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बनारस में जल्द ही तैयार होगा मेडिकेटेड घाट, पर्यटकों को मिलेंगी ये खास सुविधाएं - बनारस में गंगा घाट

वाराणसी के खिड़कियां घाट (नमो घाट) के पास एक मेडिकेटेड घाट बनाने की तैयारी चल रही है. यह घाट बच्चे, बुजुर्ग और दिव्यांगों के साथ यहां आने वाले लोगों को स्वास्थ्य का लाभ देगा. साथ ही इस घाट पर एक ऐसा पॉइंट भी बनाया जाएगा, जो दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए तैयार होगा.

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Published : Aug 25, 2022, 7:07 PM IST

वाराणसीः वैसे तो बनारस शहर अपनी बहुत सी चीजों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन कुछ ऐसी चीजें भी हैं जो यहां आने वाले सैलानियों को काफी अट्रैक्ट करती हैं. इनमें सबसे महत्वपूर्ण है बनारस के गंगा घाट, जिनकी अपनी अलग पहचान है. इसकी प्रमाणिकता और इसकी प्राचीन विरासत बनारस को बिल्कुल अलग करती है. यही वजह है कि पर्यटकों को हाईटेक सुविधाएं देने के लिए नए-नए घाट बनाए जा रहे हैं. बनारस के नमो घाट के पास में आधी केशव घाट से पहले एक ऐसा मेडिकेटेड घाट बनाया जाएगा. यहां पर प्लांटेशन काफी घने स्तर पर करने के अलावा पाथवे और पार्क तैयार किया जाएगा. जो यहां आने वाले हर उम्र के लोगों के साथ खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा.

बनारसे के घाट

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि नमो घाट को लेकर पर्यटकों का जो अट्रैक्शन है वह काफी है. नमो घाट के उद्घाटन से पहले ही यहां पर जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है. यही वजह है कि अब इस के आसपास के घाटों को डेवलप करने की तैयारी भी की जा रही है. नमो घाट से आगे बढ़ने पर आधी केशव घाट से पहले के एरिया को एक नए मेडिकेटेड घाट के रूप में डेवलप किया जाएगा.

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि इस घाट पर डेंस प्लांटेशन की तैयारी की जा रही है. यहां पर जितने भी पौधे लगाए जाएंगे वह मेडिकेटेड होंगे, जो अपने आप में लोगों को स्वास्थ्य का लाभ देंगे. साथ ही साथ यहां आने वाले वृद्ध और बच्चों की सुविधा को ध्यान में रखकर इस घाट को तैयार किया जाएगा. यहां सीढ़ियों की जगह रैंप बनाने की तैयारी की गई है, ताकि बुजुर्ग बच्चों के साथ दिव्यांगजन भी यहां तक पहुंच सकें और घाट के इस माहौल का आनंद ले सकें.

पढ़ेंः वाराणसी में नमो घाट घूमने पर लिया जा रहा चार्ज, कांग्रेस ने कहा- धर्म के नाम पर पैसा कमा रही सरकार

कमिश्नर का कहना है कि घाट पर अच्छी बेंच, शौचालय, पाथवे, लाइट और पार्टी की सुविधा दी जाएगी. यह अपने आप में बनारस में गंगा घाट के तट पर मेडिकेटेड पार्क के रूप में पहला डेवलप गार्डन होगा. जहां पर खास तौर पर वृद्ध और दिव्यांग जनों के साथ बच्चों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर इसे तैयार करवाया जाएगा.

माना जा रहा है कि बाढ़ का पानी नीचे उतरने के बाद यहां पर काम शुरू होगा. अक्टूबर तक इस काम को पूरा भी करवा दिया जाएगा, क्योंकि अक्टूबर के बाद इसके उद्घाटन की तैयारी की जा रही है. इतना ही नहीं इस घाट पर एक ऐसा पॉइंट भी बनाया जाएगा, जो दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए तैयार होगा. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर है कि गंगा में प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं होना चाहिए. इसलिए हर साल यहां पर अस्थाई सुविधा बनवाई जाती थी. लेकिन अब यहां पर एक ऐसी सुविधा देने की तैयारी की जा रही है, जो स्थाई तौर पर हो और गंगा से दूर उस में मूर्तियों का विसर्जन करवाया जा सके.

