वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी व उसके आसपास के जिलों में लगातार बाढ़ की तस्वीर भयावह होती जा रही है, जिसको देखते हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय ने अपनी वार्षिक व सेमेस्टर परीक्षाओं को अगले आदेश तक स्थगित करने का निर्णय लिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि बाढ़ व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के कारण विद्यार्थियों को काफी समस्याएं हो रही हैं. उनकी सुविधाओं के लिए यह निर्णय लिया गया है.
विद्यार्थियों की सुविधा के लिए स्थगित हुई परीक्षा
बता दें कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय से संबद्ध कई महाविद्यालयों व महाविद्यालयों की ओर जाने वाले मार्गों में बाढ़ का पानी जमा हो चुका है, जिसके कारण विद्यार्थी परीक्षा सेंटर पर आकर अपनी परीक्षा देने में असमर्थ हैं और विद्यार्थियों की परीक्षाएं छूट जा रही हैं. ऐसे में विश्वविद्यालय ने 11 अगस्त के बाद होने वाली सभी परीक्षाओं को टाल दिया है. बता दें कि 15 जुलाई से विश्वविद्यालय ने वार्षिक व सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू हुई हैं.
नई तिथि की होगी घोषणा
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय की कुलसचिव सुनीता पांडे ने बताया कि वाराणसी व आसपास के जिलों में लगातार बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है. इसके साथ ही कुछ प्रतियोगी परीक्षाएं भी होने वाली हैं. विद्यार्थियों की सुविधाओं को देखते हुए विश्वविद्यालय की वार्षिक व सेमेस्टर परीक्षाओं को अग्रिम आदेश स्थगित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि जब बाढ़ का पानी हट जाएगा और स्थिति सामान्य हो जाएगी तो नई तारीख की घोषणा कर सभी परीक्षाओं को संपन्न कराया जाएगा.
मेडिकल के छात्र अब दे सकेंगे परीक्षा
ज्ञात हो कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय से संबद्ध संतुष्टि आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज में बीते काफी समय से छात्र मेडिकल की परीक्षाओं को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान छात्रों ने पीएमओ से लेकर आयुष मंत्रालय तक परीक्षा संपन्न कराने की गुहार लगाई थी, जिसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने 2018 शैक्षिक सत्र के 100 छात्रों को परीक्षा में शामिल होने और उनका रिजल्ट घोषित करने की अनुमति दे दी है. संतुष्टि मेडिकल कॉलेज की डायरेक्टर डॉ. रितु गर्ग ने बताया कि 19 सितंबर 2018 के अंतरिम आदेश के अनुसार जिस छात्र ने कॉलेज में दाखिला लिया था, उन्हें परीक्षा देने दिया जाएगा और उनका परिणाम भी घोषित कर दिया जाएगा.
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पूर्वांचल में बाढ़ का कहर
बता दें कि वाराणसी समेत पूर्वांचल के चंदौली, मीर्जापुर, भदोही, बलिया, गाजीपुर और बलिया में गंगा में आई बाढ़ का कहर जारी है. सभी जगह गंगा खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. गंगा में आई बाढ़ का पानी शहरी इलाकों के साथ ही गांवों में भरने से जनजीवन प्रभावित है. वाराणसी में बाढ़ के कारण रिहायशी इलाकों में पानी भरने लगा है, जिसके बाद स्थानीय लोगों की मुसीबत बढ़ गई है. वाराणसी समेत पूर्वांचल के तमाम जिलों में बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है तो सैंकड़ों एकड़ में लगीं फसलें जलमग्न हो गई हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ के जवान राहत सामग्री पहुंचाने में जुटे हैं. वहीं स्थितियों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी प्रशासन के अफसरों से बात की है.