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वाराणसी: गोशाला में कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर जानवर

यूपी के वाराणसी के भोजूबीर इलाके में स्थित गोशाला में 82 जानवर हैं. लगातार दो दिन से हो रही बारिश और ओलों की वजह से बढ़ी ठंड के बाद भी गोशाला में जानवरों की सुरक्षा को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया है. इससे जानवर खुले आसमान के नीचे ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं.

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खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर जानवर.
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Published : Dec 14, 2019, 10:50 AM IST

वाराणसी: दो दिनों से हो रही बारिश और ओलों की वजह से ठंड बढ़ गई है. हर कोई ठंड से खुद को बचाने में लगा हुआ है. योगी सरकार से गोशाला में रहने वाले जानवरों को सुरक्षित रखने के लिए जारी किया गया कागजी आदेश पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हवा हवाई साबित हो रहा है. भोजूबीर इलाके में स्थित गोशाला में नगरी क्षेत्र से पकड़ी गई गायें और जानवरों को रखा गया है, लेकिन इनको सुरक्षित रखने की कोई व्यवस्था नहीं है.

खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर जानवर.


गोशाला में गायों के सुरक्षा के नहीं हैं पुख्ता इंतजाम
भोजूबीर इलाके में स्थित गोशाला में कुल 82 जानवर इस वक्त मौजूद हैं. इनमें नगरी क्षेत्र से पकड़ी गई गायें, बछड़े और छुट्टा सांड हैं. इन जानवरों की जिंदगी बची रहे इसे लेकर निगम कर्मचारी जरा भी सजग नहीं हैं, क्योंकि यहां मौजूद जानवरों को खुले आसमान के नीचे कड़कड़ाती ठंड में छोड़ दिया गया है. कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे रह रही गायें और अन्य जानवर बारिश में भीगने को मजबूर हैं. बारिश और ओलों की वजह से इनकी हालात ठीक नहीं है.


जानवरों की दुर्दशा देखकर उनके मालिक काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि शेल्टर होम में जुर्माने की राशि वसूलने के बाद भी जानवरों को खुले आसमान के नीचे रखकर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें:- गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनने की जरूरत - श्याम नंदन

जानवरों को ठंड से बचाने की जल्द होगी व्यवस्था
शेल्टर होम के कर्मचारी का कहना है कि जानवरों को ठंड से बचाने के लिए व्यवस्था की जा रही है. त्रिपाल आ चुका है. बोरे और आग की व्यवस्था भी जल्द हो जाएगी.

वाराणसी: दो दिनों से हो रही बारिश और ओलों की वजह से ठंड बढ़ गई है. हर कोई ठंड से खुद को बचाने में लगा हुआ है. योगी सरकार से गोशाला में रहने वाले जानवरों को सुरक्षित रखने के लिए जारी किया गया कागजी आदेश पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हवा हवाई साबित हो रहा है. भोजूबीर इलाके में स्थित गोशाला में नगरी क्षेत्र से पकड़ी गई गायें और जानवरों को रखा गया है, लेकिन इनको सुरक्षित रखने की कोई व्यवस्था नहीं है.

खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर जानवर.


गोशाला में गायों के सुरक्षा के नहीं हैं पुख्ता इंतजाम
भोजूबीर इलाके में स्थित गोशाला में कुल 82 जानवर इस वक्त मौजूद हैं. इनमें नगरी क्षेत्र से पकड़ी गई गायें, बछड़े और छुट्टा सांड हैं. इन जानवरों की जिंदगी बची रहे इसे लेकर निगम कर्मचारी जरा भी सजग नहीं हैं, क्योंकि यहां मौजूद जानवरों को खुले आसमान के नीचे कड़कड़ाती ठंड में छोड़ दिया गया है. कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे रह रही गायें और अन्य जानवर बारिश में भीगने को मजबूर हैं. बारिश और ओलों की वजह से इनकी हालात ठीक नहीं है.


