वाराणसी: महादेव का प्रिय महीना सावन 17 जुलाई से शुरू हो रहा है. सावन को लेकर प्रदेश सरकार की तरफ से तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सावन को लेकर तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं. इन सबके बीच बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में सावन को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. यहां पर द्वादश ज्योतिर्लिंग में प्रमुख ज्योतिर्लिंग माने जाने वाले श्री काशी विश्वनाथ विराजमान हैं. यही कारण है कि सावन को लेकर यहां तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है.
सावन के प्रत्येक सोमवार 24 घंटे होंगे दर्शन
- बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को आसानी से दर्शन उपलब्ध हों, इसके लिए मंदिर प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं.
- ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब मंदिर प्रशासन सावन के प्रत्येक सोमवार को बाबा विश्वनाथ का 24 घंटे दर्शन करवाने जा रहा है.
- इस बार बाबा विश्वनाथ के गर्भ गृह में सावन सोमवार के दौरान किसी को जाने की अनुमति नहीं होगी.
- सभी लोग समान रूप से बाबा विश्वनाथ को जल या दूध अर्पित कर सकें, इसके लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है.
- बाहर लगे पात्र में जल या दूध डालने से वह सीधे शिवलिंग पर अर्पित होगा.
- मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि इस व्यवस्था के लागू होने के बाद 1 दिन में 5 लाख भक्त आसानी से दर्शन कर पाएंगे.
दर्शन के लिए बनाए गए दो नए गेट
- सिरसा वन और सोमवार के दौरान ही झांकी दर्शन का यह प्रारूप तैयार किया है, जिसमें गर्भ गृह के बाहर से ही दर्शन कराए जाएंगे.
- पहले बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए चार अलग-अलग गेटों से एंट्री दी जाती थी.
- इन 4 गेटों में से एक गेट वीआईपी जबकि 3 आम लोगों के लिए होते थे.
- इस बार विश्वनाथ धाम प्रोजेक्ट के तहत गिराए गए मकानों की वजह से दो नए गेट बनाए गए हैं.
- ये गेट नंबर 5 और 6 होंगे, जिनसे भक्तों को प्रवेश और निकास की व्यवस्था देकर भीड़ कंट्रोल करने का काम किया जाएगा.