वाराणसी: जनपद में पुलिस द्वारा गली-गली घुसपैठिए तलाशे जा रहे हैं. प्रदेश में बीते दिनों डीजीपी ने जिस तरह से प्रदेश में रह रहे दूसरे देशों के लोगों की जांच के आदेश दिए, उसके बाद हर जिले में रह रहे गैर भारतीय लोग और लंबे वक्त से यहां रह रहे लोगों के लिए परेशानी बढ़ गई है.
वाराणसी संवेदनशील जिला
दरअसल, पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को अति संवेदनशील जिला माना जाता है. वीआईपी क्षेत्र होने के साथ ही वाराणसी पहले ही आतंकी हमले झेल चुका है. एनआरसी के बाद डीजीपी के निर्देश का पालन करते हुए पुलिस की अलग-अलग टीमें गली-गली में घुसपैठियों की तलाश कर रही हैं. इसके लिए आला-अधिकारियों के निर्देश पर हर थाने की एक अलग टीम और लोकल इंटेलिजेंस की टीमें अपने-अपने क्षेत्र में रह रहे विदेशी नागरिकों समेत अन्य देशों के लोगों की जांच-पड़ताल करने में जुट गई हैं. इस लिस्ट में सबसे ऊपर झुग्गी-झोपड़ी में रह रहे लोग निशाने पर हैं. रेलवे लाइन के किनारे और बड़ी कॉलोनियों के आस-पास डेरा जमाए लोगों की जांच पड़ताल पुलिस कर रही है.
एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि डीजीपी के निर्देश पर विदेशी और गैर भारतीय लोगों की जांच की जा रही है. जो लोग लंबे वक्त से बनारस में रह रहे हैं उनका वेरिफिकेशन किया जाएगा. उनको अपनी पहचान से संबंधित कागजात दिखाने होंगे. विदेशी भी बनारस में रहते हैं, उनका भी भारत में रहने की वीजा की डेट समेत अन्य डॉक्यूमेंट की पड़ताल की जाएगी.