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वाराणसी: सावन में 24 घंटे खुलेगा बाबा विश्वनाथ का दरबार, गर्भगृह में जाने पर रोक

वाराणसी में सावन को लेकर तैयारियां जोरों से चल रही है. इन तैयारियों की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद समीक्षा कर रहे हैं. इस बार काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को सुविधा हो, इसके लिए मंदिर प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं. सावन में बाबा विश्वनाथ का दरबार 24 घंटे खुल रहेगा.

काशी विश्वनाथ मंदिर.
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Published : Jul 10, 2019, 5:05 PM IST

वाराणसी: महादेव का प्रिय महीना सावन 17 जुलाई से शुरू हो रहा है. सावन को लेकर प्रदेश सरकार की तरफ से तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सावन को लेकर तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं. इन सबके बीच बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में सावन को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. यहां पर द्वादश ज्योतिर्लिंग में प्रमुख ज्योतिर्लिंग माने जाने वाले श्री काशी विश्वनाथ विराजमान हैं. यही कारण है कि सावन को लेकर यहां तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है.

जानकारी देते मंदिर के शास्त्री पंडित अंकित.


सावन के प्रत्येक सोमवार 24 घंटे होंगे दर्शन

  • बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को आसानी से दर्शन उपलब्ध हों, इसके लिए मंदिर प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं.
  • ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब मंदिर प्रशासन सावन के प्रत्येक सोमवार को बाबा विश्वनाथ का 24 घंटे दर्शन करवाने जा रहा है.
  • इस बार बाबा विश्वनाथ के गर्भ गृह में सावन सोमवार के दौरान किसी को जाने की अनुमति नहीं होगी.
  • सभी लोग समान रूप से बाबा विश्वनाथ को जल या दूध अर्पित कर सकें, इसके लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है.
  • बाहर लगे पात्र में जल या दूध डालने से वह सीधे शिवलिंग पर अर्पित होगा.
  • मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि इस व्यवस्था के लागू होने के बाद 1 दिन में 5 लाख भक्त आसानी से दर्शन कर पाएंगे.

दर्शन के लिए बनाए गए दो नए गेट

  • सिरसा वन और सोमवार के दौरान ही झांकी दर्शन का यह प्रारूप तैयार किया है, जिसमें गर्भ गृह के बाहर से ही दर्शन कराए जाएंगे.
  • पहले बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए चार अलग-अलग गेटों से एंट्री दी जाती थी.
  • इन 4 गेटों में से एक गेट वीआईपी जबकि 3 आम लोगों के लिए होते थे.
  • इस बार विश्वनाथ धाम प्रोजेक्ट के तहत गिराए गए मकानों की वजह से दो नए गेट बनाए गए हैं.
  • ये गेट नंबर 5 और 6 होंगे, जिनसे भक्तों को प्रवेश और निकास की व्यवस्था देकर भीड़ कंट्रोल करने का काम किया जाएगा.

वाराणसी: महादेव का प्रिय महीना सावन 17 जुलाई से शुरू हो रहा है. सावन को लेकर प्रदेश सरकार की तरफ से तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सावन को लेकर तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं. इन सबके बीच बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में सावन को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. यहां पर द्वादश ज्योतिर्लिंग में प्रमुख ज्योतिर्लिंग माने जाने वाले श्री काशी विश्वनाथ विराजमान हैं. यही कारण है कि सावन को लेकर यहां तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है.

जानकारी देते मंदिर के शास्त्री पंडित अंकित.


सावन के प्रत्येक सोमवार 24 घंटे होंगे दर्शन

  • बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को आसानी से दर्शन उपलब्ध हों, इसके लिए मंदिर प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं.
  • ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब मंदिर प्रशासन सावन के प्रत्येक सोमवार को बाबा विश्वनाथ का 24 घंटे दर्शन करवाने जा रहा है.
  • इस बार बाबा विश्वनाथ के गर्भ गृह में सावन सोमवार के दौरान किसी को जाने की अनुमति नहीं होगी.
  • सभी लोग समान रूप से बाबा विश्वनाथ को जल या दूध अर्पित कर सकें, इसके लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है.
  • बाहर लगे पात्र में जल या दूध डालने से वह सीधे शिवलिंग पर अर्पित होगा.
  • मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि इस व्यवस्था के लागू होने के बाद 1 दिन में 5 लाख भक्त आसानी से दर्शन कर पाएंगे.

