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अरुण पाठक ने सोशल मीडिया पर वाराणसी पुलिस को दी खुली चुनौती - वाराणसी ताजा खबर

यूपी के वाराणसी में नेपाली युवक का सिर मुंडवाने के आरोपी विश्व हिन्दू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण पाठक ने पुलिस को खुली चुनौती दी है. अरुण पाठक ने अपने फेसबुक वॉल पर वाराणसी पुलिस को चुनौती देते हुए लिखा है कि मेरे जैसे व्यक्ति को जो नहीं खोज पाया, वह अपराधियों और दुष्कर्मियों को क्या खोजेगा. तीन महीने से ज्यादा समय तक पुलिस के साथ आंख मिचौली के बाद अरुण को हाईकोर्ट से राहत मिली है.

VHS के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण पाठक ने सोशल मीडिया पर वाराणसी पुलिस को दी खुली चुनौती
VHS के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण पाठक ने सोशल मीडिया पर वाराणसी पुलिस को दी खुली चुनौती
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Published : Oct 15, 2020, 4:53 PM IST

वाराणसी: विश्व हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण पाठक ने सोशल मीडिया पर वाराणसी पुलिस को खुली चुनौती दी है. अरुण पाठक ने अपने फेसबुक वॉल पर वाराणसी पुलिस को चुनौती देते हुए लिखा है कि मेरे जैसे व्यक्ति को जो नहीं खोज पाया वह अपराधियों व दुष्कर्मियों को क्या खोजेगा. बीते माह वाराणसी में नेपाली युवक का सिर मुंडवाने के मामले में आरोपी चल रहे विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक ने वाराणसी पुलिस को खुली चुनौती दी है. तीन महीने से ज्यादा समय तक पुलिस के साथ आंख मिचौली खेल रहे अरुण पाठक को हाईकोर्ट से राहत मिल गई. हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर स्टे मिलने के बाद से अरुण पाठक आक्रमक नजर आ रहे हैं.

अरुण पाठक ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि वह तीन महीने से ज्यादा समय तक छिपे नहीं रहे. उसने सीओ की धमकी के बाद उन्हें एक काउंटर की चुनौती दी थी. अरुण पाठक ने आगे लिखा कि भेलूपुर थाने की महमूरगंज पुलिस चौकी पर तैनात एक दारोगा कमर में पिस्टल खोस कर चलते थे. आम लोगों को भी पिस्टल लेकर दौड़ा लेते थे. उनसे पूरा क्षेत्र परेशान था. एक दिन रानीपुर के लोगों ने दौड़ाकर पिस्टल छीन ली और तत्कालीन एसएसपी के पास जमा कर दी. तब दारोगा की बहुत किरकिरी हुई और सस्पेंड हुए. अरुण ने लिखा कि वहीं दारोगा अब सीओ बनकर आए हैं.

अरुण पाठक के अनुसार 17 जुलाई की घटना के बाद थाने जाने वाले थे. इसी बीच सीओ ने उनसे दुर्व्यवहार किया और कहा कि तुम्हें खोजकर ठिकाने लगा दूंगा. इस पर अरुण ने भी सीओ को खोजने की चुनौती दे दी. अरुण पाठक ने आगे लिखा कि मेरे जैसे व्यक्ति को जो नहीं खोज पाया अपराधियों और दुष्कर्मियों को क्या खोजेगा. अरुण पाठक ने पुलिस को चुनौती देते हुए कहा है कि सीओ में गैरत है तो तत्काल इस्तीफा देकर घर बैठ जाएं.

यह है पूरा मामला
विश्व हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण पाठक 17 जुलाई को उस समय चर्चा में आए जब भगवान श्रीराम पर नेपाल के पीएम केपी ओली ने विवादित बयान दिया था. इसी बयान के बाद अरुण पर आरोप लगा कि उन्होंने गंगा किनारे एक नेपाली युवक का सिर मुंडवाकर जय श्रीराम लिख दिया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और गिरफ्तारियां शुरू हुई. इस मामले में अन्य तो पकड़े गए, लेकिन विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक को पुलिस नहीं पकड़ पाई. वहीं सात अक्टूबर को हाईकोर्ट से अरुण पाठक की गिरफ्तारी पर रोक लग गई.

वाराणसी: विश्व हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण पाठक ने सोशल मीडिया पर वाराणसी पुलिस को खुली चुनौती दी है. अरुण पाठक ने अपने फेसबुक वॉल पर वाराणसी पुलिस को चुनौती देते हुए लिखा है कि मेरे जैसे व्यक्ति को जो नहीं खोज पाया वह अपराधियों व दुष्कर्मियों को क्या खोजेगा. बीते माह वाराणसी में नेपाली युवक का सिर मुंडवाने के मामले में आरोपी चल रहे विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक ने वाराणसी पुलिस को खुली चुनौती दी है. तीन महीने से ज्यादा समय तक पुलिस के साथ आंख मिचौली खेल रहे अरुण पाठक को हाईकोर्ट से राहत मिल गई. हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर स्टे मिलने के बाद से अरुण पाठक आक्रमक नजर आ रहे हैं.

अरुण पाठक ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि वह तीन महीने से ज्यादा समय तक छिपे नहीं रहे. उसने सीओ की धमकी के बाद उन्हें एक काउंटर की चुनौती दी थी. अरुण पाठक ने आगे लिखा कि भेलूपुर थाने की महमूरगंज पुलिस चौकी पर तैनात एक दारोगा कमर में पिस्टल खोस कर चलते थे. आम लोगों को भी पिस्टल लेकर दौड़ा लेते थे. उनसे पूरा क्षेत्र परेशान था. एक दिन रानीपुर के लोगों ने दौड़ाकर पिस्टल छीन ली और तत्कालीन एसएसपी के पास जमा कर दी. तब दारोगा की बहुत किरकिरी हुई और सस्पेंड हुए. अरुण ने लिखा कि वहीं दारोगा अब सीओ बनकर आए हैं.

अरुण पाठक के अनुसार 17 जुलाई की घटना के बाद थाने जाने वाले थे. इसी बीच सीओ ने उनसे दुर्व्यवहार किया और कहा कि तुम्हें खोजकर ठिकाने लगा दूंगा. इस पर अरुण ने भी सीओ को खोजने की चुनौती दे दी. अरुण पाठक ने आगे लिखा कि मेरे जैसे व्यक्ति को जो नहीं खोज पाया अपराधियों और दुष्कर्मियों को क्या खोजेगा. अरुण पाठक ने पुलिस को चुनौती देते हुए कहा है कि सीओ में गैरत है तो तत्काल इस्तीफा देकर घर बैठ जाएं.

यह है पूरा मामला
विश्व हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण पाठक 17 जुलाई को उस समय चर्चा में आए जब भगवान श्रीराम पर नेपाल के पीएम केपी ओली ने विवादित बयान दिया था. इसी बयान के बाद अरुण पर आरोप लगा कि उन्होंने गंगा किनारे एक नेपाली युवक का सिर मुंडवाकर जय श्रीराम लिख दिया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और गिरफ्तारियां शुरू हुई. इस मामले में अन्य तो पकड़े गए, लेकिन विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक को पुलिस नहीं पकड़ पाई. वहीं सात अक्टूबर को हाईकोर्ट से अरुण पाठक की गिरफ्तारी पर रोक लग गई.

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