वाराणसी: रेल मंत्री पीयूष गोयल शनिवार को वाराणसी पहुंचे. काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के बाद वे डीजल लोकोमोटिव वर्कशॉप पहुंचे. वर्कशॉप में उन्होंने इस साल तैयार हुए 295 इलेक्ट्रॉनिक इंजन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
देश के लिए 295 इलेक्ट्रिक इंजन राष्ट्र को समर्पित करने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल वाराणसी पहुंचे थे. डीएलडब्ल्यू में स्थित डीजल रेल इंजन कारखाना के वर्कशॉप में पहुंचकर उन्होंने रेल अधिकारियों संग बैठक की. साथ ही कार्य क्षमता बढ़ाने की बात कही.
इस साल रेल बोर्ड की तरफ से डीजल रेल इंजन कारखाना को 315 इलेक्ट्रॉनिक इंजन तैयार करने का लक्ष्य दिया गया था. पहले इस कारखाने में डीजल इंजन तैयार होते थे, लेकिन कुछ सालों से यहां इलेक्ट्रॉनिक इंजन तैयार करने का काम शुरू किया गया है. इस लक्ष्य के करीब डीजल रेल कारखाना पहुंच चुका है, जिससे गदगद रेल मंत्री ने डीजल रेल कारखाना को नया टारगेट दिया है.
295वां इंजन राष्ट्र को किया गया समर्पित
रेल मंत्री ने रेल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बताया कि अगले वित्तीय वर्ष में कम से कम 500 से ज्यादा इलेक्ट्रिक इंजन बनाने का लक्ष्य रखना चाहिए. अगर यही सोच देश के 13 लाख रेल कर्मचारियों के अंदर आ जाये तो आने वाले कुछ वर्षो में भारतीय रेल को पूरे विश्व में नम्बर एक बनने से कोई नहीं रोक सकता. इस वित्तीय वर्ष में डीजल रेल कारखाना ने 315 इलेक्ट्रॉनिक इंजन का लक्ष्य दिया था, इसे शनिवार को 295वां इंजन राष्ट्र को समर्पित किया गया.
उन्होंने सम्बोधित करते हुए आगे कहा कि पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को हर मामले में हमें नंबर वन बनाना है. इसलिए इस बार डीरेका को इस वित्तीय वर्ष 501 रेल इंजन के टारगेट का लक्ष्य पूरा करना होगा.