वाराणसी: अयोध्या में तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास और अयोध्या के राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आए फैसले के बाद अब एक के बाद एक संत आमने-सामने आ रहे हैं. इन सबके बीच महंत परमहंस दास और नृत्य गोपाल दास के बीच हुए विवाद के बाद तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास को उनके गुरु सर्वेश्वर दास ने महंत पद से निष्कासित कर दिया है. इसको लेकर ईटीवी भारत ने महंत परमहंस दास से खास बातचीत की.
नृत्य गोपाल दास के दबाव में गुरु ने मुझे निकाला
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि नृत्य गोपाल दास और उनके उत्तराधिकारी कमलनयन दास के दबाव में उनके गुरु ने ऐसा किया है. उन्हें निष्कासित किया यह तो बाद की बात है, लेकिन जिस तरह से उन्हें अयोध्या से हटाकर उनके गुरु को भड़का कर यह काम कराया गया, वह बहुत दुखद है.
परमहंस दास ने नृत्य गोपाल दास पर लगाए गंभीर आरोप
परमहंस दास का कहना है कि मैं तब तक वापस नहीं जाऊंगा, जब तक मुझे सुरक्षा नहीं दी जाती है. उन्होंने नृत्य गोपाल दास के विद्यालय पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वहां पर हाल ही में एक छात्र के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म हुआ और उनके यहां का एक कर्मचारी जेल भी गया. पैसा और पद के साथ ताकत आ जाने से वह उसका दुरुपयोग कर रहे हैं.
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महंत परमहंस दास ने कहा कि इस पूरे विवाद की शुरुआत राम विलास वेदांती और मेरे बीच फोन पर हुई बातचीत से हुई. बीजेपी के होने के बाद भी रामविलास वेदांती ने जिस तरह से ट्रस्ट में सीएम योगी को चेयरमैन न बनाए जाने के लिए विरोध करने की बात कही है, वह मुझे खराब लगा है. मुझे लगा कि वह है तो बीजेपी के, लेकिन सीएम योगी का ही विरोध कर रहे हैं. महंत परमहंस दास की मानें तो रामविलास वेदांती का कहना था कि सीएम योगी नाथ संप्रदाय से आते हैं और नाथ संप्रदाय के होने की वजह से उनको यह पद नहीं मिलना चाहिए.
नृत्य गोपाल दास ने मुझे जान से मारने की कोशिश की
महंत परमहंस दास ने कहा कि मेरा विरोध कर मुझे अयोध्या से बाहर निकाल दिया गया और मुझे जान से मारने की कोशिश भी नृत्य गोपाल दास और उनके उत्तराधिकारी ने की. उसके बाद भी मैं दर-दर भटकने को मजबूर हूं.