ETV Bharat / state

प्राइवेट कंपनी के हाथों होगी बनारस के गंगा घाटों की सफाई व्यवस्था

बनारस के गंगा घाटों की सफाई व्यवस्था अब प्राइवेट कंपनी के हाथों होगी. गगां के 84 घाटों पर सफाई के लिए कंपनी नया प्लान बनाएगी. अपर नगर आयुक्त देवी दयाल वर्मा का कहना है कि 84 घाटों की साफ सफाई की व्यवस्था को और भी बेहतर बनाने और इसकी प्रॉपर निगरानी के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए थे. साफ सफाई व्यवस्था और अन्य देखरेख के लिए आमंत्रित टेंडर में प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक कंपनी को यह काम सौंपा जा रहा है.

प्राइवेट कंपनी के हाथों होगी बनारस के गंगा घाटों की सफाई व्यवस्था
प्राइवेट कंपनी के हाथों होगी बनारस के गंगा घाटों की सफाई व्यवस्था
author img

By

Published : Mar 17, 2021, 7:14 AM IST

वाराणसी: काशी की पहचान यहां के लंबे चौड़े गंगा घाट हैं. गंगा किनारे बसे इस शहर पर घाटों की लंबी श्रृंखला है और 84 घाटों की इस लंबी श्रृंखला को स्वच्छ और साफ सुथरा बनाए रखना एक बड़ा चैलेंज है. इसे लेकर नगर निगम पहले से ही जबरदस्त लानी करके काम करता रहा है. घाटों पर दो समय साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित हो इसके लिए 50 से ज्यादा सफाई कर्मियों को घाटों पर पहले से ही लगाया गया है, लेकिन हाल ही में घाटों पर वृहद पैमाने पर पब्लिक को जोड़कर चलाए गए स्वच्छता अभियान की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर की गई. जिसके बाद अब घाटों की साफ-सफाई को और भी बड़े स्तर पर ले जाने के लिए इस पूरी व्यवस्था को प्राइवेट कंपनी के हाथों देने की तैयारी हो चुकी है.

प्राइवेट कंपनी के हाथों होगी बनारस के गंगा घाटों की सफाई व्यवस्था
नए सिरे से होगी पूरी व्यवस्थादरअसल, वाराणसी में 84 घाट मौजूद है. इन घाटों में कई ऐसे महत्वपूर्ण घाट हैं जहां पर पर्यटकों के साथ पब्लिक का बहुत बड़ी संख्या में आना होता है. इनमें मणिकर्णिका घाट' सिंधिया घाट, दशाश्वमेध घाट, रामघाट, शीतला घाट, अहिल्याबाई घाट, अस्सी घाट समेत कई घाट शामिल हैं. इन घाटों पर साफ सफाई की व्यवस्था पर्याप्त रहे और इसकी देखरेख सही तरीके से हो सके इसे लेकर नगर निगम ने नए सिरे से प्लानिंग की है.शासन से लेटर आना बाकीअपर नगर आयुक्त देवी दयाल वर्मा का कहना है कि 84 घाटों की साफ सफाई की व्यवस्था को और भी बेहतर बनाने और इसकी प्रॉपर निगरानी के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए थे. साफ सफाई व्यवस्था और अन्य देखरेख के लिए आमंत्रित टेंडर में प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक कंपनी को यह काम सौंपा जा रहा है. प्रक्रिया पूरी हो गई है. सिर्फ शासन स्तर से लेटर आना बाकी है. इस लेटर के आने के बाद 84 घाटों की साफ-सफाई की व्यवस्था इस कंपनी के हाथों सौंप दी जाएगी. गंदगी फैलाने वालों पर भी होगी सख्तीइसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि घाटों की साफ-सफाई अच्छे से हो सकेगी और इसकी निगरानी भी कंपनी की तरफ से लगाए गए लोगों के द्वारा की जाएगी. सफाई के लिए तीन वक्त निर्धारित किए गए हैं. जिससे घाट पर आने वाले पर्यटकों को अच्छा माहौल मिलेगा गंदगी करने वालों से जुर्माना भी वसूला जाएगा, ताकि सफाई व्यवस्था सुदृढ़ हो सके. फिलहाल इस दिशा में नगर निगम का यह प्रयास कितना सफल होता है यह तो देखने वाली बात है, लेकिन साफ सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम धीरे-धीरे प्राइवेट कंपनियों के जिम्मे ही आगे बढ़ रहा है.

