वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लखनऊ स्थित आवास पर फोन कॉल करके वाराणसी सिविल कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले शख्स को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी का नाम मोनू सोनकर है, जो फुलवरिया क्षेत्र के पहलू का पुरा रहने वाला है. मोनू ने अपने पड़ोसी से पुराने विवाद की रंजिश में उसकी बेटी का मोबाइल चुरा लिया था. उसी मोबाइल से उसने सीएम योगी आदित्यनाथ, वाराणसी के एसपी ग्रामीण के सरकारी आवास के लैंड लाइन और इंस्पेक्टर कैंट के सरकारी मोबाइल नंबर पर भी फोन किया था.
पुलिस के मुताबिक, 30 सितंबर को पुलिस के पास कॉल आई थी कि 1 अक्टूबर को वाराणसी स्थित सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम स्थल वाराणसी और सिविल कोर्ट में बम धमाका होगा. सीएम शनिवार को 5जी लॉन्चिंग के मौके पर बनारस में थे. इसलिए सर्विलांस की मदद से पुलिस ने मोबाइल नंबर से संबंधित शख्स के नाम और पते की जांच की. जिसमें पता चला कि जिस नंबर से कॉल आई थी वह फुलवरिया के पहलू का पुरा क्षेत्र का है. पुलिस ने उस नंबर पर कॉल किया तो एक महिला ने कॉल उठाया और उसने बताया कि वो मोबाइल उसकी बेटी का है. उसकी सब्जी की दुकान लगाती है. 30 सितंबर की शाम उसकी मोबाइल गायब हो गई थी. उसने बताया था कि उसके पड़ोसी के शातिर बेटे मोनू ने उसे फंसाने के लिए उसका मोबाइल चुरा कर हर जगह धमकी भरी कॉल की है.
पुलिस ने मोनू को से पूछताछ शुरू की, तो सामने आया कि वह वर्ष 2017 में खुद के अपहरण की साजिश रचा था और पड़ोसी पर मुकदमा दर्ज हुआ था. मोनू उस दौरान बिहार से बरामद हुआ था और जांच में सामने आया था कि पड़ोसी और उसके परिवार के लोगों को फंसाने के लिए उसने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी. उसी रंजिश में एक बार फिर उसने अपने पड़ोसी को फंसाने के लिए उसकी बेटी का मोबाइल चुरा कर बम ब्लॉस्ट की धमकी दी है. बाद में जब उसे लगा कि मामला तूल पकड़ चुका है तो उसने पड़ोसी का मोबाइल उसी की छत पर फेंक दिया. इस संबंध में पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि वास्तविक आरोपी पकड़ लिया गया है.
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