वाराणसी : आरोग्य स्वास्थ्य मेले की अनदेखी एवं लापरवाही संविदा चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्वास्थ्य कर्मियों को भारी पड़ गई. चिकित्सक को सेवा से बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया. वहीं, अनुपस्थित पाए गए पैरामेडिकल स्टाफ का एक दिन का वेतन काट लिया गया. चिकित्साधिकारी द्वारा उठाये गए इस कदम से पूरे विभाग में हड़कंप मच गया.
गौरतलब है कि रविवार को जिले के 52 स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का आयोजन किया गया. इस दौरान पूर्व मंत्री एवं शहर दक्षिणी विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी के साथ शहरी पीएचसी कोनिया का भ्रमण कर मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला का निरीक्षण किया. सीएमओ संदीप चौधरी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. राहुल झुनझुनवाला सहित कई अन्य पैरामेडिकल स्टाफ आरोग्य स्वास्थ्य मेला में निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले. इस पर पूर्व मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए लापरवाह कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इसे गंभीरता से लेते हुए आज डॉ. झुनझुनवाला को सेवा से बर्खास्त करने के साथ ही अन्य अनुपस्थित पाए गए पैरामेडिकल स्टाफ का एक दिन का वेतन काट दिया है.
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सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि आरोग्य स्वास्थ्य मेले का उद्देश्य है कि एक ही छत के नीचे लोगों को अधिकाधिक स्वास्थ्य सुविधाएं, जांच, उपचार और दवाएं आदि उपलब्ध हों. हमारा प्रयास है कि इस मेले से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों. सभी लोग सहयोगात्मक व्यवहार करें जिससे जांच, उपचार और दवाओं आदि की सुविधा आसानी से मिल सके.
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