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काशी के बाजारों में लगी छह दिसंबर पर बंदी की तख्तियां, काला दिवस मनाने का ऐलान, पुलिस सतर्क

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी के बाजारों में लगी छह दिसंबर पर बंदी की तख्तियां लगाकर काला दिवस मनाने का ऐलान किया गया है. इसे लेकर पुलिस सतर्क हो गई है. कई क्षेत्रों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 6, 2023, 11:25 AM IST

वाराणसी: बाबरी ढांचे के विध्वंस की बरसी पर आज काशी की पुलिस अलर्ट है. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मिश्रित आबादी वाले इलाके में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. खास तौर पर दाल मंडी, सरैया, हड़हा सराय, मदनपुरा और तमाम अन्य इलाकों में विशेष सतर्कता बरतते हुए थाने और चौकियों को अलर्ट किया गया है. बता दें कि मंगलवार रात को मुख्य बाजारों में 6 दिसंबर को काला दिवस बंदी का स्लोगन लिखकर तख्तियां सड़कों पर लगाई गईं थी. इसी के बाद से पुलिस सतर्क हो गई है.


दरअसल, 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी विध्वंस के बाद काफी बड़ा विवाद हुआ था. दो पक्षों में हुए विवाद से पूरे देश में अमन शांति पर भी खतरा मंडराने लगा था. बाबरी विध्वंस की बरसी पर हर वर्ष मुस्लिम बाहुल्य इलाके में काला दिवस के रूप में मनाई जाती है. इस वर्ष भी शहर के तमाम इलाकों में काला दिवस मनाते हुए दुकानों को बंद रखने का फैसला कल ही ले लिया गया था. आज सुबह से ही दुकान बंद रखी गई है और दुकानों के बाहर और बाजारों में तख्तियां लगाकर काला दिवस मनाया जाने की घोषणा की गई है. मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पुलिस बल विशेष सतर्कता बरत रहा है. खास तौर पर चौक समेत इसके आसपास के इलाकों में पीएसी और लोकल पुलिस की तैनाती की गई है.


फिलहाल लंबे वक्त से 6 दिसंबर को कहीं शौर्य तो कहीं काला दिवस मनाया जाने की परंपरा रही है. खास तौर पर वाराणसी के दालमंडी, बेनियाबाग, नई सड़क, शिवाला गौरीगंज, रेवड़ी तालाब सहित मुस्लिम बाहुल्य इलाकों की दुकान बंद रखी जाती है. दुकानों के बाहर 6 दिसंबर बंद लिखकर काला दिवस की बात का भी जिक्र किया जाता है. इसे लेकर हर वर्ष पुलिस बल विशेष सतर्कता बढ़ता है ताकि कहीं कोई अनहोनी जैसी घटना ना हो इस वर्ष भी पुलिस टीम में अलर्ट मोड में है.

ये भी पढ़ेंः कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना के क्लासमेट के साथ लाखों की ठगी, 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज

वाराणसी: बाबरी ढांचे के विध्वंस की बरसी पर आज काशी की पुलिस अलर्ट है. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मिश्रित आबादी वाले इलाके में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. खास तौर पर दाल मंडी, सरैया, हड़हा सराय, मदनपुरा और तमाम अन्य इलाकों में विशेष सतर्कता बरतते हुए थाने और चौकियों को अलर्ट किया गया है. बता दें कि मंगलवार रात को मुख्य बाजारों में 6 दिसंबर को काला दिवस बंदी का स्लोगन लिखकर तख्तियां सड़कों पर लगाई गईं थी. इसी के बाद से पुलिस सतर्क हो गई है.


दरअसल, 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी विध्वंस के बाद काफी बड़ा विवाद हुआ था. दो पक्षों में हुए विवाद से पूरे देश में अमन शांति पर भी खतरा मंडराने लगा था. बाबरी विध्वंस की बरसी पर हर वर्ष मुस्लिम बाहुल्य इलाके में काला दिवस के रूप में मनाई जाती है. इस वर्ष भी शहर के तमाम इलाकों में काला दिवस मनाते हुए दुकानों को बंद रखने का फैसला कल ही ले लिया गया था. आज सुबह से ही दुकान बंद रखी गई है और दुकानों के बाहर और बाजारों में तख्तियां लगाकर काला दिवस मनाया जाने की घोषणा की गई है. मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पुलिस बल विशेष सतर्कता बरत रहा है. खास तौर पर चौक समेत इसके आसपास के इलाकों में पीएसी और लोकल पुलिस की तैनाती की गई है.


फिलहाल लंबे वक्त से 6 दिसंबर को कहीं शौर्य तो कहीं काला दिवस मनाया जाने की परंपरा रही है. खास तौर पर वाराणसी के दालमंडी, बेनियाबाग, नई सड़क, शिवाला गौरीगंज, रेवड़ी तालाब सहित मुस्लिम बाहुल्य इलाकों की दुकान बंद रखी जाती है. दुकानों के बाहर 6 दिसंबर बंद लिखकर काला दिवस की बात का भी जिक्र किया जाता है. इसे लेकर हर वर्ष पुलिस बल विशेष सतर्कता बढ़ता है ताकि कहीं कोई अनहोनी जैसी घटना ना हो इस वर्ष भी पुलिस टीम में अलर्ट मोड में है.

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