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पीएम मोदी 26 अप्रैल को 'साध्य योग' में करेंगे नामांकन, वर्चस्व बचाने के लिए यह योग सर्वोत्तम - pm modi finle nomination

वाराणसी लोकसभा सीट ने पीएम मोदी 26 अप्रैल को साध्य योग में नामांकन करने जा रहे हैं. ज्योतिष के अनुसार इस योग में कोई कार्य शुरू करना बहुत ही शुभ और सफल माना जाता है. वहीं अगर अंक ज्योतिष से देंखे तो भी 26 तारीख का मूलांक आठ है और आठ का अंक पीएम मोदी के लिए हमेशा से लाभप्रद रहा है.

पीएम मोदी 26 अप्रैल को 'साध्य योग' में करेंगे नामांकन
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Published : Apr 12, 2019, 7:32 PM IST

वाराणसी: हिंदू धर्म की मान्यताओं में किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है योग, दिन, तिथि और मुहूर्त, इन सभी चीजों को देखने के बाद ही सनातन धर्म में कोई भी व्यक्ति किसी शुभ या नए कार्य को को शुरू करता है. इसी को देखते हुए पीएम मोदी 26 अप्रैल को वाराणसी लोकसभा सीट से 'साध्य योग' में नामांकन करने जा रहे हैं. ज्योतिष के अनुसार इस योग में कोई कार्य शुरू करना बहुत ही शुभ और सफल माना जाता है.


यदि हम वर्तमान राजनीति की बात करें तो हर नेता ज्योतिष के अनुसार ही अपना एक-एक कदम आगे बढ़ाता है. शायद यही वजह है कि वर्तमान समय में हर नेता मंदिर मंदिर चक्कर लगा रहे हैं और भगवान को मना कर अपने ग्रह नक्षत्रों को सुधारते हुए जीत का आशीर्वाद प्राप्त करना चाह रहे हैं और अगर इन सब से परे बाद नामांकन यानी चुनाव से पहले की प्रक्रिया की हो तो निश्चित है हर कोई विशेष तिथि और योग में ही अपना नामांकन दाखिल करना चाहता है.


ऐसा ही कुछ शायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोचा है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी को 26 अप्रैल शुक्रवार को अपना नामांकन वाराणसी लोकसभा सीट से दाखिल करना है इसकी तैयारी पूरी हो गई है और पार्टी के पदाधिकारी भी इस बात को स्वीकार रहे हैं कि 25 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी में रोड शो करेंगे और 26 को काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन कर अपना नामांकन दाखिल करेंगे.

ज्योतिषाचार्य विनय कुमार पाण्डेय ने ईटीवी भारत से की खास बात.


सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस दिन पीएम मोदी को अपना नामांकन दाखिल करना है उस दिन ग्रह, नक्षत्र का ऐसा विशेष योग बन रहा है जिसे 'साध्य योग' के नाम से जाना जाता है यानी इस दिन किसी भी चीज का आवेदन करना उक्त व्यक्ति के लिए लाभकारी होता है जो अपने वर्चस्व को बचाने का प्रयास कर रहा हो.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धर्म, आस्था और ज्योतिष पर अटूट विश्वास है और यह बीते पांच सालों में साबित भी हो गया है कि मंदिरों में दर्शन पूजन हो या फिर अपने गुरु का विशेष आशीर्वाद, हर कार्य प्रधानमंत्री मोदी ग्रह, नक्षत्रों के हिसाब से ही शुरू करते हैं और इस बार दोबारा जब प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं तो वह अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए भी ज्योतिष शास्त्र का सहारा लेकर ही नामांकन के लिए वाराणसी पहुंच रहे हैं.


इस बारे में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विनय कुमार पाण्डेय का कहना है कि सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य के लिए पांच चीजों का विशेष ध्यान रखा जाता है समय, दिन, नक्षत्र, योग औऱ कर्ण क्योंकि इन पांचों चीजों को मिलाने के बाद ही मुहूर्त निकलता है. और शुक्रवार 26 अप्रैल को सप्तमी तिथि के साथ उत्तराषाढ़ा नक्षत्र और साध्य योग है.


वहीं ज्योतिषाचार्य विनय का कहना है कि सनातन धर्म में जो विशेष योग होते हैं वह अपने नाम के हिसाब से ही फल देते हैं और साध्य योग का मतलब ही हुआ किसी भी चीज को साधने वाला ऐसा शास्त्रों में वर्णित है कि यदि 'साध्य योग' में किसी भी कार्य के लिए आवेदन किया जाए या किसी नए कार्य की शुरुआत की जाए तो उसमें हर हाल में कामयाबी मिलती है और आवेदन भी सफल होता है.