पढ़ेंः वाराणसी में खतरे के निशान से महज 50 सेंमी दूर गंगा, नमो घाट जलमग्न

वाराणसीः वैसे तो बनारस शहर अपनी बहुत सी चीजों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन कुछ ऐसी चीजें भी हैं जो यहां आने वाले सैलानियों को काफी अट्रैक्ट करती हैं. इनमें सबसे महत्वपूर्ण है बनारस के गंगा घाट, जिनकी अपनी अलग पहचान है. इसकी प्रमाणिकता और इसकी प्राचीन विरासत बनारस को बिल्कुल अलग करती है. यही वजह है कि पर्यटकों को हाईटेक सुविधाएं देने के लिए नए-नए घाट बनाए जा रहे हैं. बनारस के नमो घाट के पास में आधी केशव घाट से पहले एक ऐसा मेडिकेटेड घाट बनाया जाएगा. यहां पर प्लांटेशन काफी घने स्तर पर करने के अलावा पाथवे और पार्क तैयार किया जाएगा. जो यहां आने वाले हर उम्र के लोगों के साथ खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा.

बनारसे के घाट

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि नमो घाट को लेकर पर्यटकों का जो अट्रैक्शन है वह काफी है. नमो घाट के उद्घाटन से पहले ही यहां पर जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है. यही वजह है कि अब इस के आसपास के घाटों को डेवलप करने की तैयारी भी की जा रही है. नमो घाट से आगे बढ़ने पर आधी केशव घाट से पहले के एरिया को एक नए मेडिकेटेड घाट के रूप में डेवलप किया जाएगा.

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि इस घाट पर डेंस प्लांटेशन की तैयारी की जा रही है. यहां पर जितने भी पौधे लगाए जाएंगे वह मेडिकेटेड होंगे, जो अपने आप में लोगों को स्वास्थ्य का लाभ देंगे. साथ ही साथ यहां आने वाले वृद्ध और बच्चों की सुविधा को ध्यान में रखकर इस घाट को तैयार किया जाएगा. यहां सीढ़ियों की जगह रैंप बनाने की तैयारी की गई है, ताकि बुजुर्ग बच्चों के साथ दिव्यांगजन भी यहां तक पहुंच सकें और घाट के इस माहौल का आनंद ले सकें.

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कमिश्नर का कहना है कि घाट पर अच्छी बेंच, शौचालय, पाथवे, लाइट और पार्टी की सुविधा दी जाएगी. यह अपने आप में बनारस में गंगा घाट के तट पर मेडिकेटेड पार्क के रूप में पहला डेवलप गार्डन होगा. जहां पर खास तौर पर वृद्ध और दिव्यांग जनों के साथ बच्चों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर इसे तैयार करवाया जाएगा.

माना जा रहा है कि बाढ़ का पानी नीचे उतरने के बाद यहां पर काम शुरू होगा. अक्टूबर तक इस काम को पूरा भी करवा दिया जाएगा, क्योंकि अक्टूबर के बाद इसके उद्घाटन की तैयारी की जा रही है. इतना ही नहीं इस घाट पर एक ऐसा पॉइंट भी बनाया जाएगा, जो दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए तैयार होगा. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर है कि गंगा में प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं होना चाहिए. इसलिए हर साल यहां पर अस्थाई सुविधा बनवाई जाती थी. लेकिन अब यहां पर एक ऐसी सुविधा देने की तैयारी की जा रही है, जो स्थाई तौर पर हो और गंगा से दूर उस में मूर्तियों का विसर्जन करवाया जा सके.

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