वाराणसी: धर्म नगरी काशी को मोक्ष की नगरी भी कहा जाता है. काशी में पितृ पक्ष में सोमवार को एक सामाजिक संस्था आगमन अजन्मी बेटियों की मोक्ष की कामना करेगा. अजन्मी मोक्ष में गर्भ में मारी गयी बेटियों के मोक्ष की कामना की जाएगी. सोमवार को दशाश्वमेध घाट पर 5500 अजन्मी बेटियों के मोक्ष की कामना की जाएगी.
बता दें कि सामाजिक संस्था आगमन अब तक 20,500 अजन्मी बेटियों के मोक्ष के लिए श्राद्ध कर्म कर चुका है. संस्था का मानना है कि इन बेटियों को जीने का अधिकार तो नहीं दिया गया, लेकिन मोक्ष का अधिकार मिलना ही चाहिए.
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डॉ. संतोष ओझा ने बताया कि 2001 से संस्था बेटी बचाने का काम कर रही है. बेटी बचाने के लिए तमाम प्रयास कर रही है. यह भी कार्यक्रम कुछ इस तरह का ही है. समाज को एक मैसेज देना चाहते हैं कि बेटी नहीं होगी तो यह सृष्टि नहीं दिखेगा. इसी के तहत हम लोग 5500 अजन्मी बेटियों का श्राद्ध दशाश्वमेध घाट पर करेंगे. पूरी विधि विधान से श्राद्ध करते हैं. अभी तक 20,500 अजन्मी बेटियों का श्राद्ध कर चुके हैं. हम उनकी मोक्ष की कामना के लिए यह श्राद्ध क्रम करते हैं.