वाराणसीः उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि अयोध्या और काशी में भव्य मंदिर का निर्माण चल रहा है और अब मथुरा की बारी है. उनके इस बयान के बाद सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. कई दलों के नेताओं ने उनके इस बयान का विरोध करना शुरू कर दिया है. ऐसे में डिप्टी सीएम के पक्ष में संत आ गए हैं. उनका कहना है कि यह कोई नई बात नहीं है. न ही इसे लेकर आश्चर्य किया जाना चाहिए.
अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि अखिल भारतीय संत समिति और विश्व हिंदू परिषद के मूल प्रस्ताव में अयोध्या, मथुरा और काशी शामिल रही है.
अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण पूरा होना है. काशी में विश्वनाथ धाम कॉरीडोर का उद्घाटन करीब है. ऐसे में स्वाभाविक है मथुरा की बात करना. यह मन को शांति देती है.
ये भी पढ़ेंः अयोध्या काशी जारी है, अब मथुरा की बारी है : केशव प्रसाद मौर्य
कोई कार्यकर्ता यदि नेता हो जाए तो उसके मन में लिए गए संकल्प की टीस बनी ही रहती है. इस वजह से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य द्वारा कही गई बात को न तो मैं आश्चर्य मानता हूं और न ही किसी एजेंडे का हिस्सा. यह लंबे कालखंड में चले आंदोलन के चलते कार्यकर्ता का स्वर मानता हूं. इस बयान में मन की बात को स्वर दिया गया है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप