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महामना की बगिया में पुष्प प्रदर्शनी: देखने पहुंचे एक लाख से अधिक लोग, राम मंदिर की झांकी के साथ ली सेल्फी

महामना की बगिया काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में लगी पुष्प प्रदर्शनी के आखिरी एक लाख से अधिक लोगों ने फूलों की इस बगिया को देखा है. 200 से ज्यादा माली अपने फूलों को लेकर इस प्रदर्शनी में पहुंचे हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 27, 2023, 9:57 PM IST

वाराणसीः महामना पं. मदन मोहन मालवीय की जयंती के अवसर पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हर साल पुष्प प्रदर्शनी आयोजित की जाती है. इस बार उनकी 162वीं जयंती पर भी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. यहां करीब 1000 से अधिक फूलों से महामना की बगिया को सजा दिया गया है. इस प्रदर्शनी ने एक लाख से अधिक लोगों ने फूलों की इस बगिया को देखा है. इसके साथ ही वाराणसी के सरकारी और निजी संस्थानों ने भी इस प्रदर्शनी में हिस्सा लिया है और अपने-अपने फूलों की प्रदर्शनी लगाई है. यह प्रदर्शनी मालवीय भवन के परिसर में लगाई गई है. इसके साथ ही वहीं मालवीय भवन को लगभग 200 क्विंटल फूलों से सजाया गया है. प्रदर्शनी के अंतिम दिन बुधवार को बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचे.

फूलों के साथ सेल्फी लेतीं युवतियां.
फूलों के साथ सेल्फी लेतीं युवतियां.
200 से अधिक माली अपने-अपने फूलों के साथ पहुंचेमें प्रो. आनंद कुमार सिंह ने बताया कि इस बार पुष्प प्रदर्शनी में एक लाख से अधिक आए हैं. बीएचयू के सिंह द्वारा की तरह ही प्रदर्शनी का प्रवेश द्वार तैयार किया गया है. इसके साथ ही इस बार प्रदर्शनी में राम मंदिर की झांकी भी तैयार की गई है, जिसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं. फूलों की अलग-अलग वैराइटी देख लोग काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं. सभी फूलों के साथ अपनी सेल्फी ले रहे हैं. वहीं राम मंदिर की झांकी के साथ लोग सेल्फी लेते नजर आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि 200 से अधिक माली अपने फूलों के साथ यहां पर पहुंचे हैं. प्रदर्शनी को आम लोगों के लिए दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक के लिए खोला गया है.
पुष्प प्रदर्शनी में 200 माली अपने फूल लेकर पहुंचे.
पुष्प प्रदर्शनी में 200 माली अपने फूल लेकर पहुंचे.
इन फूलों और वनस्पतियों की प्रदर्शनीप्रो. आनंद कुमार सिंह ने बताया कि इस प्रदर्शनी में मुख्य रूप से गुलदावदी के गमलों और फूलों का संग्रह सबसे अधिक पसंद किया जा रहा है. इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के खूबसूरत फूलों को पौधे और रंगीन पत्तियों के समूह लगाए गए हैं. फल एवं सब्जियां, जैविक फलदार पौधे, मसाले और औषधीय पौधे, जैविक शाकभाजी, बोनसाई, हरी पत्तियों का संग्रह, चूल्हा, फूलों से बनाई गई रंगोली, मानव पक्षी, जल प्रपात के साथ ही मालवीय जी पर आधारित वास्तुकला के नमूने तैयार किए गए हैं. मालवीय भवन में 25 दिसंबर से 27 दिसंबर तक तीन दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है.
बीएचयू में लगी पुष्प प्रदर्शनी.
बीएचयू में लगी पुष्प प्रदर्शनी.
1000 से ज्यादा फूलों की अलग-अलग प्रजातियांप्रदर्शनी के बारे में प्रदर्शनी प्रभारी प्रो. सिंह ने बताया कि इस बार प्रदर्शनी में 600 से ज्यादा किसानों ने अपनी सहभागिता दर्ज की है. 1000 से ज्यादा फूल, अलग-अलग प्रजाति की हरी सब्जियां फलों से इस प्रदर्शनी को सजाया गया है. इस बार प्रदर्शनी में सामान्य फूल गुलाब, डहेलिया, सूरजमुखी लगायत अन्य फूलों के साथ कुछ नए प्रजाति के फूल पत्तियों को भी शामिल किया गया है. जिसमें ट्यूब रोज, जरबेरा, एंथोरियम, लिलियम, बोर्ड ऑफ पैराडाइज शामिल है. इस प्रदर्शनी में बेहतरीन फूल, सब्जी और फलों को पुरस्कृत भी किया जाता है.
पुष्प प्रदर्शनी देखने एक लाख लोग पहुंचे.
पुष्प प्रदर्शनी देखने एक लाख लोग पहुंचे.

