वाराणसी : जलियांवाला बाग हत्याकांड के सौ साल पूरे होने के मौके पर वाराणसी में शहीदों को याद किया गया. इस दौरान शहर के गिरिजाघर चौराहे पर शहीद उधम सिंह स्मारक पर मेला और सर्वधर्म सभा का आयोजन किया गया. साथ ही पुलिस ने गोलीकांड के शहीदों को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया.
जलियांवाला बाग हत्याकांड की 100 वीं बरसी कार्यक्रम की मुख्य बातें अखिल भारतीय शहीद उधम सिंह स्मारक समीति ने किया आयोजन. - पुलिस टीम ने शस्त्र झुकाकर शहीदों को दी शोक सलामी.- कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने गाया राष्ट्रीय गीत.- सर्वधर्म प्राथना में कुरान, गीता और बाईबिल का पाठ किया गया.
जलियांवाला बाग हत्याकांड
13 अप्रैल 1919 को पंजाब के अमृतसर में स्थित जलियांवाला बाग में हो रही थी जनसभा. - स्थानीय नेता डॉ. सैफुद्दीन किचलू और डॉ. सत्यपाल की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे लोग. - मुखबिर की सूचना पर ब्रिटिश फौज ने बाग को घेरा. - जनरल डायर के आदेश पर पुलिस ने निहत्थे लोगों पर बरसाई गोलियां. - सैकड़ों लोगों की हुई मौत, मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल.
जलियांवाला बाग में जनरल डायर ने हमारे हजारों निर्दोष लोगों को गोलियों से भून दिया. उन शहीदों की याद में हम हर साल शोक सभा रखते हैं. इस वर्ष उस भीषण नरसहांर के सौ साल पूरे हो गए हैं इसलिए आज का कार्यक्रम आयोजित किया गया है.
-प्रभात वर्मा, महासचिव- शहीद उधम सिंह मदर इंडिया धर्मनिरपेक्ष ट्रस्ट