लखनऊ/वाराणसी/बहराइच/मेरठ(ईटीवी भारत डेस्क): राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और उससे जुड़े लोगों पर देशभर में छापेमारी की है. जांच एजेंसी ने पीएफआई और उससे जुड़े लोगों पर टेरर फंडिंग और कैम्प चलाने के मामले में 106 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है.
NIA ने उत्तर प्रदेश में भी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े 8 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. जांच टीम ने लखनऊ के इंदिरा नगर से 1, वाराणसी से 2, बाराबंकी से 1 और बहराइच से 2 संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. ये कार्रवाई सुबह 4 बजे की गई. NIA ने वाराणसी से PFI के कोषाध्यक्ष नदीम को गिरफ्तार किया है.
लखनऊ के इंदिरानगर से NIA ने वसीम नाम के युवक को गिरफ्तार किया है. वसीम पेशे से दर्जी है. गुरुवार सुबह 4 बजे NIA की टीम वसीम के घर पर पहुंचकर तलाशी ली और उसे हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई. वसीम के पिता सलीम ने बताया कि उनके 3 बेटों में वसीम दूसरे नंबर का है. वह 4 साल पहले उनके साथ मल्हौर में रहकर उनकी दर्जी की दुकान में काम करता था. लेकिन, बाद में वह इन्दिरा नगर में रहकर खुद की दुकान चलाने लगा था. उन्होंने बताया कि उन्हें सुबह वसीम की पत्नी ने फोन कर बताया कि 4 बजे पुलिस वसीम को उठा ले गई.
CAA-NRC हिंसक प्रदर्शन में पकड़ा जा चुका है वसीम
वसीम को इससे पहले भी पुलिस सीएए एनआरसी के प्रदर्शन के दौरान हिरासत में ले चुकी है. आरोप था कि 19 दिसंबर 2019 को लखनऊ में हुए हिंसक प्रदर्शन में वसीम ने अहम भूमिका निभाई थी. वहीं, वसीम के पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बताया कि दर्जी का काम करने के बावजूद वह किसी से भी बात नहीं करता था. सिर्फ अपने काम से मतलब रखता था. उन्होंने बताया कि महीने में एक दो बार उसके घर पर लोग आते थे.
वाराणसी में एनआईए की छापेमारी
NIA ने वाराणसी में छापा मारकर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के 2 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया (NIA and ATS raided in up). पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर कार्रवाई करते हुए उन्हें लखनऊ ले जाया जाएगा. हालांकि, एटीएस अफसरों की इस मामले में अभी कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. एटीएस से जुड़े सूत्रों के अनुसार वाराणसी के जैतपुरा और आदमपुर क्षेत्र में रहने वाले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के दो कार्यकर्ताओं को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया. पूछताछ की प्रक्रिया पूरी कर दोनों के खिलाफ आगे की कार्रवाई के संबंध में एटीएस निर्णय लेगी.
दरसअल, 12 सितंबर को वाराणसी के जिला जज की कोर्ट ने आदेश दिया था कि ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी केस की सुनवाई जारी रहेगी. इसे लेकर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के चेयरमैन ओएमए सलाम ने बयान जारी कर कहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर रोजाना पूजा के लिए दी गई हिंदू श्रद्धालुओं की याचिका को बरकरार रखने के वाराणसी जिला जज के फैसले से अल्पसंख्यक वर्ग के अधिकारों पर फासीवादी हमलों को और ज्यादा मजबूती मिलेगी. हम हाईकोर्ट में इस आदेश को चैलेंज करने के मसाजिद कमेटी के फैसले के साथ खड़े हैं.
बहराइच में NIA और ATS की छापेमारी, PFI का जिला अध्यक्ष गिरफ्तार
बहराइच जिले के जरवल कस्बे में आज NIA व ATS की टीम ने छापेमारी की. छापेमारी के दौरान जरवल कस्बे के मोहल्ला कटरा दक्षिणी निवासी पीएफआई(PFI) के जिलाध्यक्ष कमरुद्दीन उर्फ बब्बू पुत्र रसीद तेली को जांच टीम ने गिरफ्तार कर लिया. कमरुद्दीन को टेरर फंडिंग व PFI की संलिप्तता के मामले में गिरफ्तार किया गया है. एजेंसी ने कमरुद्दीन के घर पहुंचकर तलाशी ली फिर उसे अपने साथ लेकर चली गई. कमरुद्दीन की पत्नी ने बताया कि पुलिस के कई लोग एक साथ आए और घर की तलाशी लेने लगे. तलाशी लेने के बाद वह कमरुद्दीन को लेकर चले गए.
