वाराणसी: संसदीय कार्य एवं औधोगिक विकास राज्य मंत्री जसवंत सिंह सैनी मंगलवार को वाराणसी पहुंचे. यहां वे यूपी सरकार में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह की मां के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए आए हैं. वहीं उत्तर प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को लेकर अखिलेश यादव द्वारा खड़े किए गए सवालों के जवाब पर मंत्री जसवंत सिंह सैनी ने कहा कि समिट एक ऐतिहासिक कार्यक्रम रहा, जिसमें अब तक का रिकॉर्ड 33 लाख 50 हजार करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए. यह उत्तर प्रदेश के लिए एक शुभ संकेत हैं. इसे धरातल पर उतारने के लिए सरकार ने पूरी तरह कमर कसी है. निश्चित रूप से यह धरातल पर उतरेगा. उत्तर प्रदेश में उधोग लगेंगे तो नौजवानों को रोजगार मिलेगा. उत्तर प्रदेश का विकास होगा.
अखिलेश यादव द्वारा जाति जनगणना की मांग के प्रश्न के जवाब में मंत्री जसवीर सिंह सैनी ने कहा कि अखिलेश यादव विकास की बात तो करते नहीं, न तो उन्होंने विकास अपने समय में किया. न तो उनका विकास से कोई मतलब है. ये सब उनके मुद्दे है. कभी रामचरितमानस को लेकर उनके लोग सवाल उठाएंगे. कभी कुछ करेंगे तो मैं पूछना चाहता हूं कि उन्होंने कितने उद्योग लगवाए. उनके समय में उत्तर प्रदेश के अंदर गुंडागर्दी, अराजकता का मौहल था. कोई यहां आना नहीं चाहता था. आज योगी जी की सरकार में उत्तर प्रदेश के अंदर कानून व्यवस्था की स्थिति सुधरी है. उत्तर प्रदेश के अंदर चलने के लिए अच्छी सड़कें, बिजली की अच्छी व्यवस्था है. आज देश दुनिया के उधोगपति उत्तर प्रदेश में आने के लिए लालायित हैं. अखिलेश यादव को सिर्फ उल्टी सीधी बात कहने के अलावा उनके पास अब कुछ बचा नहीं है.
उन्होंने कहा कि सरकार निष्पक्ष रूप से कार्य कर रही है. किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं है. देश में कानून का राज है. जो गुंडागर्दी करेगा वह जेल जाएगा ही और जो गलत करेगा, वहां बुलडोजर चलेगा. ऐसा नहीं कि किसी को परेशान करने के लिए जबरदस्ती कोई कार्रवाई हो रही है. लेकिन कानून को कोई हाथ में लेगा तो क्या उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी? कोई बचेगा नहीं, जो भी गलत करेगा. कानून का उल्लंघन करेगा. उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी.