का विकास बनारस की संस्कृति और परंपरा के अनुरूप किया जाए. मंत्री ने कहा कि काशी के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए महापुरुषों के चित्र व उपदेश अंकित कर हल्की धुन संगीत बजे ताकि पर्यटकों को बनारस के एहसास मिलता रहे.
रेल कर्मचारियों के आवास का होगा पुनर्विकास
मंत्री रविंद्र जायसवाल ने बताया कि वाराणसी धर्म, अध्यात्म और संस्कृति का प्रमुख केंद्र है. इसिलए यहां प्रतिदिन हजारों पर्यटको का आवागमन होता है, ऐसी स्थिति में वाराणसी शहर के अंतर्गत आने वाले रेलवे स्टेशनों के संपूर्ण विकास अतिआवश्यक है. उन्होंने डीआरएम संजय त्रिपाठी को बताया कि वाराणसी केंट रेलवे स्टेशन के कर्मचारी आवास विगत 70 वर्षों पुरानी बने हैं जो वर्तमान में जीर्ण शीर्ण अवस्था मे हैं. इसलिए इन आवासों के पुनरुद्धार व बहुमंजिला नवनिर्मित भवन बनाने का प्रस्ताव बनायें. इसके अलावा मंत्री ने कर्मचारियों को स्थापित करने व रेलवे कॉलोनियों के सीवर व पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया.
शिवपुर स्टेशन पर भी रुकेंगे प्रमुख गाड़ियां
मंत्री ने कहा कि वाराणसी कैंट व अलईपुरा स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक के समानांतर रोक को पक्का किया जाए. मंत्री ने कहा कि वाराणसी शिवपुर रेलवे स्टेशन में शौचालयों व उजाले की नियमित व्यवस्था नहीं है. शिवपुर स्टेशन पर आने वाली प्रमुख गाड़ियों का ठहराव करना आवश्यक है. जिससे कैन्ट स्टेशन पर आने वाली भीड़ स्वतः कम हो जाएगी, साथ ही स्टेशनों पर बनारसी खान-पान के लिए भी प्लेटफार्म पर स्टाल आवंटित करने का निर्देश दिया.
स्टेशनों पर सुनाई देगी संगीत और दिखेंगी महापुरुषों की गाथाएं
इसके साथ ही स्टेशन पर काशी के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए महापुरुषों जैसे कबीरदास, उस्ताद बिस्मिल्लाह खान, गिरिजा देवी, खेलकूद के महान विभूतियों के चित्र व उपदेश अंकित कर हल्की धुन संगीत बजे ताकि पर्यटकों को बनारस के एहसास मिलता रहे. इन सभी बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद मंत्री रवीन्द्र जायसवाल ने मण्डल रेलप्रबंधक से टीम के साथ शीघ्र निरीक्षण करने हेतु निर्देशित किया.
बनारस की संस्कृति और परंपरा के अनुसार होंगे वाराणसी के रेलवे स्टेशनों का विकास - वाराणसी के स्टेशनों का होगा विकास
उत्तर प्रदेश की धर्मनगरी वाराणसी के रेलवे स्टेशनों का विकास बनारस की संस्कृति और पंरपरा के अनुसार किया जाएगा. राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने रेलवे के डीएआरएम और एडीआरएम के साथ बैठक करके स्टेशनों के विकास की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए. इसके अलावा उन्होंने रेलवे कर्मचारियों के आवास का पुनर्विकास कराने का निर्देश दिया.
वाराणसी: राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्टाम्प एवं पंजीयन रविंद्र जायसवाल ने बुधवार को वाराणसी कैन्ट और शिवपुर रेलवे स्टेशन के विकास व सौंदर्यीकरण को लेकर उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी व एडीआरएम अश्वनी कुमार श्रीवास्तव के साथ विधानसभा स्थित कार्यालय पर बैठक की. इस दौरान मंत्री ने कहा कि बनारस स्टेशन का विकास बनारस की संस्कृति और परंपरा के अनुरूप किया जाए. मंत्री ने कहा कि काशी के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए महापुरुषों के चित्र व उपदेश अंकित कर हल्की धुन संगीत बजे ताकि पर्यटकों को बनारस के एहसास मिलता रहे.
रेल कर्मचारियों के आवास का होगा पुनर्विकास
मंत्री रविंद्र जायसवाल ने बताया कि वाराणसी धर्म, अध्यात्म और संस्कृति का प्रमुख केंद्र है. इसिलए यहां प्रतिदिन हजारों पर्यटको का आवागमन होता है, ऐसी स्थिति में वाराणसी शहर के अंतर्गत आने वाले रेलवे स्टेशनों के संपूर्ण विकास अतिआवश्यक है. उन्होंने डीआरएम संजय त्रिपाठी को बताया कि वाराणसी केंट रेलवे स्टेशन के कर्मचारी आवास विगत 70 वर्षों पुरानी बने हैं जो वर्तमान में जीर्ण शीर्ण अवस्था मे हैं. इसलिए इन आवासों के पुनरुद्धार व बहुमंजिला नवनिर्मित भवन बनाने का प्रस्ताव बनायें. इसके अलावा मंत्री ने कर्मचारियों को स्थापित करने व रेलवे कॉलोनियों के सीवर व पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया.
शिवपुर स्टेशन पर भी रुकेंगे प्रमुख गाड़ियां
मंत्री ने कहा कि वाराणसी कैंट व अलईपुरा स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक के समानांतर रोक को पक्का किया जाए. मंत्री ने कहा कि वाराणसी शिवपुर रेलवे स्टेशन में शौचालयों व उजाले की नियमित व्यवस्था नहीं है. शिवपुर स्टेशन पर आने वाली प्रमुख गाड़ियों का ठहराव करना आवश्यक है. जिससे कैन्ट स्टेशन पर आने वाली भीड़ स्वतः कम हो जाएगी, साथ ही स्टेशनों पर बनारसी खान-पान के लिए भी प्लेटफार्म पर स्टाल आवंटित करने का निर्देश दिया.
स्टेशनों पर सुनाई देगी संगीत और दिखेंगी महापुरुषों की गाथाएं
इसके साथ ही स्टेशन पर काशी के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए महापुरुषों जैसे कबीरदास, उस्ताद बिस्मिल्लाह खान, गिरिजा देवी, खेलकूद के महान विभूतियों के चित्र व उपदेश अंकित कर हल्की धुन संगीत बजे ताकि पर्यटकों को बनारस के एहसास मिलता रहे. इन सभी बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद मंत्री रवीन्द्र जायसवाल ने मण्डल रेलप्रबंधक से टीम के साथ शीघ्र निरीक्षण करने हेतु निर्देशित किया.