वाराणसी: जिले स्थित डीजल रेल इंजन कारखाना के कर्मचारियों द्वारा निजीकरण और निगमीकरण के खिलाफ चेतावनी सप्ताह की शुरुआत की गई. किसान मजदूर संगठन विचारों में चेतावनी सप्ताह के पहले दिन कार्यालय में पंपलेट का वितरण कर कर्मचारी को जागरूक किया गया.
चेतावनी सप्ताह के क्रम में सोमवार को डीजल रेल इंजन कारखाना के कर्मचारियों ने मजदूर संघ के बैनर तले ऑफिस कार्यालयों में पर्चों का वितरण किया. इस दौरान रेलवे की विभिन्न समस्याओं के संबंध में कर्मचारियों को जागरूक किया गया. कर्मचारियों का कहना है कि सरकार हम सभी कर्मचारियों को दुर्गा पूजा से पूर्व बोनस का वितरण करें. साथ ही जहां प्रशिक्षित अप्रेंटिस अपना प्रशिक्षण पूरा करके बेरोजगार बैठा है, उसकी बहाली शीघ्र रेल सेवा में की जाए. भारतीय रेल जो कि आम जनमानस की सवारी है, उसके निजीकरण एवं निगमीकरण पर तत्काल रोक लगाई जाए.
चेतावनी सप्ताह कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे डीएलडब्ल्यू मजदूर संघ के महामंत्री कृष्ण मोहन तिवारी ने कहा कि उत्पादन इकाइयों में निगमीकरण एवं निजीकरण की सरकार की जो मनसा है, उसे कभी पूरा नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि निजीकरण और निगमीकरण का हम सभी कर्मचारी विरोध करते हैं. हम लोग सरकार की मंशा कभी पूरी नहीं होने देंगे, जिसके लिए आज से ही चेतावनी सप्ताह कार्यक्रम की शुरुआत की गई है.