वाराणसी: भेलूपुर थाना क्षेत्र के शंकुलधारा पोखरे के पास से विक्रम सिंह नाम के व्यक्ति से पिछले दिनों एक करोड़ 40 लाख लूट हुई थी. पीड़ित की तहरीर पर पुलिस के उच्चाधिकारियों ने मामले की जांच कराई. इसके बाद लूट के मामले में भेलूपुर इंस्पेक्टर समेत 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड हो गए. इसी दौरान एक लावारिस कार से पुलिस ने 92 लाख रुपये से अधिक की रकम बरामद की थी. पुलिस ने शुक्रवार लूट का खुलासा करते हुए कार मालिक को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि भेलूपुर थाना क्षेत्र के शंकुलधारा पोखरे के पास गुजरात के विक्रम सिंह नाम के व्यक्ति से लूट हुई थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पड़ताल कर रही थी. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लापरवाही के आरोप में तत्कालीन भेलूपुर इंस्पेक्टर समेत 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था. साथ ही पीड़ित की तहरीर पर सारनाथ निवासी अजीत मिश्रा समेत 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज किया था. विक्रम सिंह ने आरोप लगाया था कि अजीत मिश्रा ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर एक करोड़ 40 लाख रुपये लूटा है.
वहीं, 31 मई को शंकुलधारा पोखरे के पास एक लावारिस कार से 92 लाख रुपये बरामद कर पुलिस कार्रवाई में जुट गई. पुलिस की जांच में सामने आया कि कार अजमतगढ़ निवासी सच्चिदानंद उर्फ मंटू राय की है. यह कार सच्चिदानंद राय की पत्नी निधि राय के नाम रजिस्टर्ड है. पुलिस ने सच्चिदानंद राय उर्फ मंटू को गिरफ्तार कर पूछताछ की. उसने इस लूट की वारदात को कबूल कर लिया. मंटू ने पुलिस को बताया कि इस घटना में चार लोग और शामिल हैं. जिसमें घनश्याम मिश्रा निवासी प्रयागराज, अजीत मिश्रा निवासी सारनाथ, वसीम और प्रदीप पाण्डेय प्रतापगढ़ जनपद के रहने वाले हैं. पुलिस आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई कर रही है.
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