वहीं पीएम मोदी की वृश्चिक राशि के अनुसार 26 अप्रैल को सभी ग्रह अनुकूल हैं. खासकर चंद्रमा के तृतीय स्थान यानी पराक्रम भाव में होने का विशेष महत्व है. सिंह लग्न और नवांश भी फलदायी है. वहीं अगर अंक ज्योतिष के अनुसार देखें तो 26 तारीख का मूलांक 8 है. पीएम मोदी ने 26 मई 2014 को ही शपथ ली थी. तो वहीं 8 नवम्बर 2016 को ही नोटबंदी जैसा बड़ा फैसला लिया था. उन्होंने प्रमुख योजनाएं और नए कार्यक्रम शुरू करने के लिए भी 8, 26 और 17 तारीख ही चुनी है.

वाराणसी: हिंदू धर्म की मान्यताओं में किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है योग, दिन, तिथि और मुहूर्त, इन सभी चीजों को देखने के बाद ही सनातन धर्म में कोई भी व्यक्ति किसी शुभ या नए कार्य को को शुरू करता है. इसी को देखते हुए पीएम मोदी 26 अप्रैल को वाराणसी लोकसभा सीट से 'साध्य योग' में नामांकन करने जा रहे हैं. ज्योतिष के अनुसार इस योग में कोई कार्य शुरू करना बहुत ही शुभ और सफल माना जाता है.


यदि हम वर्तमान राजनीति की बात करें तो हर नेता ज्योतिष के अनुसार ही अपना एक-एक कदम आगे बढ़ाता है. शायद यही वजह है कि वर्तमान समय में हर नेता मंदिर मंदिर चक्कर लगा रहे हैं और भगवान को मना कर अपने ग्रह नक्षत्रों को सुधारते हुए जीत का आशीर्वाद प्राप्त करना चाह रहे हैं और अगर इन सब से परे बाद नामांकन यानी चुनाव से पहले की प्रक्रिया की हो तो निश्चित है हर कोई विशेष तिथि और योग में ही अपना नामांकन दाखिल करना चाहता है.


ऐसा ही कुछ शायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोचा है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी को 26 अप्रैल शुक्रवार को अपना नामांकन वाराणसी लोकसभा सीट से दाखिल करना है इसकी तैयारी पूरी हो गई है और पार्टी के पदाधिकारी भी इस बात को स्वीकार रहे हैं कि 25 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी में रोड शो करेंगे और 26 को काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन कर अपना नामांकन दाखिल करेंगे.

ज्योतिषाचार्य विनय कुमार पाण्डेय ने ईटीवी भारत से की खास बात.


सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस दिन पीएम मोदी को अपना नामांकन दाखिल करना है उस दिन ग्रह, नक्षत्र का ऐसा विशेष योग बन रहा है जिसे 'साध्य योग' के नाम से जाना जाता है यानी इस दिन किसी भी चीज का आवेदन करना उक्त व्यक्ति के लिए लाभकारी होता है जो अपने वर्चस्व को बचाने का प्रयास कर रहा हो.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धर्म, आस्था और ज्योतिष पर अटूट विश्वास है और यह बीते पांच सालों में साबित भी हो गया है कि मंदिरों में दर्शन पूजन हो या फिर अपने गुरु का विशेष आशीर्वाद, हर कार्य प्रधानमंत्री मोदी ग्रह, नक्षत्रों के हिसाब से ही शुरू करते हैं और इस बार दोबारा जब प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं तो वह अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए भी ज्योतिष शास्त्र का सहारा लेकर ही नामांकन के लिए वाराणसी पहुंच रहे हैं.


इस बारे में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विनय कुमार पाण्डेय का कहना है कि सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य के लिए पांच चीजों का विशेष ध्यान रखा जाता है समय, दिन, नक्षत्र, योग औऱ कर्ण क्योंकि इन पांचों चीजों को मिलाने के बाद ही मुहूर्त निकलता है. और शुक्रवार 26 अप्रैल को सप्तमी तिथि के साथ उत्तराषाढ़ा नक्षत्र और साध्य योग है.


वहीं ज्योतिषाचार्य विनय का कहना है कि सनातन धर्म में जो विशेष योग होते हैं वह अपने नाम के हिसाब से ही फल देते हैं और साध्य योग का मतलब ही हुआ किसी भी चीज को साधने वाला ऐसा शास्त्रों में वर्णित है कि यदि 'साध्य योग' में किसी भी कार्य के लिए आवेदन किया जाए या किसी नए कार्य की शुरुआत की जाए तो उसमें हर हाल में कामयाबी मिलती है और आवेदन भी सफल होता है.

वहीं पीएम मोदी की वृश्चिक राशि के अनुसार 26 अप्रैल को सभी ग्रह अनुकूल हैं. खासकर चंद्रमा के तृतीय स्थान यानी पराक्रम भाव में होने का विशेष महत्व है. सिंह लग्न और नवांश भी फलदायी है. वहीं अगर अंक ज्योतिष के अनुसार देखें तो 26 तारीख का मूलांक 8 है. पीएम मोदी ने 26 मई 2014 को ही शपथ ली थी. तो वहीं 8 नवम्बर 2016 को ही नोटबंदी जैसा बड़ा फैसला लिया था. उन्होंने प्रमुख योजनाएं और नए कार्यक्रम शुरू करने के लिए भी 8, 26 और 17 तारीख ही चुनी है.