इसे भी पढ़ें-शहीदों का गांवः काशी के इस गांव में है 26 स्वतंत्रता सेनानियों का घर, अब विश्व पटल पर छाएगा

वाराणसीः महामना पं. मदन मोहन मालवीय की जयंती के अवसर पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हर साल पुष्प प्रदर्शनी आयोजित की जाती है. इस बार उनकी 162वीं जयंती पर भी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. यहां करीब 1000 से अधिक फूलों से महामना की बगिया को सजा दिया गया है. इस प्रदर्शनी ने एक लाख से अधिक लोगों ने फूलों की इस बगिया को देखा है. इसके साथ ही वाराणसी के सरकारी और निजी संस्थानों ने भी इस प्रदर्शनी में हिस्सा लिया है और अपने-अपने फूलों की प्रदर्शनी लगाई है. यह प्रदर्शनी मालवीय भवन के परिसर में लगाई गई है. इसके साथ ही वहीं मालवीय भवन को लगभग 200 क्विंटल फूलों से सजाया गया है. प्रदर्शनी के अंतिम दिन बुधवार को बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचे.

फूलों के साथ सेल्फी लेतीं युवतियां.
फूलों के साथ सेल्फी लेतीं युवतियां.
200 से अधिक माली अपने-अपने फूलों के साथ पहुंचेमें प्रो. आनंद कुमार सिंह ने बताया कि इस बार पुष्प प्रदर्शनी में एक लाख से अधिक आए हैं. बीएचयू के सिंह द्वारा की तरह ही प्रदर्शनी का प्रवेश द्वार तैयार किया गया है. इसके साथ ही इस बार प्रदर्शनी में राम मंदिर की झांकी भी तैयार की गई है, जिसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं. फूलों की अलग-अलग वैराइटी देख लोग काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं. सभी फूलों के साथ अपनी सेल्फी ले रहे हैं. वहीं राम मंदिर की झांकी के साथ लोग सेल्फी लेते नजर आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि 200 से अधिक माली अपने फूलों के साथ यहां पर पहुंचे हैं. प्रदर्शनी को आम लोगों के लिए दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक के लिए खोला गया है.
पुष्प प्रदर्शनी में 200 माली अपने फूल लेकर पहुंचे.
पुष्प प्रदर्शनी में 200 माली अपने फूल लेकर पहुंचे.
इन फूलों और वनस्पतियों की प्रदर्शनीप्रो. आनंद कुमार सिंह ने बताया कि इस प्रदर्शनी में मुख्य रूप से गुलदावदी के गमलों और फूलों का संग्रह सबसे अधिक पसंद किया जा रहा है. इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के खूबसूरत फूलों को पौधे और रंगीन पत्तियों के समूह लगाए गए हैं. फल एवं सब्जियां, जैविक फलदार पौधे, मसाले और औषधीय पौधे, जैविक शाकभाजी, बोनसाई, हरी पत्तियों का संग्रह, चूल्हा, फूलों से बनाई गई रंगोली, मानव पक्षी, जल प्रपात के साथ ही मालवीय जी पर आधारित वास्तुकला के नमूने तैयार किए गए हैं. मालवीय भवन में 25 दिसंबर से 27 दिसंबर तक तीन दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है.
बीएचयू में लगी पुष्प प्रदर्शनी.
बीएचयू में लगी पुष्प प्रदर्शनी.
1000 से ज्यादा फूलों की अलग-अलग प्रजातियांप्रदर्शनी के बारे में प्रदर्शनी प्रभारी प्रो. सिंह ने बताया कि इस बार प्रदर्शनी में 600 से ज्यादा किसानों ने अपनी सहभागिता दर्ज की है. 1000 से ज्यादा फूल, अलग-अलग प्रजाति की हरी सब्जियां फलों से इस प्रदर्शनी को सजाया गया है. इस बार प्रदर्शनी में सामान्य फूल गुलाब, डहेलिया, सूरजमुखी लगायत अन्य फूलों के साथ कुछ नए प्रजाति के फूल पत्तियों को भी शामिल किया गया है. जिसमें ट्यूब रोज, जरबेरा, एंथोरियम, लिलियम, बोर्ड ऑफ पैराडाइज शामिल है. इस प्रदर्शनी में बेहतरीन फूल, सब्जी और फलों को पुरस्कृत भी किया जाता है.
पुष्प प्रदर्शनी देखने एक लाख लोग पहुंचे.
पुष्प प्रदर्शनी देखने एक लाख लोग पहुंचे.

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