वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उत्तर प्रदेश के मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने जन समस्याएं सुनीं. इस दौरान स्मार्ट वार्ड के पार्षदों ने मंत्री के सामने काम के दौरान जनता को होने वाली समस्याओं से अवगत कराया. मंत्री ने अफसरों और ठेकेदारों को उसका निस्तारण करने का निर्देश दिया.
दरअसल, वाराणसी के टाउन हॉल में एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री नीलकंठ तिवारी ने जनसमस्याएं सुनीं. यहां उन्होंने और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों और ठेकेदारों को उसका निस्तारण करने का निर्देश दिया. जनसुनवाई के दौरान काशी के 6 वार्डों के पार्षद और उनके प्रतिनिधियों ने मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी को वार्ड में काम के दौरान होने वाली समस्याओं से अवगत कराया. मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी को पार्षदों ने बताया कि वार्डों में स्मार्ट सिटी के तहत जो काम कराया जा रहा है, इससे जनता परेशान है. खुदाई तो जबरदस्त हो रही लेकिन उसकी पटाई और लेवलिंग में काफी देरी हो रही है. इससे जनता की मुश्किलें बढ़ जा रही हैं. पार्षद कुंवर कृष्णकांत सिंह ने मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी को बताया कि गलियों में खुदाई करके छोड़ दिया गया है. वहीं दशाश्वमेघ वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि ने 18 गलियों में खुदाई करके सप्ताह भर से अधिक समय से छोड़े जाने की शिकायत की.
काशी के ये वार्ड बनाए जा रहे हैं स्मार्ट
स्मार्ट सिटी योजना के तहत काशी के कुछ वार्डों को स्मार्ट वार्ड बनाया जा रहा है. काशी के गढ़वासी टोला, राज मंदिर, जंगमबाड़ी, कामेश्वर महादेव, काल भैरव और दशाश्वमेघ वार्ड को करोड़ों रुपए खर्च करके स्मार्ट वार्ड बनाया जा रहा है.
अधूरी तैयारी के साथ काम करने की शिकायत
जंगमबाड़ी वार्ड के पार्षद गोपाल यादव ने मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी को बताया कि उनके वार्ड में हजारों लोगों की भीड़ हमेशा रहती है. इस वार्ड में दुकानदारों की भी संख्या बहुतायत है. दर्शनार्थी भी दूर-दूर से आते हैं. उन्होंने बताया कि इस वार्ड में दो यूरिनल था, जिसे काम के दौरान डैमेज कर दिया गया. पार्षद ने मंत्री को बताया कि नगर आयुक्त के निरीक्षण में निर्देश के बाद भी यूरिनल नहीं बना. इस पर मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी ने चीफ इंजीनियर से यूरिनल बनाने का निर्देश दिया.
पार्षदों ने मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी से कहा कि वार्ड में होने वाले काम की मॉनिटरिंग नहीं होने से मनमाना काम भी हो रहा है. उन्होंने बताया कि आईपीडीएस की लाइनों की ढलाई करके पैक किया जा रहा है, जबकि आए दिन बिजली के तारों को पंचर होने की शिकायत होती रहती है.