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NEET फर्जीवाड़े में फरार चल रहे इनामी डॉ. अफरोज अहमद को पुलिस ने किया गिरफ्तार

NEET फर्जीवाड़े मामले में फरार चल रहे सॉल्वर गैंग के सदस्य व इनामी डॉ. अफरोज अहमद को सर्विलांस सेल व सारनाथ पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चला गिरफ्तार कर लिया. इनामी डॉ. अफरोज की गिरफ्तारी सोमवार देर रात को सिंहपुर बाईपास से हुई.

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Published : Mar 15, 2022, 1:49 PM IST

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NEET Lucknow latest news etv bharat up news NEET फर्जीवाड़ा मामला इनामी डॉ. अफरोज अहमद पुलिस ने किया गिरफ्तार Police arrested awardee Dr Afroz Ahmed absconding in NEET fraud सॉल्वर गैंग के सदस्य डॉ. अफरोज अहमद

वाराणसी: NEET फर्जीवाड़े मामले में फरार चल रहे सॉल्वर गैंग के सदस्य व इनामी डॉ. अफरोज अहमद को सर्विलांस सेल व सारनाथ पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चला गिरफ्तार कर लिया. इनामी डॉ. अफरोज की गिरफ्तारी सोमवार देर रात को सिंहपुर बाईपास से हुई. वहीं, आरोपी के पास से पुलिस को NEET परीक्षा में सम्मिलित अभ्यर्थी के मूल शैक्षणिक दस्तावेज भी मिले हैं. बता दें कि NEET गैंग के विरुद्ध थाना सारनाथ में पंजीकृत 3 मुकदमे (1) मु०अ०सं० 405/21 धारा 419/ 420/ 467/ 468/ 471/ 34 IPC, (2) मु०अ०सं० 519/21 धारा 419/ 420/ 467/ 468/ 471/ 34/ 504/ 506 IPC और (3)14/22 धारा 406/ 419/ 420/ 467/ 468/ 471/ 34 IPC थाने में वांछित व पुरस्कार घोषित अभियुक्त डॉ. अफरोज अहमद पुत्र सलाउद्दीन खान निवासी नई बाजार पुरवा थाना तुलसीपुर जनपद बलरामपुर मूल निवासी- ग्राम नचौरी, थाना गैंसड़ी, बलरामपुर, मौजूदा पता फ्लैट नंबर -305 गुडलक स्क्वायर अपार्टमेंट, कैसरबाग लखनऊ का रहने वाला है.

वहीं, पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वो 2010-11 के सत्र में कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में एडमिशन लिया था और सत्र 2017-18 में पास आउट हुआ था. इसके अलावा 2019 में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से मेडिकल ऑफिसर के पद पर उसका चयन हुआ था. वर्तमान में लखनऊ के दाउदनगर पीएचसी एवं मोहनलालगंज सीएचसी में बतौर चिकित्सा अधिकारी कार्यरत था तो वहीं, 2020 में डॉ. शिफा खान से उसका निकाह हुआ था जो कि लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में कार्यरत थी. डॉ. ओसामा और नीलेश उर्फ पीके आदि से 2018-19 में उसका लखनऊ में संपर्क हुआ था. 2021 में नीट परीक्षा में चार कैंडिडेट्स को बैठाकर पास कराया था. इधर, 12 सितम्बर, 2021 को नीट परीक्षा वाले दिन सॉल्वर जुली और गैंग के अन्य मेंबर के पकड़े जाने पर वो नेपाल भाग गया था. बाद में हिमांचल प्रदेश, दिल्ली व अपने ससुराल अमेठी में स्थान बदल-बदल कर छिप कर रह रहा था और हाईकोर्ट से एंटीसिपेटरी बेल पाने का प्रयास कर रहा था. लेकिन आखिरकार पुलिस ने उसे दबोच लिया.

इनामी डॉ. अफरोज अहमद
इनामी डॉ. अफरोज अहमद

इसे भी पढ़ें - पैसों की लालच में रिश्तेदार ने ही किया था मासूम यश का अपहरण

पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि एमबीबीएस में चयन सीपीएमटी परीक्षा के माध्यम से 2010 में हुआ था, काउंसलिंग के समय ही अज्ञात व्यक्ति की ओर से शिकायत की गई कि उसका सिलेक्शन फर्जी तरीके से सॉल्वर बैठाकर हुआ है. जिस पर जांच के बाद थाना स्वरूपनगर कानपुर नगर में मुकदमा दर्ज हुआ था. इसी शिकायत और मुकदमे की जांच के कारण उसकी इंटर्नशिप रुक गई थी. बाद में 2017 में मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लग जाने के बाद इंटर्नशिप पूरी हुई थी. पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि अभियुक्त के विरुद्ध दर्ज अन्य मुकदमों के बारे में जानकारी ली जा रही है और पूछताछ में सामने आए तथ्य को विवेचना में सम्मिलित कर अन्य शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. अभियुक्त को वास्ते न्यायिक अभिरक्षा माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर जिला कारागार रवाना किया जाएगा.

