वाराणसी: उत्तर प्रदेश वाराणसी में लोगों ने प्रतिबंधित कातिल चाइनीज मांझा से दूरी बनाने को लेकर मुहिम छेड़ दी है. लोगों के गले का फांस बनते जा रहे प्रतिबंधित कातिल चाइनीज मांझे की बिक्री मार्केट में चल रही है. प्रतिबंधित मांझे की रोक का कड़ाई से पालन कराने को लेकर सामाजिक संस्था सुबह-ए-बनारस ने जन जागरूकता अभियान चलाया.
आगामी मकर संक्रांति पर्व को देखते हुए संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, लक्ष्मी हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक समाजसेवी डॉक्टर अशोक कुमार राय, महासचिव राजन सोनी, बीपी गुजरात विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य शशि प्रकाश गौतम के नेतृत्व में अभियान चलाया गया. इसमें छात्रों के हाथों में पतंग और बैनर लेकर चाइनीज मांझे से पतंग न उड़ाने की अपील की.
अध्यक्ष मुकेश जायसवाल ने कहा कि न्यायालय द्वारा रोक के आदेश के बावजूद धड़ल्ले से बिक रहे प्रतिबंधित मांझा का खतरा इंसानों के साथ-साथ बेजुबान पशु-पक्षियों के ऊपर मंडराता रहता है. कई अनगिनत घटनाएं हो चुकी हैं. घायलों की तो गिनती ही नहीं है. इसके बावजूद प्रतिबंधित मांझे की बिक्री को लेकर पुलिस व प्रशासन की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. 2 माह पहले चेतगंज थाना के चौकाघाट फ्लाईओवर पर मांझे की चपेट में आने से बाइक सवार आकाश शुक्ला की मौत हो गई थी.
उन्होंने कहा कि ज्ञात और अज्ञात के रूप में कई लोग इस कातिल मांझे के शिकार हो चुके हैं. संस्था द्वारा जिला प्रशासन से यह मांग है कि प्रतिबंधित चाइनीज मांझा बेचने वाले दुकानदारों को चिह्मित करें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनपर तत्काल कार्रवाई कर जनहित में इस खतरनाक मंझा के बिक्री पर रोक लगाने का कष्ट करें. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, डॉक्टर अशोक कुमार राय, महासचिव राजन सोनी, प्रधानाचार्य प्रकाश गौतम, उपाध्यक्ष अनिल केसरी सहित बच्चे शामिल हुए.
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