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वाराणसी: सर सुन्दर लाल अस्पताल की ऑक्सीजन भण्डारण क्षमता होगी तीन गुना

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सर सुन्दरलाल अस्पताल जल्द ही ऑक्सीजन भण्डारण क्षमता को तीन गुना करने जा रहा है. 20 किलोलीटर की क्षमता का सिलेण्डर लगाए जाने का काम अंतिम चरण में है और इसे इस महीने के अंत तक चालू कर दिया जाएगा.

सर सुन्दर लाल अस्पताल वाराणसी.
सर सुन्दर लाल अस्पताल वाराणसी.
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Published : Oct 17, 2020, 6:22 PM IST

वाराणसी: मरीजों को उत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित सर सुन्दरलाल अस्पताल जल्द ही ऑक्सीजन भण्डारण क्षमता को तीन गुना करने जा रहा है. फिलहाल चिकित्सालय में 10 किलोलीटर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के भण्डारण की क्षमता है. इसे बढ़ाने के लिए 20 किलोलीटर की क्षमता का एक और सिलेण्डर लगाया जा रहा है, जिसका काम अंतिम चरण में है और इसे इस महीने के अंत तक चालू कर दिया जाएगा.

बीएचयू में पूर्वांचल सहित बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और नेपाल तक के मरीज ओपीडी में दिखाने के लिए आते हैं. सामान्य दिनों की बात करें तो एक दिन में 5000 से अधिक संख्या में यहां मरीज आते हैं. वैश्विक महामारी को देखते हुए बीएचयू के सुपर सिटी सेंटर में थ्री लेयर का कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है. वहीं गंभीर बीमारियों से लड़ने के लिए भी यहां पर डॉक्टर मौजूद रहते हैं. ऐसे में अब मरीजों को ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी.

चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एसके माथुर ने बताया कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के मद्देनजर अस्पताल में ऑक्सीजन की मांग में काफी इजाफा दर्ज किया गया था. आने वाले वक्त में Mother and Child Care Wing के शुरू होने से भी ऑक्सीजन की मांग बढ़ेगी. ऐसे में अस्पताल की ऑक्सीजन भण्डारण क्षमता बढ़ाना अत्यंत आवश्यक था. लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसका कम जगह में अधिक मात्रा में भण्डारण किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त अस्पताल में पारम्परिक माध्यम से भी ऑक्सीजन आपूर्ति की भी व्यवस्था है. इसके लिए बड़े ऑक्सीजन सिलेण्डर पर्याप्त मात्रा में अस्पताल में हैं. उनकी संख्या के साथ साथ उन्हे भरने की क्षमता में भी इजाफा किया गया है. अस्पताल में छोटे ऑक्सीजन सिलेण्डर भी उपलब्ध हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनका भी इस्तेमाल किया जा सके. इसके अलावा सर सुन्दरलाल चिकित्सालय में भविष्य में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित करने की दिशा में भी काम चल रहा है.

वाराणसी: मरीजों को उत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित सर सुन्दरलाल अस्पताल जल्द ही ऑक्सीजन भण्डारण क्षमता को तीन गुना करने जा रहा है. फिलहाल चिकित्सालय में 10 किलोलीटर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के भण्डारण की क्षमता है. इसे बढ़ाने के लिए 20 किलोलीटर की क्षमता का एक और सिलेण्डर लगाया जा रहा है, जिसका काम अंतिम चरण में है और इसे इस महीने के अंत तक चालू कर दिया जाएगा.

बीएचयू में पूर्वांचल सहित बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और नेपाल तक के मरीज ओपीडी में दिखाने के लिए आते हैं. सामान्य दिनों की बात करें तो एक दिन में 5000 से अधिक संख्या में यहां मरीज आते हैं. वैश्विक महामारी को देखते हुए बीएचयू के सुपर सिटी सेंटर में थ्री लेयर का कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है. वहीं गंभीर बीमारियों से लड़ने के लिए भी यहां पर डॉक्टर मौजूद रहते हैं. ऐसे में अब मरीजों को ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी.

चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एसके माथुर ने बताया कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के मद्देनजर अस्पताल में ऑक्सीजन की मांग में काफी इजाफा दर्ज किया गया था. आने वाले वक्त में Mother and Child Care Wing के शुरू होने से भी ऑक्सीजन की मांग बढ़ेगी. ऐसे में अस्पताल की ऑक्सीजन भण्डारण क्षमता बढ़ाना अत्यंत आवश्यक था. लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसका कम जगह में अधिक मात्रा में भण्डारण किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त अस्पताल में पारम्परिक माध्यम से भी ऑक्सीजन आपूर्ति की भी व्यवस्था है. इसके लिए बड़े ऑक्सीजन सिलेण्डर पर्याप्त मात्रा में अस्पताल में हैं. उनकी संख्या के साथ साथ उन्हे भरने की क्षमता में भी इजाफा किया गया है. अस्पताल में छोटे ऑक्सीजन सिलेण्डर भी उपलब्ध हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनका भी इस्तेमाल किया जा सके. इसके अलावा सर सुन्दरलाल चिकित्सालय में भविष्य में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित करने की दिशा में भी काम चल रहा है.

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