वाराणसी: भारतीय जनता पार्टी से सांसद और दिल्ली के पूर्व बीजेपी अध्यक्ष रह चुके मनोज तिवारी इन दिनों वाराणसी में हैं. सोमवार को उन्होंने वाराणसी पहुंचकर गंगा घाट के दर्शन पूजन किए. वहीं मंगलवार को अपने कुछ करीबियों से भी मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. कोविड-19 के बढ़ रहे मामलों की गंभीरता को देखते हुए आने वाले महापर्व छठ पर उन्होंने एक गीत भी गाया. उन्होंने कोरोना के प्रकोप के कम होने और सभी के स्वस्थ एवं निरोग रहने के लिए छठी मैया से प्रार्थना भी की.
छठी मैया से की प्रार्थना
मनोज तिवारी ने इस मौके पर छठी मैया को समर्पित एक गीत गाकर कोरोना के बढ़ रहे मामलों पर चिंता जाहिर की और उनसे आशीर्वाद मांगा. मनोज तिवारी ने कहा कि मेरी प्रार्थना है कि यह संकट का समय है. कोरोना फिर से वापस आ रहा है.
मैं गीत गाकर प्रार्थना करता हूं कि 'छठी मैया दीया हो अशीषिया कोरोना जाए भरभराये, छठी मैया दीया हो अशीषिया सब कोई रहे हो निरोग, चले कोरोना का न जोर, सब कर बनल रहे भोग, छठी मैया दिया आशीर्वाद' गीत की चंद लाइनों के जरिए छठी मैया से आशीर्वाद मांगा.
बिहार की महिलाओं का सम्मान
वहीं मनोज तिवारी ने बिहार में रेणु देवी के डिप्टी सीएम बनाए जाने पर कहा कि रेणु दीदी का डिप्टी सीएम बनना बिहार की महिलाओं का नरेंद्र मोदी की तरफ से सम्मान है. बिहार की माताएं और बहनें ने जिस तरह से 10% ज्यादा वोट करके एनडीए को प्रचंड विजय की ओर प्रशस्त किया. बिहार की बहनों ने इतनी शक्ति दिखाई तो फिर एक बहन का तो डिप्टी सीएम बनना निश्चित था और नरेंद्र मोदी ने यह करके दिखाया है.
राहुल को साथ लेने की वजह से हारा महागठबंधन
मनोज तिवारी ने बिहार चुनाव की जीत पर कहा कि मैं मानता हूं, मुझे थोड़ा सा लेट तो वहां जाने में हुआ था, लेकिन मुझे वहां कब जाना है और कब नहीं. यह बिहार यूनिट निश्चित करती है. आठ तारीख से प्रचार-प्रसार शुरू हो गया था. मैं बिहार चुनाव में 16 अक्टूबर से पहुंच चुका था. मुझे लगा कि मैं थोड़ा पहले से होता तो फर्स्ट फेज का दौरा बहुत ज्यादा करता, जिससे मैं लोगों को महागठबंधन द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम के बारे में अच्छी तरह समझा पाता.
महागठबंधन में था कई पार्टियों का जमावड़ा
मनोज तिवारी ने कहा कि महागठबंधन कई पार्टियों का जमावड़ा था. राहुल गांधी, कन्हैया कुमार और तेजस्वी यादव एक साथ मिलकर लड़ रहे थे. ऐसे में भीड़-भाड़ होनी जायज है, लेकिन उनकी भीड़ हल्ला ज्यादा करती थी. उन्होंने कहा कि भीड़ का वोट में कन्वर्ट होना बेहद जरूरी है. मुझे लगता है यह विश्वास महागठबंधन पर नहीं हो पाया.
बिहार को स्वीकार नहीं राहुल और कन्हैया
मनोज तिवारी ने कहा कि बिहार की जनता ने तेजस्वी बाबू को जो सत्ता से दूर रहने की सजा दी है वह सिर्फ इसलिए है कि उन्होंने कांग्रेस से हाथ मिलाया. महागठबंधन को हराने में राहुल गांधी का बहुत बड़ा योगदान है. क्योंकि राहुल गांधी और कन्हैया कुमार के जोड़ने को बिहार स्वीकार नहीं कर सकता. यह गलती तेजस्वी बाबू से हुई है.