वाराणसीः पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में थे और उन्होंने बनारस को 1780 करोड़ों रुपये की सौगात दी. प्रधानमंत्री के इस तोहफे के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने 2024 के चुनावी शंखनाद को भी करने का काम बनारस किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज कांग्रेस को लेकर काफी एग्रेसिव मूड में दिखाई दिए तो वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विकास की बातें करते हुए 9 सालों में अपने विकास के कामों का लेखा-जोखा लोगों के सामने रखा. इस काम को आगे भी जारी रखते हुए बीजेपी के कार्य को विकास के बल पर मजबूती प्रदान करने की बातें भी कहीं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग 5 घंटे वाराणसी में रहे और रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में टीबी उन्मूलन को लेकर आयोजित इंटरनेशनल कांफ्रेंस में हिस्सा लिया. इसके बाद प्रधानमंत्री ने संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के मैदान से लगभग 1780 करोड़ रुपये की 28 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया और उसके बाद सर्किट हाउस में पहुंचकर नई बनी बिल्डिंग में उन्होंने नवरात्रि के मौके पर फलाहार भी ग्रहण किया.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह लगभग 10:15 बजे वाराणसी पहुंचे थे. प्रधानमंत्री का स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पुलिस लाइन में किया. यहां से स्वागत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला सीधे रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर पहुंचा, जहां उन्होंने इंटरनेशनल टीबी उन्मूलन कांफ्रेंस में हिस्सा लिया. इस कॉन्फ्रेंस में 30 देशों के प्रतिनिधियों की सहभागिता रही, जिसमें डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि के तौर पर भी लोगों ने हिस्सा लिया. 2025 तक टीबी मुक्त भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम में भारत के विजन को सबके सामने रखा.
इस कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां से सीधे संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के मैदान पर पहुंचे, जहां उन्होंने सरकारी योजनाओं का लाभ लेने वाली महिलाओं और पुरुषों से मुलाकात की. लाभार्थियों से मुलाकात करने के साथ ही सरकारी खर्च पर आंखों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाने वाले लाभार्थियों से भी मुलाकात करने के बाद उन्होंने खेलो इंडिया के तहत बनारस में हुए खेलों के विजेताओं से भी मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया. इस कार्यक्रम के बाद धानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर पहुंचे और उन्होंने 1780 रुपए की 28 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया.
9 परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ है, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण परियोजना वाराणसी रोपवे की है, जो कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया तक शुरू की जाएगी. प्रधानमंत्री के हाथों शिलान्यास के बाद अब इस काम की शुरुआत होने जा रही है. माना जा रहा है कि अप्रैल तक कैंट और विद्यापीठ दो स्टेशन बनकर तैयार हो जाएंगे, जिन पर आवागमन शुरू होगा और 2024 अगस्त तक बाकी के 3 स्टेशन भी बनकर तैयार हो जाएंगे. कुल 5 स्टेशनों के साथ लगभग 644 करोड़ रुपये की लागत से यह प्रोजेक्ट डेढ़ साल के अंतराल में तैयार करके बनारस के लोगों को सुपुर्द करना है. इसके अलावा सिगरा स्टेडियम के रिनोवेशन के सेकंड और थर्ड फेज का काम भी आज शिलान्यास के साथ आगे बढ़ाया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ विशाल जनसैलाब को संबोधित करते हुए कहा कि 'आप सब लोगन के हमार प्रणाम बा. प्रधानमंत्री ने नवरात्र की शुभकामना देते हुए कहा कि मां चित्रघंटा के आशीर्वाद से बनारस के सुख समृद्धि में एक नया अध्याय जुड़ रहा है. उन्होंने कहा कि काशी के विकास की चर्चा आज पूरे देश और दुनिया में हो रही है, जो काशी में आ रहा है वो यहां से ऊर्जा लेकर जा रहा है. आठ-नौ वर्षों के विकास कार्यों के बाद जिस तेजी से बनारस का विकास हो रहा है, अब उसे नई गति देने का वक्त आ गया है.
पीएम मोदी ने स्वस्थ दृष्टि समृद्ध काशी के तहत मोतियाबिंद का आपरेशन हुए 5 मरीजों को चश्मा वितरित किया. ये पांच लाभार्थी बृजमोहन, सोफिया, विजय मिश्रा, शीतल एवं हबीबुल्ला रहे. इसी प्रकार विभिन्न बैंकों द्वारा 2003 लाभार्थियों को 1060 करोड़ का ऋण प्रदान किया. इस योजना के 5 लाभार्थियों को पीएम ने प्रतिकात्मक रुप से मंच से चेक प्रदान किया. ये पांच लाभार्थी सोनू अंसारी, रामचंद्र प्रजापति, मंजू देवी, नीतू गुप्ता एवं वीरेंद्र प्रताप गुप्ता मौजदू थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकार्पण और शिलान्यास के बाद लोगों को संबोधित करते हुए बनारस में विकास की गाथा के साथ ही बनाती अंदाज में अपनी बातों को रखा. उन्होंने सब लोगों का अभिवादन भोजपुरी में किया और इसके बाद उन्होंने कहा कि 1 साल के अंदर बनारस में सात करोड़ पर्यटक आए हैं. बनारस के खान-पान से लेकर बनारस के रहन-सहन और बनारस में मिलने वाली हर चीज की कीमत में इजाफा किया. यहां पर बिजनेस करने वाला हर व्यक्ति तेजी से आगे बढ़ रहा है. वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि बनारस के विकास के बल पर उत्तर प्रदेश एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 644.49 करोड़ की लागत से बनने वाले देश के पहले रोप-वे का काशीवासियों को सौगात दिया. शुक्रवार को अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका विधिवत शिलान्यास किया. इस रोपवे के बनने से श्रद्धालुओं, पर्यटको के साथ-साथ स्थानीय जनमानस को भी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं दशाश्वमेध घाट आना-जाना आसान हो जाएगा. रोपवे दो साल के अंदर बनकर तैयार हो जाएगा. प्रधानमंत्री ने डॉ. संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय मैदान पर आयोजित जनसभा से पहले महत्वाकांक्षी परियोजना रोपवे के मॉडल को देखा. नेशनल हाईवे, रिंग रोड, फ्लाईओवर, आरओबी के बाद अब भीड़-भाड़ वाले इलाके में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोपवे चलने से वाराणसी में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों को भी काफी राहत मिलेगी. इस रोपवे के लिए बनने वाले सभी स्टेशन और ट्रॉली पर काशी की कला, धर्म और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी.