वाराणसी: प्रदेश के हर जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री ने खुद वैक्सीनेशन बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री समेत अन्य मंत्रियों को जिलों के निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, जिले में वैक्सीन की भारी कमी है, जिसकी वजह से कई सेंटर्स बंद हो गए हैं और लोगों को निराश लौटना पड़ रहा है.
वैक्सीन की कमी की शिकायतें मिलने के बाद ETV BHARAT की टीम ने वैक्सीनेशन सेंटर्स पर पहुंचकर पड़ताल करने की कोशिश की. केंद्र पर मौजूद कई लोगों ने कहा कि बीते 3 दिनों से लगातार सेंटर के चक्कर काटने के बाद भी उन्हें वैक्सीन नहीं लग रही है. उन्हें यह कह कर वापस लौटाया जा रहा है कि वैक्सीन की भारी कमी है. लोगों ने कहा कि वैक्सीन न लगने के कारण कोविड-19 के बढ़ रहे संक्रमण में डर-डर कर जीना पड़ रहा है. सेंटर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है.
वैक्सीन लेने के लिए वाहन लखनऊ रवाना
इस पूरे मामले में जब एडिशनल सीएमओ ने कहा कि जो वैक्सीन हमें मुहैया कराई गई थी उसमें अब तक लगभग 96000 लोगों को वैक्सीनेशन किया जा चुका है. लगभग 5 से साढ़े परसेंट डैमेज सामने आया है जो बहुत ज्यादा नहीं माना जा रहा है. जो डोज बची है वह सेकंड डोज के लिए सुरक्षित है. फर्स्ट डोज के लिए वैक्सीन एक-दो दिन में उपलब्ध होगी. लखनऊ के लिए गाड़ियां रवाना हुई है और कल शाम तक 6000 नई डोज वाराणसी आ जाएगी. 15 अप्रैल के बाद वैक्सीन की कमी वाराणसी में नहीं होगी.
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9000 वैक्सीन का आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं
सूत्रों के मुताबिक 9000 व्यक्ति के डोज का आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास वाराणसी में उपलब्ध ही नहीं है. 9200 डोज कहां गए और किसे लगे, इसका आंकड़ा कंप्यूटर में फीड नहीं है. हालांकि इस बारे में जब एडिशनल सीएमओ ने कहा वैक्सीन का आंकड़ा अपडेट नहीं हुआ है. कई प्राइवेट हॉस्पिटल्स में भी वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है और उनकी तरफ से अब तक फीडिंग नहीं हुई है. फीडिंग का कार्य चल रहा है और कोई भी आंकड़ा इधर-उधर नहीं हुआ है. सारी वैक्सीन इस्तेमाल हो रही है, जो डैमेज है उसका आंकड़ा भी सुरक्षित रखा गया है.