वाराणसी: कोरोना महामारी के बीच मिली छूट के साथ नवरात्रि की तैयारियां जोरों पर हैं. इस बार नवरात्रि में भव्य आयोजन न होकर सांकेतिक रूप से मनायी जा रही है. वाराणसी में इस बार नवरात्रि में जिलाप्रशासन ने बड़ी मूर्तियों की स्थापना पर रोक लगा दी है, मगर कलश पूजन के साथ छोटी मूर्तियों को बैठाने की छूट भी दी है.
116 कलश पूजन और 307 मूर्तियां स्थापित
इस बार नवरात्रि में वाराणसी में जहां एक ओर कुल 116 कलश स्थापना हुई है तो वहीं 307 पंडालों में मूर्ति स्थापना की छूट दी गई है. जबकि इस बार 36 पंडालों की रौनक फीकी पड़ गयी क्योंकि प्रशासन ने सम्बंधित समितियों को प्रतिमा स्थापना की अनुमति नहीं दी है.
थानेवार मिली इजाजत
वाराणसी के कोतवाली थाना क्षेत्र में 12 मूर्ति स्थापना और 06 कलश स्थापना, रामनगर में 04 कलश स्थापना, आदमपुर में 13 मूर्ति स्थापना और 06 कलश स्थापना, दशाश्वमेध में 06 मूर्ति स्थापना और 06 कलश स्थापना, चौक थाना क्षेत्र में 08 मूर्ति स्थापना और 06 कलश स्थापना, लक्सा थाना क्षेत्र में 07 मूर्ति स्थापना और 02 कलश स्थापना, चेतगंज 06 मूर्ती स्थापना और 14 कलश स्थापना, सिगरा 19 मूर्ति स्थापना और 03 कलश स्थापना, जैतपुरा में 06 मूर्ति स्थापना और 05 कलश स्थापना, कैंट थाना क्षेत्र में 08 मूर्ति स्थापना और 10 कलश स्थापना, शिवपुर में 05 मूर्ति स्थापना और 01 कलश स्थापना, सारनाथ में 06 मूर्ति स्थापना और 08 कलश स्थापना, पांडेयपुर में 01 मूर्ति स्थापना और 05 कलश स्थापना, भेलूपुर में 21 मूर्ति स्थापना और 10 कलश स्थापना, लंका में 18 मूर्ति स्थापना और 05 कलश स्थापना, मडुवाडीह में 06 मूर्ति स्थापना और 08 कलश स्थापना, चोलापुर में 25 मूर्ति स्थापना, फूलपुर में 17 मूर्ति स्थापना और 03 कलश स्थापना, रोहनिया में 31 मूर्ति स्थापना और 02 कलश स्थापना, लोहता में 07 मूर्ति स्थापना और जंसा थाना क्षेत्र में 09 मूर्ति स्थापना और 01 कलश स्थापना की इजाजत दी गयी है.
विसर्जन की तिथि और नियम तय
प्रतिमा विसर्जन को लेकर जिलाप्रशासन ने निर्देश जारी किए हैं. जिसके मुताबिक 25, 26 और 27 अक्टूबर की तिथि मुकर्रर की गई है. इसके साथ ही पूजा पंडालों में 200 से अधिक और खुले स्थानों पर 100 लोगों को आने की इजाजत नहीं है.