वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के बाल वीर मूल्यांकन केंद्र के महामाया सभागार में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि के अवसर पर "वर्तमान वैश्विक परिवेश में दीनदयाल जी के चिंतन की उपायदेता" विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नारायण दीक्षित ने शिरकत की.
विजय नारायण दीक्षित ने कहा पंडित दीनदयाल ने अपने साहित्य के माध्यम से सनातन सत्य को सबके समक्ष रखा उनका एकात्मवाद वही है जो सत्य गीता में कृष्ण अर्जुन से बताया था. यह पूरा ब्रह्मांड एक इकाई है. इसका एक शाश्वत सत्य है हम अपने साथ सारी दुनिया को आगे बढ़ाना चाहते हैं. सत्य एक है जिसकी समय, स्थिति मुताबिक व्याख्या होती रहती है, लेकिन सनातन सत्य वहीं रहते हैं. कविता फिर से गाई जाती है कहानियां फिर से सुनाई जाती है, लेकिन किरदार बदल जाते हैं. उपनिषद हो या पश्चिमी साहित्य सब एक ही बात कह रहा है.
ऐसे कार्यक्रमों को देश और समाज को बहुत ही आवश्यकता है
प्रोफेसर श्याम कार्तिक मिश्र कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर विधानसभा अध्यक्ष शिक्षित मौजूद रहेंगे. यह कार्यक्रम वर्ष में दो बार मनाया जाता है. एक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर और दूसरी पुण्यतिथि पर. ऐसे समय में इस तरह के कार्यक्रम को देश और समाज को बहुत ही आवश्यकता है. पंडित दीनदयाल की एकात्मवाद की लोगों को बहुत ही जरूरत है. हम यह आशा करते हैं कि इस तरह संगोष्ठी में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को बहुत ही लाभ होगा.