वाराणसी: काशी की पहचान यहां के लंबे चौड़े गंगा घाट हैं. गंगा किनारे बसे इस शहर पर घाटों की लंबी श्रृंखला है और 84 घाटों की इस लंबी श्रृंखला को स्वच्छ और साफ सुथरा बनाए रखना एक बड़ा चैलेंज है. इसे लेकर नगर निगम पहले से ही जबरदस्त लानी करके काम करता रहा है. घाटों पर दो समय साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित हो इसके लिए 50 से ज्यादा सफाई कर्मियों को घाटों पर पहले से ही लगाया गया है, लेकिन हाल ही में घाटों पर वृहद पैमाने पर पब्लिक को जोड़कर चलाए गए स्वच्छता अभियान की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर की गई. जिसके बाद अब घाटों की साफ-सफाई को और भी बड़े स्तर पर ले जाने के लिए इस पूरी व्यवस्था को प्राइवेट कंपनी के हाथों देने की तैयारी हो चुकी है.

प्राइवेट कंपनी के हाथों होगी बनारस के गंगा घाटों की सफाई व्यवस्था
नए सिरे से होगी पूरी व्यवस्थादरअसल, वाराणसी में 84 घाट मौजूद है. इन घाटों में कई ऐसे महत्वपूर्ण घाट हैं जहां पर पर्यटकों के साथ पब्लिक का बहुत बड़ी संख्या में आना होता है. इनमें मणिकर्णिका घाट' सिंधिया घाट, दशाश्वमेध घाट, रामघाट, शीतला घाट, अहिल्याबाई घाट, अस्सी घाट समेत कई घाट शामिल हैं. इन घाटों पर साफ सफाई की व्यवस्था पर्याप्त रहे और इसकी देखरेख सही तरीके से हो सके इसे लेकर नगर निगम ने नए सिरे से प्लानिंग की है.शासन से लेटर आना बाकीअपर नगर आयुक्त देवी दयाल वर्मा का कहना है कि 84 घाटों की साफ सफाई की व्यवस्था को और भी बेहतर बनाने और इसकी प्रॉपर निगरानी के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए थे. साफ सफाई व्यवस्था और अन्य देखरेख के लिए आमंत्रित टेंडर में प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक कंपनी को यह काम सौंपा जा रहा है. प्रक्रिया पूरी हो गई है. सिर्फ शासन स्तर से लेटर आना बाकी है. इस लेटर के आने के बाद 84 घाटों की साफ-सफाई की व्यवस्था इस कंपनी के हाथों सौंप दी जाएगी. गंदगी फैलाने वालों पर भी होगी सख्तीइसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि घाटों की साफ-सफाई अच्छे से हो सकेगी और इसकी निगरानी भी कंपनी की तरफ से लगाए गए लोगों के द्वारा की जाएगी. सफाई के लिए तीन वक्त निर्धारित किए गए हैं. जिससे घाट पर आने वाले पर्यटकों को अच्छा माहौल मिलेगा गंदगी करने वालों से जुर्माना भी वसूला जाएगा, ताकि सफाई व्यवस्था सुदृढ़ हो सके. फिलहाल इस दिशा में नगर निगम का यह प्रयास कितना सफल होता है यह तो देखने वाली बात है, लेकिन साफ सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम धीरे-धीरे प्राइवेट कंपनियों के जिम्मे ही आगे बढ़ रहा है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.