वाराणसी: निकाय चुनाव में एक चीज जो सामने निकलकर आई, वो है कि मुसलमान वोट सपा के खाते में न जाकर कांग्रेस के पास गए हैं. इसको लेकर कांग्रेस काफी खुश नजर आ रही है. वजह भी साफ है कि इससे इनकी पकड़ मुस्लिम वोट बैंक पर बन रही है. ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम ने प्रेस कॉन्फेंस के दौरान कही. उन्होंने यह भी कहा है कि अब मुसलमानों को समझ आ गया है कि जब वे कांग्रेस को वोट देते थे, तो भाजपा के 2 सांसद होते थे.
वाराणसी में अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम शाहनवाज आलम ने कहा कि 2024 में मुसलमानों के कांग्रेस में आने के बाद सपा खत्म हो जाएगी. मुसलमानों को समझ में आ गया है कि जब तक वो पूरी तरह कांग्रेस को वोट करते थे, तब तक भाजपा के सिर्फ दो सांसद होते थे. जब से मुसलमान सपा और बसपा में गए तो भाजपा मजबूत होती गई. अपने जातिगत समर्थकों का वोट भाजपा में ट्रांसफर कराने के लिए 2019 में मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि वो मोदी जी को दोबारा प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं.उन्होंने कहा कि मुसलमान अब कांग्रेस में आकर दूसरे वर्गों के साथ मिलकर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प ले चुका है. सपा-बसपा और आरएलडी के गठबंधन के बावजूद वो मुस्लिम बहुल सीटें रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, सम्भल, सहारनपुर, बिजनौर जीत पाई. जबकि बदायूं और कन्नौज जैसी सजातीय बहुल सीटें भी मुलायम सिंह यादव के परिवार के लोग हार गए. शाहनवाज ने बुनकरो के लिए फ्लैट, बिजली को लेकर आंदोलन चलाए जाने का भी भरोसा दिलाया.
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