वाराणसी : किराना घराना, बनारसी गायकी और ठुमरी के प्रतिष्ठित गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति भवन में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पंडित छन्नूलाल मिश्र को सम्मानित किया.
जनवरी 2020 में पंडित छन्नू लाल मिश्र को जब पद्म विभूषण से सम्मानित करने का ऐलान किया गया था, तब ईटीवी भारत की टीम ने उनसे खास बातचीत की थी.
पंडित छन्नू लाल मिश्रा को पद्म विभूषण से सम्मानित करने का ऐलान साल 2020 के जनवरी महीने में ही किया गया था. इसके बाद कोरोना संक्रमण का दौर शुरू हो गया, जिसकी वजह से सम्मान समारोह का आयोजन नहीं किया जा सका था. सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम करने वाले 141 लोगों को पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित किया.
25 जनवरी 2020 को ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में पंडित छन्नू लाल मिश्र ने अपने जीवन के संघर्षों को याद करते हुए भारत सरकार को धन्यवाद दिया था.
उन्होंने ईटीवी भारत के साथ खुशी के पलों को साझा करते हुए अपने जीवन के संघर्षों को भी बयां किया था. उन्होंने तब कहा था कि यह उनकी कठिन तपस्या का फल है. उन्होंने यह भी कहा था कि काशी कबहु ना छोड़िए विश्वनाथ दरबार. मुझे काशी अतिप्रिय है और मैंने काशी को अभी तक नहीं छोड़ा. इसी का नतीजा है कि बाबा विश्वनाथ और मेरे गुरु महाराज ने मुझे यह सम्मान दिलवाया.
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साल 2010 में पंडित छन्नू लाल मिश्र को पद्मभूषण और 2012-13 में उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से यश भारती सम्मान से पहले ही सम्मानित किया जा चुका है.
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