वाराणसी : बड़ागांव थाना अंतर्गत रिंग रोड पर पुलिस मुठभेड़ (police encounter in varanasi) में मारे गए दो बदमाश सगे भाई थे. पुलिस के अनुसार, मुठभेड़ में मारे गए दोनों भाई रजनीश उर्फ बऊआ सिंह और मनीष बिहार में समस्तीपुर जिले के गोलवा गांव के रहने वाले थे. इन दोनों भाइयों ने 11 वर्ष पहले अपराध की दुनिया में कदम रखा था. इनके दो अन्य भाई की भी क्रिमिनल बैकग्राउंड के हैं. बिहार पुलिस के अनुसार, चारों भाई कम समय में बहुत पैसे वाला अमीर बनना चाहते थे. इसी वजह से उन्होंने अपराध की दुनिया में कदम रखा था. 11 वर्ष पहले इन बदमाश भाइयों के खिलाफ समस्तीपुर जिले के मोहिद्दीनगर थाने में लूट का मुकदमा दर्ज हुआ था. इसके बाद चारों एक के बाद एक वारदात को अंजाम देने लगे. हत्या और सरकारी असलहे लूटने के साथ ही चारों भाइयों के खिलाफ बैंक से पैसा लूटने के केस भी दर्ज हैं. उनका गिरोह पूरे बिहार में कुख्यात है. पुलिस अब इन अपराधियों को वाराणसी में शरण ( provide shelter to criminals of Bihar) देने वाले की तलाश कर रही है.
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि 8 नवंबर की शाम वाराणसी के रोहनियां थाना क्षेत्र दरोगा अजय यादव को तीन बदमाशों ने गोली मार दी थी और उनका सरकारी पिस्टल लूट लिया था. इस वारदात में बिहार के समस्तीपुर जिले के बदमाश शामिल थे. सोमवार को वाराणसी में पुलिस की लल्लन सिंह, रजनीश उर्फ बऊआ सिंह और उसके भाई मनीष सिंह से मुठभेड़ हो गई. एनकाउंटर के दौरान रजनीश उर्फ बऊआ सिंह और उसके भाई मनीष सिंह मारा गया. दोनों का एक अन्य भाई लल्लन सिंह पुलिस को चकमा देकर भाग निकला.
पुलिस के अनुसार, रजनीश, मनीष और लल्लन 9 सितंबर 2022 को पटना के बाढ़ जिला अदालत के टॉयलेट की दीवार तोड़कर फरार हो गए थे. तभी से बिहार पुलिस उनकी तलाश कर रही थी. बिहार पुलिस से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि तीनो भाइयों ने 6 मार्च 2017 को पटना के बेलछी थाना के बाघाटिलहा गांव के पास पीएनबी बैंक की शाखा से दिनदहाड़े 60 लाख रुपए लूट लिए थे. लूटपाट की घटना को अंजाम देने के दौरान आरोपी भाइयों ने बैंक के गार्ड योगेश्वर पासवान, सुरेश सिंह और वाहन चालक अजीत यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. पुलिस ने बदमाशों से 45 लाख रुपए बरामद कर लिए थे. इस वारदात से पहले इन बदमाशों ने वर्ष 2016 में बिहार में दो दारोगा की हत्या कर दी थी. इसके अलावा आरोपी भाइयों ने बिहार में एक दरोगा को गोली मारकर तीन सरकारी पिस्टल और एक रिवाल्वर लूट ली थी.
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि बिहार मे कोर्ट से फरार तीनों भाइयों ने वाराणसी में शरण ले रखी थी. वाराणसी में तीनों को शरण देने में अहम भूमिका किसकी थी, पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है. इसके अलावा पटना से तीनों को वाराणसी पहुंचने में किसने मदद की, इस बिंदु की भी जांच की जा रही है. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि बिहार पुलिस का पूरा सहयोग किया जाएगा. मुठभेड़ में मारे गए दोनों बदमाशों के संबंध में यूपी पुलिस को जो भी जानकारी मिली है, हम बिहार पुलिस से शेयर किया जाएगा.
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