वाराणसी: चीन के हांगझू (Hangzhou of China) में चल रहे एशियन गेम्स (Asian Games 2023) में भारतीय हॉकी टीम (Indian Hockey Team) का कमाल पूरे भारतीयों का सीना गर्व से चौड़ा करने वाला रहा. शुक्रवार को जापान (Japan) के खिलाफ फाइनल (Final) मुकाबला शुरू होने से पहले ही हॉकी टीम में शामिल बनारस के ललित उपाध्याय के परिवार वाले भगवान से प्रार्थना करते रहे थे कि टीम मुकबला जीते. टीम ने जब यह मुकाबला जीता तो परिवार की खुशी देखते ही बनी. गोल्ड मेडल पाने वाले बेटे ललित और भारतीय टीम की सफलता से परिवार गदगद है. उनकी जीत पर परिवार ने जश्न मनाया.
दरअसल, वाराणसी में ललित उपाध्याय शहर के शिवपुर के भगतीपुर इलाके में रहते हैं. ललित एशियन गेम में भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा हैं. ललित के पिता सतीश उपाध्याय से हुई फोन पर बातचीत में उन्होंने बताया कि कल चीन में मिली बड़ी जीत के बाद उनके बेटे ललित ने पूरे परिवार से देर रात फोन पर बातचीत की है. बेटा बहुत खुश था.
पदक जीतने की खुशी उसके चेहरे और उसकी आवाज में साफ दिखाई दे रही थी. इससे बड़ी इज्जत और सम्मान की बात क्या हो सकती है कि हमारा बेटा आज देश के लिए खेल रहा है और गोल्ड मेडल भी लेकर आ रहा है.मां रीता उपाध्याय के करना है कि मैं तो जीवित्पुत्रिका का व्रत रखा था और मन से यही प्रार्थना की थी कि मेरा बेटा कमाल करें और गोल्ड मेडल जीते.
मां ने मेरी पुकार सुन भी ली. ललित ने परिवार से बातचीत करते हुए कहा है कि गोल्ड मेडल जीतने पर ओलंपिक क्वालीफाई होगा इसलिए रणनीति बनाकर ही हम लोग खेले हैं. ललित ने अपने फेसबुक पेज पर अपनी टीम के साथ गोल्ड मेडल वाली तस्वीरें साझा की है. लगभग 2 घंटे पहले ललित ने टीम के साथ इन तस्वीरों को साझा करते हुए लिखा है कि साथ रहना, साथ आना शुरुआत है, साथ रहना तरक्की है और साथ मिलकर काम करना ही सफलता है.
बनारस के लाल ललित का एशियाई खेलों में प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा. उन्होंने फाइनल को छोड़कर सभी मैंचो में गोल किया है. उज़्बेकिस्तान से हुए मुकाबले में तीन गोल ललित ने किए थे. इसके अलावा दक्षिण कोरिया, बांग्लादेश, सिंगापुर के सभी मैंचो में ललित ने गोल किए हैं. यहां तक की पाकिस्तान के खिलाफ भी उसने गोल करके अपनी टीम को बढ़त दिलाई थी.
ललित की इस जीत के साथ टीम इंडिया के प्रदर्शन के बाद ललित के पिता ने पूरा मैच देखकर अपने परिवार का मुंह मीठा कराया और मंदिर में प्रसाद चढ़कर भगवान को भी नमन किया.