मेरठ में NIA की छापेमारी
ATS और NIA की टीम ने पीएफआई से जुड़े तारों पर मेरठ गाजियाबाद समेत कई जिलों में छापेमारी की है. इसी क्रम में गुरुवार को मेरठ जनपद के थाना दिल्ली गेट क्षेत्र के मकसूद अली चौक में छापेमारी की गई. जांच टीम ने मुनीर नाम के एक व्यक्ति के रिस्तेदार के घर छापा मारा. छापेमारी की भनक लगने पर मुनीर फरार हो गया.
इसके बाद एजेंसी की टीम ने मुनीर के घर में रहने वाले सभी लोगों को हिरासत में ले लिया. मुनीर को पकड़ने के लिए कई स्थानों पर छापेमारी की गई. बताया जा रहा है कि मुनीर मुजफ्फरनगर जिले का रहने वाला है. वह मेरठ के जिला अस्पताल में अपना इलाज कराने के लिए आया था. इस दौरान वह अपने एक रिस्तेदार के घर पर रुका था. हालांकि एटीएस टीम को पीएफआई से जुड़ा कोई व्यक्ति हत्थे नहीं चढ़ा.
शामली में NIA और ATS ने PFI से जुड़े 2 मौलानाओं को पकड़ा
एनआईए(NIA) और एटीएस(ATS) ने छापेमारी में शामली से PFI से जुड़े दो मौलानाओं को पकड़ा है. दोनों मौलाना काफी समय से पीएफआई से जुड़े हुए हैं. इनको पूर्व में CAA का विरोध करने के समय भड़काऊ पोस्टर बांटने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. छापेमारी के दौरान पकड़े गए मौलानाओं को एजेंसी की टीम अपने साथ ले गई.
मिली जानकारी के मुताबिक, बुधवार और गुरुवार की रात करीब 2 बजे नोएडा एटीएस के इंस्पेक्टर एके सिंह की टीम और NIA की एक विशेष टीम ने संयुक्त रूप से कैराना कोतवाली क्षेत्र के गांव मामौर में प्रधानपति मौलाना साजिश के मकान पर छापेमारी की. बताया जा रहा है कि जैसे ही साजिद टीम के सामने आया, तो उसे हिरासत में ले लिया गया. इसके बाद टीम मौलाना साजिद को साथ लेकर चली गई.
साजिद के छोटे भाई साबिर ने बताया कि रात करीब 3 बजे सादी वर्दी में कई पुलिसकर्मी व अन्य लोग आए और साजिद के बारे में पूछताछ करने लगे. इसके अलावा एटीएस और एनआईए की टीम द्वारा शामली जिले के ही थानाभवन थाना क्षेत्र के गांव सोंता रसूलपुर में भी छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान एनआईए की टीम ने मौलाना सादाब को हिरासत में लिया.
NIA की रेड पर संत मौनी स्वामी बोले- देश की सुरक्षा के लिए कार्रवाई जरूरी
राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) ने गुरुवार को देश के कई स्थानों पर पीएफआई से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की. एनआईए की रेड पर संत मौनी स्वामी ने कहा कि NIA की छापेमारी देश की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम है. उन्होंने कहा कि पीएफआई का आतंकवादी कनेक्शन है. इसलिए PFI के ठिकानों पर छापेमारी को और तेज किया जाए. मौनी स्वामी ने कहा कि आतंकवादी सोच को जन्म देने वाले ने देश में उपद्रव का माहौल पैदा कर दिया है. ऐसे सभी लोग जिनका पीएफआई और आतंकवादियों से कनेक्शन है उनके खिलाफ भारत सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए.
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