ETV Bharat / state

वाराणसी: गंगा में गंदगी पर घिरा नगर निगम, NGT ने लगाया 27 लाख का जुर्माना

author img

By

Published : Jul 12, 2019, 7:38 PM IST

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में अवैध बूचड़खानों से निकलने वाली गंदगी वरुणा नदी से होते हुए गंगा नदी में जा रही है. इसके लिए एनजीटी ने जांच के बाद वाराणसी नगर निगम पर 27 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. एनजीटी की इस कार्रवाई के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.

वरुणा नदी के पास नालों में जमा बूचड़खानों की गंदगी.

वाराणसी: गंगा समेत सहायक नदियों को साफ-सुथरा कर अविरल और निर्मल बनाने की केंद्र सरकार की योजना पर नगर निगम पलीता लगा रहा है. वरुणा नदी के किनारे चल रहे अवैध बूचड़खानों से निकलने वाली गंदगी नालों के जरिए सीधे वरुणा में मिल रही है. इससे वरुणा के प्रदूषित होने के साथ-साथ गंगा भी प्रदूषित हो रही हैं. पिछले दिनों जांच करने आई एनजीटी की टीम ने वरुणा में गंदगी मिलने पर नाराजगी जताई और नगर निगम पर 27 लाख रुपये का जुर्माना भी ठोका.

जानकारी देते संवाददाता.

आखिर कैसे स्वच्छ और निर्मल होगी गंगा

  • एनजीटी की ताजा रिपोर्ट ने वाराणसी में गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने की पोल खोल दी है.
  • वाराणसी में अवैध बूचड़खाने से निकलने वाली गंदगी वरुणा नदी से होते हुए गंगा में मिल रही है.
  • एनजीटी की टीम ने करीब तीन महीने पहले नगर निगम के साथ गंगा और वरुणा के किनारे प्रदूषण के स्तर को जानने के लिए खुद जांच की थी.
  • जांच में वरुणा नदी के किनारे चल रहे अवैध बूचड़खानों से निकल रही गंदगी नालों के जरिए सीधे वरुणा नदी में जाने के प्रमाण भी एनजीटी टीम को मिले थे.
  • इस पर एनजीटी की टीम ने नाराजगी जताई थी और तत्काल अवैध बूचड़खानों को बंद करने के निर्देश दिए थे, लेकिन नगर निगम प्रशासन नहीं चेता.
  • एनजीटी के ईस्टर्न यूपी रिवर एंड रिजर्वायर मॉनिटरिंग कमेटी के पैनल ने वरुणा और 80 नदियों के पानी की जांच करने के बाद रिपोर्ट दाखिल की.
  • रिपोर्ट में वरुणा के किनारे अर्दली बाजार क्षेत्र से निकलने वाले नाले में आसपास के क्षेत्र में चल रहे अवैध बूचड़खाने से निकलने वाली गंदगी का नदी में जाने का खुलासा हुआ था.

इस मामले में एनजीटी के पैनल के अध्यक्ष रिटायर्ड न्यायमूर्ति डीपी सिंह ने उस समय एनजीटी के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स-2016 का अनुपालन नहीं करने के मामले में नगर निगम पर 27 लाख रुपये जुर्माना लगाए जाने की सिफारिश की थी. इस सिफारिश पर नगर निगम पर 27 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. फिलहाल इस मामले में नगर निगम या जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बचता दिख रहा है.

वाराणसी: गंगा समेत सहायक नदियों को साफ-सुथरा कर अविरल और निर्मल बनाने की केंद्र सरकार की योजना पर नगर निगम पलीता लगा रहा है. वरुणा नदी के किनारे चल रहे अवैध बूचड़खानों से निकलने वाली गंदगी नालों के जरिए सीधे वरुणा में मिल रही है. इससे वरुणा के प्रदूषित होने के साथ-साथ गंगा भी प्रदूषित हो रही हैं. पिछले दिनों जांच करने आई एनजीटी की टीम ने वरुणा में गंदगी मिलने पर नाराजगी जताई और नगर निगम पर 27 लाख रुपये का जुर्माना भी ठोका.

जानकारी देते संवाददाता.

