वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचकर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष पूजन अर्चन किया. इसके पहले उन्होंने विश्वनाथ कॉरिडोर का निरीक्षण किया. बाबा विश्वनाथ मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधिवत षोडशोपचार पूजन किया. इस दौरान उन्होंने तीन दिये जलाए और बाबा विश्वनाथ की आरती की संपन्न की. इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि किसी प्रधानमंत्री के वाहन का काफिला सीधे विश्वनाथ मंदिर के मुख्य द्वार से कुछ पहले तक पहुंचा. यह निर्माणाधीन कॉरिडोर और मंदिर विस्तारीकरण की वजह से संभव हो सका.
चार ब्राह्मणों ने कराया पूजन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार की शाम जलमार्ग से ललिता घाट पहुंचे. जहां से वे निर्माणाधीन श्री काशी विश्वनाथ धाम होते हुए बाबा दरबार गए. मंदिर के अर्चक टेक नारायण, डॉ श्रीदेव, पंडित नीरज पांडे और पंडित ओम प्रकाश के आचार्यत्व में प्रधानमंत्री ने बाबा विश्वनाथ का विधि-विधान से पूजन अर्चन और आरती की. इसके बाद प्रधानमंत्री ने चुनार के लाल गुलाबी पत्थरों से बन रहे प्रदक्षिणा मार्ग के बीच से होते हुए मंदिर चौक बिल्डिंग पहुंचे. जहां पर उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ धाम के चल रहे निर्माण की अद्यतन स्थिति पर तैयार एक प्रेजेंटेशन देखा. इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों की स्थिति, उसकी गुणवत्ता, उसकी भव्यता और उसकी उपयोगिता को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चर्चा की.
प्रधानमंत्री ने की चल रहे निर्माण कार्य की सराहना
मंडल आयुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री ने चल रहे निर्माण कार्य की काफी सराहना की. उन्होंने इसकी भव्यता पर विशेष बल दिया. मुख्य कार्यपालक सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए ललिता घाट से लेकर मंदिर के गर्भगृह तक पूरे परिसर को भव्य रुप से सजाया गया था. लाइटिंग,मैंटिंग के अलावा प्रधानमंत्री को इस परिसर में एक अलग अनुभव प्रतीत हो इसका पूरा ख्याल रखा गया था.
स्वागत के लिए मार्ग को विशेष रूप से किया गया था तैयार
मंदिर के विशेष कार्याधिकारी उमेश सिंह ने बताया कि पूजा पाठ से लेकर जिस मार्ग से प्रधानमंत्री को निकलना था, उस मार्ग को स्वागत के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया था. घाट पर प्रधानमंत्री का स्वागत महाकाल डमरू ग्रुप द्वारा डमरु बजा कर किया गया. डमरु ग्रुप द्वारा लगाए जा रहे हर-हर महादेव के उद्घोष से पूरा परिसर शिवमय हो गया था.