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Holi in Varanasi: बनारस के घाट पर खेली गई 'अंतरराष्ट्रीय होली', मंच पर दिखा अलग नजारा

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Published : Mar 6, 2023, 4:45 PM IST

वाराणसी के प्रसिद्ध 'सुबह-ऐ-बनारस' मंच पर पारंपरिक होली गीत (Holi songs in varanasi) के साथ राष्ट्राध्यक्षों का मुखौटा पहने लोग होली खेलते नजर आए. इस दौरान भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग की गई.

चौरासी कोस विद्युत परिषद के अध्यक्ष अनूप जायसवाल ने बताया
चौरासी कोस विद्युत परिषद के अध्यक्ष अनूप जायसवाल ने बताया
चौरासी कोस विद्युत परिषद के अध्यक्ष अनूप जायसवाल ने बताया.

वाराणसीः बनारस में इन दिनों होली का खुमार सभी पर चढ़ा दिख रहा है. काशी के घाट और मंदिरों के पास एकादशी के दिन से ही होली के पारंपरिक गीत गाए जा रहे हैं. ऐसा ही एक नजारा वाराणसी के प्रसिद्ध 'सुबह-ऐ-बनारस' मंच पर देखने को मिला. G-20 कार्यक्रम को लेकर इस होली में विशेष आकर्षण दिखा. पारंपरिक होली गीत के साथ सभी राष्ट्रीय अध्यक्षों के मुखौटा पहने लोग नजर आए. मंच पर कोई भांग पीस रहा है तो कोई ठंडई बन रहा है. इसी के साथ हाथों में पोस्टर लेकर लोग झूमते नजर आए.


चौरासी कोस विद्युत परिषद की तरफ से आयोजित 'सुबह-ऐ-बनारस' मंच पर देखने को मिला. जहां होली को लेकर लोगों ने G-20 के राष्ट्रीय अध्यक्षों के मुखौटा पहनकर होली खेली. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री अमित शाह, यूपी के सीए योगी आदित्यनाथ और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर का मुखौटा पहने हुए नजर आए. इस दौरान कई कलाकारों ने देशभक्ति और राष्ट्रीय अध्यक्ष को समर्पित एक गीत प्रस्तुत किया गया. जहां हारमोनियम और तबले के थाप पर लोग भारत हिंदू राष्ट्र बने यह गाना गाते हुए नजर आए.


चौरासी कोस विद्युत परिषद के अध्यक्ष अनूप जायसवाल ने बताया कि काशी के प्रसिद्ध घाट पर हम सब लोगों ने अंतरराष्ट्रीय होली का आयोजन किया है. आज पूरे देश में G-20 की धूम है. जिसकी अध्यक्षता भारत करने जा रहा है. सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों के मुखौटों को लगाकर होली मनाई गई. उन्होंने कहा कि भारत सबके साथ खड़ा है. तुर्की में आए भूकंप के बाद भारत ने उसकी पूरी मदद की. भारत मानवता के नाम पर सबके साथ है. मानवता का सबसे बड़ा पर्व होली है. इसलिए हम लोगों ने होली खेली. उन्होंने कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र है और मानवता का झंडा लेकर भारत सबसे आगे चलेगा.


यह भी पढ़ें- Holi in Varanasi: काशी में डेढ़ दशक से शुरू हुई ये अनोखी परंपरा, मुस्लिम महिलाओं ने उड़ाया गुलाल

चौरासी कोस विद्युत परिषद के अध्यक्ष अनूप जायसवाल ने बताया.

वाराणसीः बनारस में इन दिनों होली का खुमार सभी पर चढ़ा दिख रहा है. काशी के घाट और मंदिरों के पास एकादशी के दिन से ही होली के पारंपरिक गीत गाए जा रहे हैं. ऐसा ही एक नजारा वाराणसी के प्रसिद्ध 'सुबह-ऐ-बनारस' मंच पर देखने को मिला. G-20 कार्यक्रम को लेकर इस होली में विशेष आकर्षण दिखा. पारंपरिक होली गीत के साथ सभी राष्ट्रीय अध्यक्षों के मुखौटा पहने लोग नजर आए. मंच पर कोई भांग पीस रहा है तो कोई ठंडई बन रहा है. इसी के साथ हाथों में पोस्टर लेकर लोग झूमते नजर आए.


चौरासी कोस विद्युत परिषद की तरफ से आयोजित 'सुबह-ऐ-बनारस' मंच पर देखने को मिला. जहां होली को लेकर लोगों ने G-20 के राष्ट्रीय अध्यक्षों के मुखौटा पहनकर होली खेली. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री अमित शाह, यूपी के सीए योगी आदित्यनाथ और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर का मुखौटा पहने हुए नजर आए. इस दौरान कई कलाकारों ने देशभक्ति और राष्ट्रीय अध्यक्ष को समर्पित एक गीत प्रस्तुत किया गया. जहां हारमोनियम और तबले के थाप पर लोग भारत हिंदू राष्ट्र बने यह गाना गाते हुए नजर आए.


चौरासी कोस विद्युत परिषद के अध्यक्ष अनूप जायसवाल ने बताया कि काशी के प्रसिद्ध घाट पर हम सब लोगों ने अंतरराष्ट्रीय होली का आयोजन किया है. आज पूरे देश में G-20 की धूम है. जिसकी अध्यक्षता भारत करने जा रहा है. सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों के मुखौटों को लगाकर होली मनाई गई. उन्होंने कहा कि भारत सबके साथ खड़ा है. तुर्की में आए भूकंप के बाद भारत ने उसकी पूरी मदद की. भारत मानवता के नाम पर सबके साथ है. मानवता का सबसे बड़ा पर्व होली है. इसलिए हम लोगों ने होली खेली. उन्होंने कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र है और मानवता का झंडा लेकर भारत सबसे आगे चलेगा.


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