दर्शन के लिए बनाए गए दो नए गेट

  • सिरसा वन और सोमवार के दौरान ही झांकी दर्शन का यह प्रारूप तैयार किया है, जिसमें गर्भ गृह के बाहर से ही दर्शन कराए जाएंगे.
  • पहले बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए चार अलग-अलग गेटों से एंट्री दी जाती थी.
  • इन 4 गेटों में से एक गेट वीआईपी जबकि 3 आम लोगों के लिए होते थे.
  • इस बार विश्वनाथ धाम प्रोजेक्ट के तहत गिराए गए मकानों की वजह से दो नए गेट बनाए गए हैं.
  • ये गेट नंबर 5 और 6 होंगे, जिनसे भक्तों को प्रवेश और निकास की व्यवस्था देकर भीड़ कंट्रोल करने का काम किया जाएगा.
Intro:स्पेशल:

वाराणसी: देवा दी देव महादेव को अति प्रिय महीना सावन 17 जुलाई से शुरू हो रहा है सावन को लेकर प्रदेश सरकार की तरफ से भी तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं, खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सावन को लेकर तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं. इन सबके बीच देवा दी देव महादेव बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में सावन को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है, क्योंकि यहां पर द्वादश ज्योतिर्लिंग में प्रमुख ज्योतिर्लिंग माने जाने वाले श्री काशी विश्वनाथ विराजमान है. यही वजह है कि सावन को लेकर यहां पर तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है. बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले लाखों भक्तों को सुविधाओं के साथ आसानी से दर्शन उपलब्ध हो इसके लिए विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन सावन के प्रत्येक सोमवार को बाबा विश्वनाथ का 24 घंटे दर्शन करवाने जा रहा है. इतना ही नहीं इस बार बाबा विश्वनाथ के गर्भ गृह में सावन सोमवार के दौरान किसी को जाने की अनुमति नहीं होगी बल्कि बाहर मौजूद एक विशेष पात्र में दूध या जल डालने की मात्र से ही वह जल सीधे बाबा विश्वनाथ को अर्पित होगा.


Body:वीओ-01 दरअसल सावन के पूरे महीने के दौरान बाबा विश्वनाथ में 10 लाख से भी ज्यादा लोगों की भीड़ दर्शन के लिए पहुंचती है अकेले हर सोमवार को 2 से 3 लाख से भी ज्यादा लोगों की तरफ से दर्शन किए जाने का क्रम चलता है, जिसकी वजह से बहुत से लोगों को दर्शन मिल भी नहीं पाता है. इसकी बड़ी वजह यह है कि रात्रि के समय होने वाली शयन आरती के बाद बाबा विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए पट बंद कर दिए जाते हैं जिसकी वजह से लंबी कतार में खड़े लोगों को मंगला आरती तक का इंतजार करना पड़ता है और भीड़ बढ़ती ही जाती है लेकिन भीड़ को देखते हुए अब मंदिर प्रशासन ने हर सावन के सोमवार पर 24 घंटे मंदिर खोलने का फैसला लिया है जिसके कारण यहां आने वाले हर भक्तों को बाबा विश्वनाथ का दर्शन आसानी से मिल सकेगा


Conclusion:वीओ-02

यह मिलेंगी सुविधाएं

बाबा विश्वनाथ के गर्भ गृह में जाने की अनुमति किसी को नहीं होगी ना ही सीधे शिवलिंग पर जल चढ़ा पाएंगे भक्त

सभी लोग समान रूप से बाबा विश्वनाथ को अपना जल या दूध अर्पित कर सके इसके लिए एक विशेष व्यवस्था की जा रही है बाहर लगे पात्र में जल या दूध डालने से वह सीधे शिवलिंग पर होगा अर्पित

मंदिर प्रशासन का अनुमान है इस व्यवस्था के लागू होने के बाद 1 दिन में 5 लाख भक्त आसानी से दर्शन कर पाएंगे

सिरसा वन और सोमवार के दौरान ही झांकी दर्शन का यह प्रारूप तैयार किया है जिसमें गर्भ गृह के बाहर से ही बाबा विश्वनाथ के दर्शन कराए जाएंगे

पहले बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने जाने के लिए चार अलग-अलग गेटों से एंट्री दी जाती थी

इन 4 गेटों में से एक गेट वीआईपी जबकि 3 आम लोगों के लिए होता था

इस बार सावन में विश्वनाथ धाम प्रोजेक्ट के तहत गिराए गए मकानों की वजह से दो नए गेट सामने आए हैं

इन्हें गेट नंबर 5 और 6 बताया जा रहा है जिनसे भक्तों को प्रवेश और निकास की व्यवस्था देकर भीड़ कंट्रोल करने का काम किया जाएगा

बाईट- पंडित अंकित, शास्त्री, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर

गोपाल मिश्र

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