वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां पहुंचते हैं, उस जगह की डिमांड हमेशा बढ़ जाती है. चाहे वह केदारनाथ मंदिर हो, माता वैष्णो देवी धाम या फिर अन्य कोई भी टूरिस्ट स्पॉट हो, प्रधानमंत्री का वहां जाना सैलानियों को खुद-ब-खुद उन जगहों से आकर्षित करने लगता है. ऐसा ही कुछ वाराणसी के सारनाथ में 9 नवंबर से शुरू हुए लाइट एंड साउंड शो के दौरान भी हुआ. पीएम मोदी के 30 नवंबर को वाराणसी आने के बाद जब सारनाथ लाइट एंड साउंड शो देखा गया, तब पर्यटन विभाग को भी उम्मीद नहीं थी कि अचानक से सैलानियों की संख्या ज्यादा बढ़ जाएगी. खुद पर्यटन विभाग का कहना है कि पीएम मोदी के आने के बाद 200 की क्षमता वाले इस लाइट एंड साउंड शो स्पॉट पर प्रतिदिन 300 से 350 लोगों की मौजूदगी होने लगी है, जिसकी वजह से अब टिकट प्रणाली लागू की जा रही है.
बढ़ गई सैलानियों की संख्या
दरअसल, भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ में भगवान बुद्ध के जीवन पर बनाए गए लाइट एंड साउंड शो की शुरुआत 9 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल तरीके से की थी. काफी लंबे वक्त से लंबित इस योजना की शुरुआत काशी में हुई तो पर्यटन विभाग को भी उम्मीद नहीं थी कि लोगों का पहुंचना यहां तक हो पाएगा, लेकिन प्रधानमंत्री ने जब 30 नवंबर को बनारस का दौरा किया और सारनाथ पहुंचकर लाइट एंड साउंड शो देखा तो उसके बाद से लगातार लाइट एंड साउंड शो देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ पहुंच रही है. इसे देखते हुए पर्यटन विभाग ने यहां पर सीट भी अब लिमिटेड कर दी है.
200 लोग देख पाएंगे लाइट एंड साउंड शो
इस बारे में पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव का कहना है कि अब प्रतिदिन लोगों की बढ़ रही भीड़ को देखते हुए 200 लोगों को ही 1 दिन में लाइट एंड साउंड शो दिखाया जा सकता है. इसके लिए टिकट का रेट भी निर्धारित कर दिया गया है और सोमवार से निर्धारित रेट पर पर्यटन विभाग की तरफ से टिकट उपलब्ध कराए जाएंगे. टिकट 200 लोगों को ही दिए जाएंगे. कोरोना काल में फिलहाल इससे ज्यादा टिकट नहीं बेचे जाएंगे.