वाराणसी : सात जुलाई को वाराणसी में अखिल भारतीय शिक्षा समागम कार्यक्रम का कार्यक्रम होगा. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे. इतिहास में पहली बार काशी में इस कार्यक्रम के तहत एक साथ लगभग 400 से अधिक शिक्षाविदों का जमावाड़ा लगेगा. अखिल भारतीय शिक्षा समागम कार्यक्रम के दौरान नई शिक्षा नीति पर चर्चा होगी. इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही हैं.
रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में लगेगा शिक्षाविदों का जमावाड़ा
7 जुलाई को वाराणसी में आयोजित होने वाला अखिल भारतीय शिक्षा समागम कार्यक्रम रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में होगा. कार्यक्रम में देश भर से कई विश्वविद्यालयों के कुलपति, निदेशक, आईआईटी, आईआईएमए, के प्राध्यापक जुटेंगे. इस कार्यक्रम में काशी के विश्वविद्यालयों के कुलपति व शिक्षक भी शामिल होंगे. आगामी कार्यक्रम को लेकर काशी के विश्वविद्यालय में तैयारियां तेजी से चल रहीं हैं. इसी कड़ी में वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय व काशी विद्यापीठ में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों व शोधार्थियों की सूची तैयार की जा रही है. इसके अलावा कार्यक्रम की रूपरेखा को और सुदृढ़ बनाने का प्रयास किया जा रहा है.
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर राम त्रिपाठी ने बताया कि अखिल भारतीय शिक्षा समागम की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. लगातार शिक्षकों व छात्रों के साथ बैठक की जा रही है. इसके अलावा कार्यक्रम की रूपरेखा भी तैयार की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में 50 सीटें संस्कृत के लिए भी होगीं, जो हमारे लिए बेहद हर्ष का विषय हैं.
प्रोफेसर राम त्रिपाठी ने बताया कि 7 जुलाई को देश के विद्वानों के साथ विचार-विमर्श के लिए एक सम्मेलन का आयोजन किया गया है. इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. यूजीसी के द्वारा इस सम्मेलन में प्रतिभाग करने के लिए संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रों को आमंत्रित किया है. इसमें विश्वविद्यालय के 35 शिक्षक व 15 शोधार्थी सहभाग करेंगे. सम्मेलन में नई शिक्षा नीति के तहत विस्तार से चर्चा की जाएगी और संस्कृत भाषा को मजबूती मिलेगी. उन्होंने बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य शिक्षा संस्थानों के पाठ्यक्रम को बेहतर बनाना है.
पीएम मोदी के दौरे से पूर्व अस्सी घाट पर चलाया गया स्वच्छता अभियान
प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी के दौरे से पूर्व रविवार को वाराणसी के अस्सी घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया गया. नमामि गंगे टीम ने स्वच्छता अभियान चलाकर अस्सी घाट के तट गंगा के पानी से कचरा निकाला. इस दौरान नमामि गंगे टीम ने अस्सी घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं से गंगा की सफाई करने में सहयोग करने की अपील की.
नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमें स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छता की राह दिखाई है. भारत की शाश्वत पहचान मां गंगा की स्वच्छता जन भागीदारी पर निर्भर है. पीएम मोदी के नेतृत्व में नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा में सीवर न गिरे, इसके लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारा भी दायित्व है कि हम गंगा को प्रदूषित करने वाली कोई भी सामग्री का विसर्जन न करें.
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