वहीं, अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में SI सूरज कुमार तिवारी थाना चेतगंज, SI राज कुमार पाण्डेय क्राइम ब्रांच,SI अखिलेश वर्मा थाना सारनाथ,SI विकास मिश्रा थाना चेतगंज ,का० डेविड थाना सारनाथ,का० संतोष यादव सर्विलांस सेल,का०अनुग्रह वर्मा सर्विलांस सेल शामिल रहे.

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वाराणसी: NEET फर्जीवाड़े मामले में फरार चल रहे सॉल्वर गैंग के सदस्य व इनामी डॉ. अफरोज अहमद को सर्विलांस सेल व सारनाथ पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चला गिरफ्तार कर लिया. इनामी डॉ. अफरोज की गिरफ्तारी सोमवार देर रात को सिंहपुर बाईपास से हुई. वहीं, आरोपी के पास से पुलिस को NEET परीक्षा में सम्मिलित अभ्यर्थी के मूल शैक्षणिक दस्तावेज भी मिले हैं. बता दें कि NEET गैंग के विरुद्ध थाना सारनाथ में पंजीकृत 3 मुकदमे (1) मु०अ०सं० 405/21 धारा 419/ 420/ 467/ 468/ 471/ 34 IPC, (2) मु०अ०सं० 519/21 धारा 419/ 420/ 467/ 468/ 471/ 34/ 504/ 506 IPC और (3)14/22 धारा 406/ 419/ 420/ 467/ 468/ 471/ 34 IPC थाने में वांछित व पुरस्कार घोषित अभियुक्त डॉ. अफरोज अहमद पुत्र सलाउद्दीन खान निवासी नई बाजार पुरवा थाना तुलसीपुर जनपद बलरामपुर मूल निवासी- ग्राम नचौरी, थाना गैंसड़ी, बलरामपुर, मौजूदा पता फ्लैट नंबर -305 गुडलक स्क्वायर अपार्टमेंट, कैसरबाग लखनऊ का रहने वाला है.

वहीं, पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वो 2010-11 के सत्र में कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में एडमिशन लिया था और सत्र 2017-18 में पास आउट हुआ था. इसके अलावा 2019 में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से मेडिकल ऑफिसर के पद पर उसका चयन हुआ था. वर्तमान में लखनऊ के दाउदनगर पीएचसी एवं मोहनलालगंज सीएचसी में बतौर चिकित्सा अधिकारी कार्यरत था तो वहीं, 2020 में डॉ. शिफा खान से उसका निकाह हुआ था जो कि लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में कार्यरत थी. डॉ. ओसामा और नीलेश उर्फ पीके आदि से 2018-19 में उसका लखनऊ में संपर्क हुआ था. 2021 में नीट परीक्षा में चार कैंडिडेट्स को बैठाकर पास कराया था. इधर, 12 सितम्बर, 2021 को नीट परीक्षा वाले दिन सॉल्वर जुली और गैंग के अन्य मेंबर के पकड़े जाने पर वो नेपाल भाग गया था. बाद में हिमांचल प्रदेश, दिल्ली व अपने ससुराल अमेठी में स्थान बदल-बदल कर छिप कर रह रहा था और हाईकोर्ट से एंटीसिपेटरी बेल पाने का प्रयास कर रहा था. लेकिन आखिरकार पुलिस ने उसे दबोच लिया.

इनामी डॉ. अफरोज अहमद
इनामी डॉ. अफरोज अहमद

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पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि एमबीबीएस में चयन सीपीएमटी परीक्षा के माध्यम से 2010 में हुआ था, काउंसलिंग के समय ही अज्ञात व्यक्ति की ओर से शिकायत की गई कि उसका सिलेक्शन फर्जी तरीके से सॉल्वर बैठाकर हुआ है. जिस पर जांच के बाद थाना स्वरूपनगर कानपुर नगर में मुकदमा दर्ज हुआ था. इसी शिकायत और मुकदमे की जांच के कारण उसकी इंटर्नशिप रुक गई थी. बाद में 2017 में मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लग जाने के बाद इंटर्नशिप पूरी हुई थी. पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि अभियुक्त के विरुद्ध दर्ज अन्य मुकदमों के बारे में जानकारी ली जा रही है और पूछताछ में सामने आए तथ्य को विवेचना में सम्मिलित कर अन्य शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. अभियुक्त को वास्ते न्यायिक अभिरक्षा माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर जिला कारागार रवाना किया जाएगा.

वहीं, अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में SI सूरज कुमार तिवारी थाना चेतगंज, SI राज कुमार पाण्डेय क्राइम ब्रांच,SI अखिलेश वर्मा थाना सारनाथ,SI विकास मिश्रा थाना चेतगंज ,का० डेविड थाना सारनाथ,का० संतोष यादव सर्विलांस सेल,का०अनुग्रह वर्मा सर्विलांस सेल शामिल रहे.

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