ETV Bharat / state

Navratra 2019: आठवें दिन ऐसे करें महागौरी की उपासना, मन एकाग्र होने के साथ पापों से मिलेगी मुक्ति

नवरात्र के आठवें दिन महागौरी के दर्शन पूजन का विधान है. बहुत ही अद्भुत, अत्यंत गौर वर्ण की होने की वजह से इन्हें महागौरी के नाम से जाना जाता है. मान्यता है कि महागौरी की पूजा करने से धन धान्य की कमी नहीं होती और जीवन में किए सारे पापों का नाश होता है.

महागौरी की उपासना से पापों से मिलती है मुक्ति.
author img

By

Published : Oct 6, 2019, 9:42 AM IST

वाराणसी: आज नवरात्र का आठवां दिन है. आठवां दिन यानि देवी दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी के दर्शन पूजन का दिन. महागौरी जिन्हें आदिशक्ति माता दुर्गा और भगवान गणेश की मां के रूप में जाना जाता है. घर में या किसी भी स्थान पर कोई भी पूजा-पाठ बिना गौरी गणेश के संपन्न नहीं हो सकता है.

महागौरी की उपासना से पापों से मिलती है मुक्ति.


सफेद रंग है मां को पसंद
पंडित पवन त्रिपाठी का कहना है कि महागौरी का रूप बहुत ही अद्भुत, अत्यंत गौर वर्ण होने की वजह से इन्हें महागौरी के नाम से जाना जाता है. बैल इनकी सवारी है और माता रानी के एक हाथ में त्रिशूल और एक में डमरू है, जबकि एक हाथ अभय मुद्रा में और दूसरा हाथ वर मुद्रा में है. मां सफेद रंग के वस्त्र बेहद पसंद करती हैं. कहा जाता है कि मां बहुत ही शांत प्रवृत्ति की हैं.

इसे भी पढ़ें:- Navratra 2019: महासप्तमी के दिन ऐसे करें मां कालरात्रि की पूजा, भय और बाधाओं का होता है नाश

महागौरी की पूजा से धन की नहीं होती कमी
ज्योतिषाचार्य पंडित पवन त्रिपाठी का कहना है कि नवरात्र के आठवें दिन महागौरी की पूजा करने से धन धान्य की कभी कमी नहीं होती. जीवन में किए हुए सारे पापों का नाश होता है और शरीर पूरी तरह से शुद्ध हो जाता है. देवी महागौरी अपने भक्तों को सही मार्ग पर ले जाने वाली देवी के रूप में जानी जाती हैं. मान्यता है कि माता के दर्शन मात्र से ही मन में चल रही नेगेटिव बातें खत्म होती हैं और मन एकाग्र होता है.


ऐसे करें मां की पूजा
पंडित पवन त्रिपाठी का कहना है कि मां के पूजन का विधान भी अत्यंत सरल है. मां को सफेद रंग की चीजें अति पसंद है. इसलिए सफेद रंग के मिष्ठान के साथ सफेद पुष्प और लाल फूल दोनों से मां की पूजा करनी चाहिए. इसके अलावा माता को एक पान के पत्ते पर इलायची और लौंग रखकर चढ़ाया जाना बेहद लाभकारी होता है. घरों में गौरी का ध्यान करने के लिए लोग गोबर का इस्तेमाल करते हैं. क्योंकि कहा जाता है कि गोबर में गौरी का वास होता है. इसलिए विधि विधान से गौरी का पूजन कर अंत में आरती करने के बाद उनका आशीर्वाद नारियल चढ़ाकर लेना चाहिए.

इसे भी पढ़ें:- नव पत्रिका प्रवेश की पूजा के साथ भक्तों के द्वार पहुंचीं मां दुर्गा, दर्शन को उमड़े श्रद्धालु

इस मंत्र से करें देवी की आराधना
श्वेत वृषे समारूढ़ा श्वेताम्बरधरा सूची ।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा ।।

वाराणसी: आज नवरात्र का आठवां दिन है. आठवां दिन यानि देवी दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी के दर्शन पूजन का दिन. महागौरी जिन्हें आदिशक्ति माता दुर्गा और भगवान गणेश की मां के रूप में जाना जाता है. घर में या किसी भी स्थान पर कोई भी पूजा-पाठ बिना गौरी गणेश के संपन्न नहीं हो सकता है.

महागौरी की उपासना से पापों से मिलती है मुक्ति.


सफेद रंग है मां को पसंद
पंडित पवन त्रिपाठी का कहना है कि महागौरी का रूप बहुत ही अद्भुत, अत्यंत गौर वर्ण होने की वजह से इन्हें महागौरी के नाम से जाना जाता है. बैल इनकी सवारी है और माता रानी के एक हाथ में त्रिशूल और एक में डमरू है, जबकि एक हाथ अभय मुद्रा में और दूसरा हाथ वर मुद्रा में है. मां सफेद रंग के वस्त्र बेहद पसंद करती हैं. कहा जाता है कि मां बहुत ही शांत प्रवृत्ति की हैं.