जानवरों की दुर्दशा देखकर उनके मालिक काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि शेल्टर होम में जुर्माने की राशि वसूलने के बाद भी जानवरों को खुले आसमान के नीचे रखकर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें:- गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनने की जरूरत - श्याम नंदन

जानवरों को ठंड से बचाने की जल्द होगी व्यवस्था
शेल्टर होम के कर्मचारी का कहना है कि जानवरों को ठंड से बचाने के लिए व्यवस्था की जा रही है. त्रिपाल आ चुका है. बोरे और आग की व्यवस्था भी जल्द हो जाएगी.

Intro:स्पेशल स्टोरी, रियल्टी चेक

वाराणसी: दो दिनों से हो रही बारिश और ओलों की वजह से ठंड बढ़ गई है हर कोई ठंड और बारिश के बाद खुद को बचाने में लगा हुआ है लेकिन इन सबके बीच योगी सरकार की तरफ से गौशाला और शेल्टर होम में रहने वाले जानवरों को सुरक्षित रखने के लिए जारी किया गया कागजी आदेश पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हवा हवाई साबित हो रहा है. यह बात सामने आई है ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में वाराणसी के भोजूबीर इलाके में स्थित शेल्टर होम में नगरी क्षेत्र से पकड़ी गई गाय और जानवरों को रखा तो गया है, लेकिन इन को सुरक्षित रखने की कोई व्यवस्था नहीं है. हालात यह है कि इस कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे रह रही यह गाय और अन्य जानवर बारिश में भीगने को मजबूर है और निगम कर्मचारी इनकी सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता कदम भी उठाते नहीं दिख रहे हैं.


Body:वीओ-01 दरअसल वाराणसी के भोजूबीर इलाके में स्थित जानवरों की शेल्टर होम में कुल 82 जानवर इस वक्त मौजूद है जिनमें नगरी क्षेत्र से पकड़ी गई गाय बछड़े और छुट्टा सांड है. इन जानवरों को यहां पर लाकर रखा तो गया है लेकिन इनकी जिंदगी बची रहे इसे लेकर शायद निगम कर्मचारी जरा भी सजग नहीं है, क्योंकि यहां मौजूद इन जानवरों को खुले आसमान के नीचे कड़कड़ाती ठंड में छोड़ दिया गया है. बारिश और ओलों की वजह से यह भी कर अपनी जिंदगी बचाने के लिए खुद संघर्ष करते दिखाई दे रहे हैं हालात ये हैं कि इनके मालिकों को तो यह भी नहीं पता कि इस वक्त यहां मौजूद है फिलहाल जो लोग यहां इन्हें छुड़ाने के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं की यह दुर्दशा देखकर काफी परेशान भी हैं क्योंकि उनका कहना है, हम अपने जानवरों को घर पर बहुत सुरक्षित रखते हैं लेकिन शेल्टर होम में जुर्माने की राशि वसूलने के बाद भी जानवरों को खुले आसमान के नीचे रखकर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है.

बाईट- सुबोध पाठक, पकड़े गए जानवर के मालिक
बाईट- राधेश्याम, पकड़े गए जानवर के मालिक


Conclusion:वीओ-02 वही शेल्टर होम के कर्मचारियों का कहना है कि जानवरों को ठंड से बचाने के लिए कई व्यवस्था की जा रही है. नया त्रिपाल आ चुका है और बोरे और आग की व्यवस्था भी जल्द हो जाएगी, लेकिन इन सबके बीच सवाल उठना लाजमी है कि जब 2 दिन से लगातार बारिश जारी है और ठंड इस कदर बढ़ गई है कि लोग घरों में दुबक ने को मजबूर हैं ऐसी स्थिति में इन बेजुबान जानवरों को खुले आसमान के नीचे ठंड में मरने के लिए क्यों छोड़ा गया है इसका जवाब देने वाला शायद कोई नहीं है.

बाईट- भरत कुमार, इंचार्ज, शेल्टर होम

गोपाल मिश्र

9839809074
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