वाराणसीः पूर्वांचल का एम्स कहे जाने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में लगातार लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं. अभी पुराना मामला शांत भी नहीं हुआ था कि अस्पताल से भाजपा नेता के लापता होने के बाद गायघाट में उनका शव मिलने से सनसनी फैल गई. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
बताया जा रहा है कि बीजेपी किसान मोर्चा के पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अजय कुमार मौर्य (49) को सर सुंदरलाल अस्पताल के आर्कोलॉजी वार्ड में भर्ती करवाया गया था. अजय के पुत्र चेतन कुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि सुबह आधे घंटे के लिए बड़े भाई की आंख लगी और उसी दौरान उनके पिता गायब हो गए. इसके बाद वे लगातार चिकित्सक और अस्पताल प्रबंधक से अपने पिता के बारे में पूछ रहे थे, लेकिन अस्पताल प्रबंधक परिजनों को बरगलाने में जुटे रहे.
परिजनों ने आरोप लगाया कि सीसीटीवी कैमरा देखने के लिए कहा गया तो वार्ड का कैमरा खराब होने का बहाना कर दिया गया. परिजनों ने इसकी शिकायत डायल 112 पर करने के बाद लंका पुलिस को लिखित शिकायत की. शिकायत करने के कुछ देर बाद भाजपा नेता का शव जिले के गायघाट क्षेत्र में मिला. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस कार्रवाई में जुट गई है.
बीएचयू हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर एसके माथुर ने बताया कि आर्कोलॉजी विभाग से एक मरीज आज सुबह अपने वार्ड से बाहर निकल गया. जब मरीज अपने वार्ड से बाहर निकला, तब उनका बेटा भी पास में सो रहा था. मरीज की एक सर्जरी की जा चुकी है. इस मामले में पुलिस को सूचित किया गया है.
वैश्विक महामारी के दौरान बीएचयू से पेशेंट गायब होने का यह नया मामला नहीं है. इससे पहले एक कोरोना पॉजिटिव मरीज सुपर स्पेशियलिटी सेंटर के लेबर थ्री कोविड हॉस्पिटल से लापता हो गया था, जिसका शव 24 घंटे बाद सुपर स्पेशियलिटी सेंटर के कैंपस में मिला. वहीं लेवल थ्री कोविड-19 से एक पेशेंट ने कूदकर अपनी जान दे दी थी. एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कोविड-19 को घंटों हॉस्पिटल के बाहर इंतजार करना पड़ा. इसके अलावा एक ऑडियो भी शुरुआती दिनों में वायरल हुआ था. जिसमें खुद कोविड पॉजिटिव मरीज यहां की लापरवाही के बारे में बता रहा था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई.