वाराणसी: प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में पढ़ने वाले मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन का नाम अब बनारस रेलवे स्टेशन होगा. इस संदर्भ में उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग की तरफ से आधिकारिक रूप से अधिसूचना जारी कर दी गई है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी ट्विटर के जरिए इसकी जानकारी लोगों तक साझा की है. अधिसूचना जारी होने के बाद मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन के नाम को बदलने की कवायद भी शुरू हो गई है, जिसके बाद इस शहर में रहने वाले और इस स्टेशन से दूसरे शहरों की यात्रा करने वाले लोगों में बेहद खुशी है.
लोगों का मानना है कि मांडव ऋषि के नाम पर मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन का नाम रखा गया था. काफी पुराने वक्त से दस्तावेजों में यही नाम मौजूद है, लेकिन अब वाराणसी में बनारस नाम से भी कुछ मौजूद रहेगा. इस बात की खुशी शहर के लोगों में है. यहां से दिल्ली की यात्रा करने पहुंचे युवाओं का कहना था कि अब तक बनारस में बनारस नाम से कोई भी जगह नहीं थी. लोग मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन को बनारस से कनेक्ट नहीं कर पाते थे, लेकिन अब जब नाम परिवर्तन हो गया है तो इस बात की खुशी है कि अब लोग गर्व से कह सकेंगे कि हम बनारस जा रहे हैं. वहीं लोगों में इस बात की खुशी है कि पहले से ही स्टेशन बहुत मेंटेन है और अब नाम परिवर्तन होने के बाद बनारस समेत और भी दूसरे स्टेशनों की शक्ल सूरत बदलेगी.
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फिलहाल इस बारे में पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों से फोन पर हुई बातचीत में उनका कहना है कि नाम परिवर्तन को लेकर अधिसूचना जारी हो गई है, लेकिन अभी रेल बोर्ड की तरफ से इस संदर्भ में कार्यवाही बाकी है. माना जा रहा है कि आने वाले 2 से 3 दिनों के अंदर में यह भी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और जल्द स्टेशन के बाहर लिखे मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन का नाम परिवर्तन करके उसकी जगह बनारस लिखा जाएगा. टिकट से लेकर अन्य दस्तावेजों में भी जल्द ही इसके नाम के परिवर्तन की कार्रवाई पूरी होगी.