वाराणसी: गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुच्छेद 370 और 35A हटाने के फैसले के बाद हर तरफ खुशी की लहर है. पूरे देश में लोग मिठाइयां बांट कर खुशी मना रहे हैं. इससे सबसे अधिक खुशी उन कश्मीरी पंडितों को मिली है, जिनको आजादी के बाद कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू होने पर अपना घर-जमीन छोड़कर भागना पड़ा था. ऐसे ही कश्मीरी पंडितों का परिवार बनारस में भी है, जो मोदी सरकार के इस फैसले से बहुत खुश है.
ईटीवी भारत ने कश्मीरी पंडितों से की खास बातचीत-
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी ऐसे बहुत से कश्मीरी पंडितों के परिवार हैं, जो यहां बंजारों की जिंदगी जीने पर मजबूर हैं. कश्मीर के डूंगरी गांव का रहने वाला डोंगरा परिवार बनारस में टूटे हुए मकान में रहकर जिंदगी गुजार रहा है. सरकार के एक फैसले के बाद उन्हें उम्मीद है कि कश्मीर में उनकी पैतृक जमीन वापस मिलेगी और अब वह कश्मीर में जाकर फिर से अपनी बची हुई जिंदगी बिता सकेंगे.
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फिर से कश्मीर जाने की उम्मीद-
डोंगरा परिवार के लोगों ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को बहुत धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और अमीत शाह ने कश्मीरी पंडितों के दर्द को समझ कर इतना बड़ा फैसला लिया. उन्होंने कहा कि हमने तो उम्मीद ही छोड़ दी थी कि कभी 370 को लेकर कोई फैसला होगा और हमें हमारा हक मिलेगा. अब जब यह धारा हटा दी गई है, तब हमें उम्मीद है कि सरकार एक बार फिर से कश्मीरी पंडितों को उनकी जमीन वापस दिलवाकर कश्मीर में उन्हें बसाने का काम करेगी.