वाराणसीः परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को रोचक तरीके से पढ़ाने के लिए विभाग द्वारा तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में विषय वस्तु को और रोचक बनाने का निर्णय विभाग द्वारा लिया गया है. इसके तहत विषय वस्तु में प्रमुख घटनाओं को कहानियों के जरिए बच्चों तक पहुंचाया जाएगा और इसके लिए शिक्षकों को ऑडियो भी रिकॉर्ड करने का निर्देश दिया गया है. जिससे बैकग्राउंड संगीत, साउंड इफेक्ट,अन्य म्यूजिक के माध्यम से पठन-पाठन को और मजेदार बनाकर बच्चों तक पहुंचाया जा सके. खास बात यह है कि इसमें विज्ञान और गणित की कहानी भी होगी, जिससे बच्चों को पढ़ाया जाएगा.
ऑडियो रिकॉर्डिंग और कहानियों से पढेंगे बच्चें
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त निदेशक अजय कुमार सिंह द्वारा सूबे के सभी जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य व विभाग के अधिकारियों को पाठ्य पुस्तकों के पाठों के 3 से 7 मिनट तक के ऑडियो को बनवाने का निर्देश दिया गया है. इसके तहत कक्षा 1 से 8 तक की हिंदी, विज्ञान, हमारा परिवेश, हमारा इतिहास, नागरिक जीवन, पृथ्वी और हमारा जीवन, अंग्रेजी, गणित, हमारा पर्यावरण, गृह विज्ञान, कृषि विज्ञान समेत पुस्तकों के पाठों को रिकॉर्ड करने के लिए कुछ शिक्षकों को चयनित किया गया है. इन शिक्षकों को 21 मार्च तक सभी ऑडियो रिकॉर्डिंग को विभाग के अधिकारियों तक उपलब्ध कराना है.
जिले के सात अध्यापकों को मिली जिम्मेदारी
जिले में पाठ्य पुस्तकों का ऑडियो बनाने के लिए सात अध्यापकों का चयन किया गया है. जिसमें ज्योत्सना को अंग्रेजी, निर्मला रानी गुप्ता को अंग्रेजी, दिनेश शर्मा को विज्ञान, प्रीति त्रिवेदी को पृथ्वी और हमारा जीवन, कमलेश कुमार पांडे को कृषि विज्ञान, रवि अग्रवाल को गणित और डॉक्टर सुमन कुमारी को संस्कृत दिया गया है. यह सभी लोग पाठों का ऑडियो बनाकर के विभाग को उपलब्ध कराएंगे.
अब वैदिक गणित से हल होंगे सवाल
परिषदीय स्कूलों में पाठ्य सामग्रियों को रुचिकर बनाने के क्रम में पहली बार वैदिक गणित को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा, जिससे बच्चों के अंदर गणित के भय को समाप्त किया जा सके. वैदिक गणित के जरिए बच्चें सरल सूत्रों के साथ गणित को पढ़ सकेंगे. इससे बच्चे सेकंड में सवाल को हल कर लेंगे. इसके लिए फिंगर मैथमेटिक्स, अबेकस समेत कई सरल विधियों हेतु शिक्षकों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा.
1 लाख 96 हजार बच्चे पढ़ेंगे वैदिक गणित
नए शैक्षिक सत्र से जिले के 1144 स्कूलों में 1 लाख 96 हजार बच्चे वैदिक गणित पढ़ेंगे. बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि बच्चों में गणित की प्रतिभा व अन्य विषयों में रूचि बढ़ाने के लिए विभाग के द्वारा तमाम कवायद की जा रही हैं. इसके तहत गिनती, वर्णमाला के साथ मूवी और गानों को भी समावेशित किया गया है, जहां बच्चे कहानी वह गानों के माध्यम से भी पढ़ सकेंगे. इसके साथ ही गणित का भय दूर करने के लिए पाठ्यक्रम में वैदिक गणित के भी कुछ पाठ्यक्रमों को लागू करने की कार्य योजना बनाई जा रही है.