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रेल मंत्री ने रेल कौशल विकास योजना का किया वर्चुअल शुभारंभ, 50 हजार युवकों को मिलेगा प्रशिक्षण - varanasi ka samachar

वाराणसी में रेल कौशल विकास योजना का शुभारंभ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया. इस मौके पर वाराणसी रेलवे कारखाना में आयोजित प्रोग्राम में रेलमंत्री ने प्रशिक्षु किरण से मंत्री ने वर्चुअल संवाद किया.

रेल कौशल विकास योजना का वर्चुअल शुभारंभ
रेल कौशल विकास योजना का वर्चुअल शुभारंभ
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Published : Sep 17, 2021, 4:52 PM IST

वाराणसीः रेल कौशल विकास योजना के शुभारंभ के दौरान रेल मंत्री ने प्रशिक्षु किरण से पूछा कि किस ट्रेड से ट्रेनिंग ले रही हैं. जिस पर किरण ने बताया कि वो फीडर ट्रेंड से हैं, तो मंत्री ने कहा कि उसमें वेल्डिंग करने की जरूरत है. जब बरेका आऊंगा तो तुम्हारे साथ वेल्डिंग करूंगा.

वाराणसी रेलवे कारखाना के प्राविधिक प्रशिक्षण केंद्र पर रेल कौशल विकास योजना के शुभारंभ रेल मंत्री ने वर्चुअल शुभारम्भ किया. ये योजना देश के 75 स्थानों पर एक साथ लांच किया गया. इस योजना के शुभारंभ के लिए 17 सितम्बर का दिन चुना गया है. इस दिन विश्वकर्मा पूजा और पीएम नरेंद्र मोदी का जन्मदिन है.

रेल कौशल विकास योजना का वर्चुअल शुभारंभ

मंत्री ने वर्चुअल संवाद करने वाली किरण ने बताया कि वो चंदौली की रहने वाली है. वो वाराणसी रेलवे कारखाना में कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण ले रही है. कार्यक्रम के दौरान रेल मंत्री ने वर्चुअल संवाद किया है. जिसमें किरण ने बताया कि वे हम लोगों को हार्दिक बधाई दे रहे थे. ट्रेनिंग के लिए मोटिवेट भी किए हैं. आगे हम लोग ट्रेनिंग कर सकें. मंत्री ने कहा है कि आप लोग मन लगाकर ट्रेनिंग कीजिए. जिससे आने वाले युवाओं को भी आप लोगों से कुछ सीखने को मिलेगा. किरण ने बताया कि मंजी ने कहा कि आप वेल्डिंग करिए, मैं वाराणसी रेलवे कारखाना आकर आपके साथ वेल्डिंग करूंगा.

वाराणसी रेलवे कारखाना की महाप्रबंधक अंजलि गोयल ने बताया कि रेलवे कौशल विकास योजना को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के इंप्रेशन से लिया गया है. रेलवे टेक्निकल सेंटर ओरिएंटेड ऑर्गेनाइजेशन है. हमारे यहां पूरे कंट्री में टेक्निकल सेंटर है. ये सेंटर हमारे स्टाफ एवं अपेंडिस के लिए थे. फिर भी जितना इसमें कैपसिटी है, रेलवे ने कोशिश की है कि प्रोडक्शन यूनिट निःशुल्क ट्रेनिंग दिया जा रहा है.

अंजनी गोयल ने बताया कि शुरू में 4 बैच बनाए गए हैं. प्रणव लोकोमोटिव इन स्कूल इन्हें ड्रा किया है. इसमें 100 घंटे का प्रोग्राम है, 18 दिन का कोर्स है. इस दौरान बच्चों को वेल्डिंग इलेक्ट्रिशियन जैसे कोर्स को चुनना होता है.