Intro:स्पेशल स्टोरी:

एंकर- वाराणसी: हिंदू धर्म की मान्यताओं में किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है तो योग दिन तिथि और मुहूर्त इन सभी चीजों को देखने के बाद ही सनातन धर्म में कोई भी किसी शुभ या नए कार्य को करना चाहता है और यदि बात वर्तमान परिवेश में राजनीति की हो तो निश्चित तौर पर हर नेता इन सारी चीजों को देखकर ही एक एक कदम आगे बढ़ाता है शायद यही वजह है कि वर्तमान समय में हर नेता मंदिर मंदिर चक्कर लगा रहा है और भगवान को मना कर अपने ग्रह नक्षत्रों को सुधारते हुए जीत का आशीर्वाद प्राप्त करना चाह रहा है और अगर इन सब से परे बाद नामांकन यानी चुनाव से पहले की प्रक्रिया की हो तो निश्चित है हर कोई विशेष तिथि और योग में ही अपना नामांकन दाखिल करना चाहता है और ऐसा ही कुछ शायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोचा है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी को 26 अप्रैल शुक्रवार को अपना नामांकन वाराणसी से दाखिल करना है इसकी तैयारी पूरी हो गई है और पार्टी के पदाधिकारी भी इस बात को स्वीकार रहे हैं कि 25 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी में रोड शो करेंगे और 26 को काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन कर अपना नामांकन दाखिल करेंगे लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस दिन पीएम मोदी को अपना नामांकन दाखिल करना है उस दिन ग्रह नक्षत्र का ऐसा विशेष योग बन रहा है जिसे साध्य योग के नाम से जाना जाता है यानी इस दिन किसी भी चीज का आवेदन करना उक्त व्यक्ति के लिए लाभकारी होता है जो अपने वर्चस्व को बचाने का प्रयास कर रहा हो.


Body:वीओ-01 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धर्म और आस्था पर अटूट विश्वास है और यह बीते 5 सालों में साबित भी हो गया है मंदिरों में दर्शन पूजन हो या फिर अपने गुरु का विशेष आशीर्वाद हर कार्य प्रधानमंत्री मोदी ग्रह नक्षत्रों के हिसाब से ही करते हैं और इस बार दोबारा जब प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं तो वह अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए भी ज्योतिष शास्त्र का सहारा लेकर ही नामांकन के लिए वाराणसी पहुंच रहे हैं ऐसा सिर्फ इसलिए क्योंकि 26 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी को जब वाराणसी में आकर नामांकन करना है उस दिन ऐसा योग बन रहा है जो पीएम मोदी को इस बार भी विजयी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. इस बारे में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विनय कुमार पांडेय का कहना है कि सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य के लिए पांच चीजों का विशेष ध्यान रखा जाता है समय, दिन, नक्षत्र, योग औऱ कर्ण क्योंकि इन पांचों चीजों को मिलाने के बाद ही मुहूर्त निकलता है और शुक्रवार 26 अप्रैल को सप्तमी तिथि के साथ उत्तराषाढ़ा नक्षत्र और साध्य योग है पंडित विनय का कहना है की सनातन धर्म में जो विशेष योग होते हैं वह अपने नाम के हिसाब से ही फल देते हैं और साध्य योग का मतलब ही हुआ किसी भी चीज को साधने वाला ऐसा शास्त्रों में वर्णित है कि यदि साध्य योग में किसी भी कार्य के लिए आवेदन किया जाए या किसी नए कार्य की शुरुआत की जाए तो उसमें हर हाल में कामयाबी मिलती है और आवेदन भी सफल होता है.

बाईट- डॉ विनय कुमार पांडेय, विभागाध्यक्ष, ज्योतिष विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय


Conclusion:वीओ-02 पंडित विनय कुमार पांडेय के मुताबिक 26 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी भी यदि इस युग में आवेदन करते हैं तो उनके लिए विशेष फलदाई होगा, क्योंकि 26 अप्रैल को पूरा दिन यह योग मिल रहा है पंडित विनय पांडेय का कहना है कि इस योग का एक फायदा और होता है इस योग में यदि कोई व्यक्ति अपनी सत्ता या अपने वर्चस्व को बचाने के लिए प्रयास करता है तो उसमें भी उसे सफलता मिलती है. यानी प्रधानमंत्री मोदी का 26 अप्रैल को वाराणसी में होने वाला नामांकन ज्योतिषीय दृष्टि से उनकी सत्ता को बचाने के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.

बाईट- डॉ विनय कुमार पांडेय, विभागाध्यक्ष, ज्योतिष विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय


गोपाल मिश्र

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