आखिर कैसे स्वच्छ और निर्मल होगी गंगा

  • एनजीटी की ताजा रिपोर्ट ने वाराणसी में गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने की पोल खोल दी है.
  • वाराणसी में अवैध बूचड़खाने से निकलने वाली गंदगी वरुणा नदी से होते हुए गंगा में मिल रही है.
  • एनजीटी की टीम ने करीब तीन महीने पहले नगर निगम के साथ गंगा और वरुणा के किनारे प्रदूषण के स्तर को जानने के लिए खुद जांच की थी.
  • जांच में वरुणा नदी के किनारे चल रहे अवैध बूचड़खानों से निकल रही गंदगी नालों के जरिए सीधे वरुणा नदी में जाने के प्रमाण भी एनजीटी टीम को मिले थे.
  • इस पर एनजीटी की टीम ने नाराजगी जताई थी और तत्काल अवैध बूचड़खानों को बंद करने के निर्देश दिए थे, लेकिन नगर निगम प्रशासन नहीं चेता.
  • एनजीटी के ईस्टर्न यूपी रिवर एंड रिजर्वायर मॉनिटरिंग कमेटी के पैनल ने वरुणा और 80 नदियों के पानी की जांच करने के बाद रिपोर्ट दाखिल की.
  • रिपोर्ट में वरुणा के किनारे अर्दली बाजार क्षेत्र से निकलने वाले नाले में आसपास के क्षेत्र में चल रहे अवैध बूचड़खाने से निकलने वाली गंदगी का नदी में जाने का खुलासा हुआ था.

इस मामले में एनजीटी के पैनल के अध्यक्ष रिटायर्ड न्यायमूर्ति डीपी सिंह ने उस समय एनजीटी के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स-2016 का अनुपालन नहीं करने के मामले में नगर निगम पर 27 लाख रुपये जुर्माना लगाए जाने की सिफारिश की थी. इस सिफारिश पर नगर निगम पर 27 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. फिलहाल इस मामले में नगर निगम या जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बचता दिख रहा है.

Intro:वाराणसी: गंगा और उसकी सहायक नदियों को साफ सुथरा कर गंगा को अविरल और निर्मल बनाने की केंद्र सरकार की योजनाओं को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ही पलीता लग रहा है शायद यही वजह है कि वरुण के किनारे चल रहे अवैध बूचड़खाने से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ और जानवरों के खून नालों के जरिए सीधे वरुणा में मिलकर इसे प्रदूषित करने के बाद गंगा को भी प्रदूषित कर रहे हैं जिसके बाद एनजीटी ने इस जहां की जांच के बाद नगर निगम पर 27 लाख रुपये का जुर्माना ठोका है.


Body:वीओ-01 वाराणसी में अवैध बूचड़खाने से निकलने वाला जानवरों का खून वरुणा नदी से होते हुए गंगा में मिल रहा है यह एनजीटी की ताजा रिपोर्ट में साफ हुआ है सबसे बड़ी बात यह है कि एनजीटी की टीम ने बीते लगभग 3 महीने पहले नगर निगम के साथ वाराणसी में गंगा और वरुणा के किनारे प्रदूषण के स्तर को जानने के लिए खुद जांच की थी इस दौरान जांच में वरुणा नदी के किनारे चल रहे अवैध बूचड़खाने से भारी मात्रा में जानवरों का अपशिष्ट पदार्थ और खून नाले के जरिए सीधे वरुणा में गिराए जाने के प्रमाण भी एनजीटी को मिले थे जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई थी इन चीजों को तत्काल बंद करने के निर्देश में मिले थे लेकिन वाराणसी प्रशासन और नगर निगम में फेल साबित हुआ जिसके बाद एनजीटी के ईस्टर्न यूपी रिवर एंड रिजर्वायर मॉनिटरिंग कमेटी के पैनल ने वरुणा और 80 नदी के पानी की जांच के बाद रिपोर्ट दाखिल की जिस रिपोर्ट में वरुणा नदी के किनारे अर्दली बाजार क्षेत्र से निकलने वाले नाले में आसपास के क्षेत्र में चल रहे अवैध बूचड़खाने से निकलने वाला जानवरों का फूल और अपशिष्ट पदार्थ सीधे वरुणा नदी में जाने का खुलासा हुआ था


Conclusion:वीओ-02 इस मामले में एनजीटी के पैनल के अध्यक्ष रिटायर्ड न्यायमूर्ति डीपी सिंह ने उस वक्त एनजीटी को सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 का अनुपालन नहीं करने के मामले में नगर निगम को 27 लाख रुपये जुर्माना लगाए जाने की सिफारिश की थी जिसके बाद यह बड़ी कार्यवाही की गई है. फिलहाल इस मामले में निगम या फिर प्रशासन का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहा है.

वॉक थ्रू- गोपाल मिश्र

9839809074
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.