वाराणसी: योगी सरकार की प्राथमिकता में शामिल और प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट श्री काशी विश्वनाथ धाम के काम को जल्द पूरा करने के साथ ही इसकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मंथन शुरू हो गया है. इसे लेकर कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने शुक्रवार शाम अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कॉरिडोर के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने के लिए मजदूरों की संख्या में इजाफा किया जाएगा. बता दें कि 2021 तक कॉरिडोर के काम को हर हाल में पूरा करना है. इसके लिए नई गाइड लाइन भी जारी की जा चुकी है.
निर्माणाधीन काशी विश्वनाथ कॉरिडोर. बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण कार्य को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए मजदूरों की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा. 2021 तक काम को हर हाल में पूरा करना है. इस वजह से मजदूरों की संख्या बढ़ाने करने की तैयारी की जा रही है. 30 सितंबर से निर्माणाधीन कॉरिडोर में 750 के स्थान पर मजदूरों की संख्या ढाई हजार होगी. इसके पीछे बड़ी वजह है कि कोविड-19 की वजह से निर्माण का कार्य कुछ दिन प्रभावित हुआ था, जिसकी वजह से उत्तर प्रदेश शासन ने इस कार्य को पूरा करने की समय सीमा भी बनाई है. पहले यह सारे 2020 मार्च के महीने में खत्म होना था, लेकिन नई गाइड लाइन मार्च 2021 के तहत की गई है.बैठक में विश्वनाथ धाम की सुरक्षा को लेकर भी कमिश्नर दीपक अग्रवाल काफी गंभीर दिखाई दिए. उन्होंने सुरक्षा के लिए कमांड सेंटर को स्थापित करने के अलावा टेक्निकली सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने पर जोर दिया गया. उन्होंने बताया कि पुलिस पिकेट के अलावा पुलिस चौकी की स्थापना भी विश्वनाथ धाम में की जाएगी. कियोस्क मशीन की व्यवस्था करने के साथ ही पूरे विश्वनाथ धाम को लगभग 350 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों से लैस किया जाएगा. इनकी निगरानी कमांड सेंटर पर होगी. इस दौरान कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सिक्योरिटी को लेकर बनाए गए प्लान का प्रजेंटेशन भी देखा.