वाराणसी : बिहार विधानसभा के सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को लेकर टिप्पणी की थी. इसे लेकर देशभर में हंगामा मचा. विपक्षी पार्टियां नीतीश कुमार को घेरने में लगी हैं. वहीं वाराणसी में सीएम नीतीश कुमार का अलग तरीके से विरोध किया जा रहा है. इसके लिए एक विशेष पंफलेट और पोस्टर तैयार किए गए हैं. इसमें नीतीश कुमार को वाराणसी के बीएचयू अस्पताल आने का आमंत्रण भेजा गया है. सीएम से इलाज कराने की अपील की गई है. विरोध करने वालों का कहना है कि हम भीख मांगकर उनका इलाज कराएंगे.
दरअसल, बिहार विधानसभा में बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण सिद्धांत को समझाया था. उन्होंने सदन में इस पर चर्चा करते हुए अपने विचार रखे थे. उन्होंने कहा था कि, महिलाओं की शिक्षा ने राज्य में जनसंख्या को नियंत्रित करने में मदद की है. हमने बिहार की महिलाओं को शिक्षित किया है, वो सही समय पर अपने पति को यौन संबंध बनाने से रोक लेती हैं. जिसके कारण बिहार की जनसंख्या नियंत्रण में है.
नीतीश की मानसिक स्थिति अस्थिर : वाराणसी के वकील दीपक सिंह राजवीर ने कहा, 'हमने इसलिए पंफलेट बांटा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति पूरी तरीके से अस्थिर है. वह लगातार महिलाओं के लिए, बहनों के लिए अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं. उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सदन में रहकर वह पूर्व मुख्यमंत्री को तुम कहते नजर आ रहे हैं. उनकी मानसिक स्थिति पूरी तरीके से ध्वस्त हो चुकी है. 72 वर्ष के ये वैज्ञानिक महिलाओं के लिए अश्लील टिप्पणी कर रहे हैं.
सीएम के नाम की अस्पताल से कटवाई पर्ची : दीपक राजवीर ने कहा, नीतीश कुमार का दिमाग अस्थिर है. इसलिए पूर्वांचल का एम्स कहे जाने वाले बीएचयू में हमने उनकी ओपीडी की पर्ची कटवाई है. जनता के माध्यम से और बैनर पोस्टर के माध्यम से उनको आमंत्रण भेजने का काम किया गया है. वह अस्वस्थ व्यक्ति हैं. वह यहां आएं और प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में, जहां पर 24 घंटे तक लावारिस का भी इलाज फ्री रहता है, वहां पर आकर अपने मस्तिष्क का इलाज कराएं. हम लोग भीख मांगकर के बिहार के 'मशहूर चिकित्सक डॉक्टर नीतीश कुमार' का फ्री में इलाज कराएंगे.
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