इसे भी पढ़ें- कोरोना : आज 1.66 करोड़ से अधिक टीके लगे, अक्टूबर में एक बिलियन की संभावना

अंजलि गोयल ने आगे बताया की पूरे इंडिया के 75 रेलवे ट्रेनिंग सेंटर में इस तरह ट्रेनिंग दिए जाएंगे. 2024 तक लगभग 50,000 बच्चे ट्रेनिंग प्राप्त कर सकेंगे. ट्रेनिंग कोर्स इस तरह बनाया गया है, जिसे खुद अपना काम कर सके. यह कहीं एम्प्लाइमेंट ढूंढने की कोशिश कर सके. ट्रेनिंग के बाद एक एंट्री लेवल सर्टिफिकेट देने की कोशिश की जाएगी.

वाराणसीः रेल कौशल विकास योजना के शुभारंभ के दौरान रेल मंत्री ने प्रशिक्षु किरण से पूछा कि किस ट्रेड से ट्रेनिंग ले रही हैं. जिस पर किरण ने बताया कि वो फीडर ट्रेंड से हैं, तो मंत्री ने कहा कि उसमें वेल्डिंग करने की जरूरत है. जब बरेका आऊंगा तो तुम्हारे साथ वेल्डिंग करूंगा.

वाराणसी रेलवे कारखाना के प्राविधिक प्रशिक्षण केंद्र पर रेल कौशल विकास योजना के शुभारंभ रेल मंत्री ने वर्चुअल शुभारम्भ किया. ये योजना देश के 75 स्थानों पर एक साथ लांच किया गया. इस योजना के शुभारंभ के लिए 17 सितम्बर का दिन चुना गया है. इस दिन विश्वकर्मा पूजा और पीएम नरेंद्र मोदी का जन्मदिन है.

रेल कौशल विकास योजना का वर्चुअल शुभारंभ

मंत्री ने वर्चुअल संवाद करने वाली किरण ने बताया कि वो चंदौली की रहने वाली है. वो वाराणसी रेलवे कारखाना में कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण ले रही है. कार्यक्रम के दौरान रेल मंत्री ने वर्चुअल संवाद किया है. जिसमें किरण ने बताया कि वे हम लोगों को हार्दिक बधाई दे रहे थे. ट्रेनिंग के लिए मोटिवेट भी किए हैं. आगे हम लोग ट्रेनिंग कर सकें. मंत्री ने कहा है कि आप लोग मन लगाकर ट्रेनिंग कीजिए. जिससे आने वाले युवाओं को भी आप लोगों से कुछ सीखने को मिलेगा. किरण ने बताया कि मंजी ने कहा कि आप वेल्डिंग करिए, मैं वाराणसी रेलवे कारखाना आकर आपके साथ वेल्डिंग करूंगा.

वाराणसी रेलवे कारखाना की महाप्रबंधक अंजलि गोयल ने बताया कि रेलवे कौशल विकास योजना को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के इंप्रेशन से लिया गया है. रेलवे टेक्निकल सेंटर ओरिएंटेड ऑर्गेनाइजेशन है. हमारे यहां पूरे कंट्री में टेक्निकल सेंटर है. ये सेंटर हमारे स्टाफ एवं अपेंडिस के लिए थे. फिर भी जितना इसमें कैपसिटी है, रेलवे ने कोशिश की है कि प्रोडक्शन यूनिट निःशुल्क ट्रेनिंग दिया जा रहा है.

अंजनी गोयल ने बताया कि शुरू में 4 बैच बनाए गए हैं. प्रणव लोकोमोटिव इन स्कूल इन्हें ड्रा किया है. इसमें 100 घंटे का प्रोग्राम है, 18 दिन का कोर्स है. इस दौरान बच्चों को वेल्डिंग इलेक्ट्रिशियन जैसे कोर्स को चुनना होता है.

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अंजलि गोयल ने आगे बताया की पूरे इंडिया के 75 रेलवे ट्रेनिंग सेंटर में इस तरह ट्रेनिंग दिए जाएंगे. 2024 तक लगभग 50,000 बच्चे ट्रेनिंग प्राप्त कर सकेंगे. ट्रेनिंग कोर्स इस तरह बनाया गया है, जिसे खुद अपना काम कर सके. यह कहीं एम्प्लाइमेंट ढूंढने की कोशिश कर सके. ट्रेनिंग के बाद एक एंट्री लेवल सर्टिफिकेट देने की कोशिश की जाएगी.

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