वाराणसी: महादेव की नगरी कहे जाने वाले काशी में एक ऐसा भी मंदिर है, जहां देवी देवताओं की मूर्ति नहीं बल्कि भारत का मानचित्र है. इसे विश्व में भारत माता मंदिर के नाम से जाना जाता है. लाॅकडाउन में मंदिरों को बंद कर दिया गया था. काशी विश्वनाथ मंदिर खुलने के बाद अब लोग इस मंदिर के खुलने का इंतजार कर रहे हैं. यहां देश- विदेश से पर्यटक आते हैं. मंदिर स्वतंत्रता सेनानी बाबू शिव प्रसाद गुप्ता द्वारा डिजाइन किया गया था. इसका उद्घाटन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने साल 1936 किया था. खास बात यह है कि इस दो मंजिला मंदिर का निर्माण मकराना मार्बल से हुआ है.
कोरोना संक्रमण के कारण बंद बाबा विश्वनाथ मंदिर का कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है. साथ ही काल भैरव मंदिर भी दर्शन के लिए खोल दिया गया है. ऐसे में अब लोगों को भारत माता मंदिर का कपाट खुलने का इंतजार है. इस संबंध में मंदिर की देखरेख करने वाले राजू सिंह ने बताया कि ऐसा मंदिर विश्व में कहीं नहीं है. कोरोना संक्रमण के कारण बंद सभी मंदिरों के कपाट अब धीरे-धीरे खोले जा रहे हैं.
ऐसे में उम्मीद है कि भारत माता मंदिर का कपाट भी जल्द ही खोला जाएगा. उन्होंने कहा कि मंदिर का कपाट खुलने से कोरोना के कारण ठप पड़ा रोजगार भी शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि मंदिर कमेटी की ओर से उन्हें सैलरी दी जाती है, जो कपाट बंद होने के बाद भी दी जा रही है. स्थानीय नागरिक प्रशांत साहू ने बताया कि अब सभी मंदिरों को खोला जा रहा है. उम्मीद है इस मंदिर का कपाट भी जल्द ही खुलेगा.