इसे भी पढ़ें:- Navratra 2019: महासप्तमी के दिन ऐसे करें मां कालरात्रि की पूजा, भय और बाधाओं का होता है नाश

महागौरी की पूजा से धन की नहीं होती कमी
ज्योतिषाचार्य पंडित पवन त्रिपाठी का कहना है कि नवरात्र के आठवें दिन महागौरी की पूजा करने से धन धान्य की कभी कमी नहीं होती. जीवन में किए हुए सारे पापों का नाश होता है और शरीर पूरी तरह से शुद्ध हो जाता है. देवी महागौरी अपने भक्तों को सही मार्ग पर ले जाने वाली देवी के रूप में जानी जाती हैं. मान्यता है कि माता के दर्शन मात्र से ही मन में चल रही नेगेटिव बातें खत्म होती हैं और मन एकाग्र होता है.


ऐसे करें मां की पूजा
पंडित पवन त्रिपाठी का कहना है कि मां के पूजन का विधान भी अत्यंत सरल है. मां को सफेद रंग की चीजें अति पसंद है. इसलिए सफेद रंग के मिष्ठान के साथ सफेद पुष्प और लाल फूल दोनों से मां की पूजा करनी चाहिए. इसके अलावा माता को एक पान के पत्ते पर इलायची और लौंग रखकर चढ़ाया जाना बेहद लाभकारी होता है. घरों में गौरी का ध्यान करने के लिए लोग गोबर का इस्तेमाल करते हैं. क्योंकि कहा जाता है कि गोबर में गौरी का वास होता है. इसलिए विधि विधान से गौरी का पूजन कर अंत में आरती करने के बाद उनका आशीर्वाद नारियल चढ़ाकर लेना चाहिए.

इसे भी पढ़ें:- नव पत्रिका प्रवेश की पूजा के साथ भक्तों के द्वार पहुंचीं मां दुर्गा, दर्शन को उमड़े श्रद्धालु

इस मंत्र से करें देवी की आराधना
श्वेत वृषे समारूढ़ा श्वेताम्बरधरा सूची ।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा ।।

Intro:special:

वाराणसी: देवी उपासना का पर्व नवरात्र धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है और इस क्रम में आज नवरात्र का आठवां दिन है. आठवां दिन यानी देवी दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी के दर्शन पूजन का दिन महागौरी जिन्हें आदिशक्ति माता दुर्गा और भगवान गणेश की मां के रूप में जाना जाता है घर में या किसी भी स्थान पर कोई भी पूजा-पाठ बिना गौरी गणेश के संपन्न नहीं नहीं हो सकता, तो कैसे करें मां के आठवें स्वरुप की पूजा और कैसे करें प्रसन्न जानिए.


Body:वीओ-01 इस बारे में पंडित पवन त्रिपाठी का कहना है कि महागौरी का रूप बहुत ही अद्भुत अत्यंत गौर वर्ण की होने की वजह से इन्हें महागौरी के नाम से जाना जाता है. बैल इनकी सवारी है और और माता रानी के एक हाथ में त्रिशूल और एक में डमरु है. जबकि एक हाथ अभय मुद्रा में और दूसरा हाथ वर मुद्रा में है. मां सफेद रंग के वस्त्र बेहद पसंद करती हैं और बहुत ही शांत प्रवृत्ति की हैं.

ज्योतिषाचार्य पंडित पवन त्रिपाठी का कहना है कि नवरात्र के आठवें दिन महागौरी की पूजा करने से धनधान्य की कभी कमी नहीं जाती जीवन में किए हुए सारे पापों का नाश होता है और शरीर पूरी तरह से शुद्ध हो जाता है. देवी महागौरी अपने भक्तों को सही मार्ग पर ले जाने वाली देवी के रूप में जानी जाती है माता के दर्शन मात्र से ही मन में चल नहीं नेगेटिव बातें खत्म होती हैं और मन एकाग्र होता है.


Conclusion:वीओ-02 ज्योतिषाचार्य पंडित पवन त्रिपाठी का कहना है कि मां के पूजन का विधान भी अत्यंत सरल है मां को सफेद रंग की चीजें अति पुरी है इसलिए सफेद रंग के मिष्ठान के साथ सफेद पुष्प और लालपुर दोनों से मां की पूजा करनी चाहिए. इसके अलावा माता को एक पान के पत्ते पर इलायची और लौंग रखकर चलाया जाना बेहद लाभकारी होता है घरों में गौरी का ध्यान करने के लिए लोग गोबर का इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि कहा जाता है गोबर में गौरी का वास होता है. इसलिए विधि विधान से गौरी का पूजन कर अंत में आरती करने के बाद उनका आशीर्वाद नारियल चढ़ाकर लेना चाहिए.

इस मंत्र से करें देवी की आराधना

श्वेत वृषे समारूढ़ा श्वेताम्बरधरा सूची।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.