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वाराणसी में शहनाई बजाकर भगवान इंद्र को खुश करने की कोशिश

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Published : Jun 3, 2019, 4:29 PM IST

भीषण गर्मी से मनुष्य सहित अन्य जीव-जंतु भी परेशान हैं. ऐसे में वर्षा के लिए देव भगवान इंद्र को प्रसन्न करने  के लिए सोमवार को वाराणसी में शहनाई वादक महेंद्र प्रसन्ना ने मां गंगा की गोद में खड़े होकर शहनाई बजाई.

शहनाई बजाकर भगवान इंद्र को खुश करने की कोशिश

वाराणसी: भले ही सुबह का मौसम कुछ राहत भरा हो लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही आसमान से आग बरसना शुरू हो जाती है. ऐसे में भीषण गर्मी से मनुष्य सहित अन्य जीव-जंतु भी परेशान हैं. वहीं वर्षा के लिए भगवान इंद्र को खुश करने के खातिर सोमवार को वाराणसी के तुलसी घाट पर शहनाई वादक महेंद्र प्रसन्ना ने मां गंगा की गोद में खड़े होकर शहनाई बजाई.

शहनाई बजाकर भगवान इंद्र को खुश करने की कोशिश
भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए बजाई शहनाई
  • पूरे देश में भीषण गर्मी से परेशान हैं लोग.
  • काशी में मौसम की बेरुखी का आलम यह है कि लोगों ने वर्षा के देव भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए तमाम कोशिशें शुरु कर दी है.
  • ऐसे में वाराणसी के शहनाई वादक महेंद्र प्रसन्ना ने शहनाई बजाकर भगवान इंद्र को प्रसन्न करने की कोशिश की.
  • वाराणसी के तुलसी घाट पर पूरे विधि-विधान से मां गंगा का पूजन कर दुग्धाभिषेक भी किया.
  • शहनाई की धुन में बजाया मल्हार राग.
  • उनका विश्वास है कि मल्हार राग सुनकर भगवान इंद्र प्रसन्न होंगे और गर्मी से निजात मिलेगी.

जिस तरह पूरे भारत में गर्मी का प्रकोप है. मनुष्य सहित जीव-जंतु भी इससे ग्रसित हैं ऐसे में आज हम लोगों ने काशी के तुलसी घाट पर मां गंगा की गोद में भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए राग मल्हार की धुन में शहनाई बजाई. जिससे भगवान इंद्र प्रसन्न हो और हम लोगों को इस गर्मी के प्रकोप से राहत दें.
महेंद्र प्रसन्ना, शहनाई वादक

वाराणसी: भले ही सुबह का मौसम कुछ राहत भरा हो लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही आसमान से आग बरसना शुरू हो जाती है. ऐसे में भीषण गर्मी से मनुष्य सहित अन्य जीव-जंतु भी परेशान हैं. वहीं वर्षा के लिए भगवान इंद्र को खुश करने के खातिर सोमवार को वाराणसी के तुलसी घाट पर शहनाई वादक महेंद्र प्रसन्ना ने मां गंगा की गोद में खड़े होकर शहनाई बजाई.

शहनाई बजाकर भगवान इंद्र को खुश करने की कोशिश
भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए बजाई शहनाई
  • पूरे देश में भीषण गर्मी से परेशान हैं लोग.
  • काशी में मौसम की बेरुखी का आलम यह है कि लोगों ने वर्षा के देव भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए तमाम कोशिशें शुरु कर दी है.
  • ऐसे में वाराणसी के शहनाई वादक महेंद्र प्रसन्ना ने शहनाई बजाकर भगवान इंद्र को प्रसन्न करने की कोशिश की.
  • वाराणसी के तुलसी घाट पर पूरे विधि-विधान से मां गंगा का पूजन कर दुग्धाभिषेक भी किया.
  • शहनाई की धुन में बजाया मल्हार राग.
  • उनका विश्वास है कि मल्हार राग सुनकर भगवान इंद्र प्रसन्न होंगे और गर्मी से निजात मिलेगी.

जिस तरह पूरे भारत में गर्मी का प्रकोप है. मनुष्य सहित जीव-जंतु भी इससे ग्रसित हैं ऐसे में आज हम लोगों ने काशी के तुलसी घाट पर मां गंगा की गोद में भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए राग मल्हार की धुन में शहनाई बजाई. जिससे भगवान इंद्र प्रसन्न हो और हम लोगों को इस गर्मी के प्रकोप से राहत दें.
महेंद्र प्रसन्ना, शहनाई वादक

Intro:पूरे देश में पड़ रही भीषण गर्मी से मनुष्य सहित जीव जंतु और प्राणी भी जैसे थे ऐसे में आज काशी के गोस्वामी तुलसीदास के तपोभूमि तुलसी घाट पर काशी के शहनाई वादक महेंद्र प्रसन्ना ने मां गंगा की गोद में खड़े होकर शहनाई बजाया और भगवान इंद्र को पसंद किया।


Body:भले ही सुबह का मौसम कुछ राहत भरा हो लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही आसमान से आग बरसना शुरू हो जा रहा है काशी के मौसम की बेरुखी का आलम है कि लोग भगवान भास्कर किताब बुरी तरह से परेशान है राहत के लिए तमाम उपाय भी किए जा रहे हैं सभी को इंतजार है तो बस बारिश का जिस के आसार दिख नहीं रहे लिहाजा बरसात के लिए आप लोग भगवान इंद्र की शरण में जा पहुंचे लेकिन शायद बारिश के देवता इंद्र शहनाई की धुन पहुंचे और वह देश की जनमानस को स्थिति से राहत दे।


शहनाई वादक महेंद्र प्रसन्ना ने पूरे विधि-विधान से मां गंगा का पूजन किया दुग्ध अभिषेक किया। शहनाई की धुन में राग मल्हार बजाया और उनका विश्वास है कि भगवान इंद्र प्रसन्न होंगे और गर्मी से निजात मिलेगी।


Conclusion:शहनाई वादक महेंद्र प्रसन्ना ने बताया जिस तरह पूरे भारत में गर्मी का प्रकोप है मनुष्य सही जीव-जंतु भी इससे ग्रसित हैं ऐसे में आज हम लोग काशी के तुलसी घाट पर मां गंगा की गोद में भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए राग मल्हार की धुन में शहनाई बजाई जिससे भगवान इंद्र प्रसन्न हो और हम लोगों को इस गर्मी के प्रकोप से राहत दे।
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